अहमदाबाद शहर में बहुत कुछ है घूमने के लिए, आएँ तो सही

There is a lot to visit in the city of Ahmedabad
रेनू तिवारी । Dec 27 2017 3:09PM

1970 में गांधीनगर में राजधानी स्थानांतरित होने से पहले अहमदाबाद ही गुजरात की राजधानी हुआ करता था। अहमदाबाद को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर में क्या कुछ खास है देखने के लिए आइए जानते हैं-

अहमदाबाद गुजरात प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है। भारतवर्ष में यह नगर का सातवें स्थान पर है। इक्क्यावन लाख की जनसंख्या वाला ये शहर, साबरमती नदी के किनारे बसा हुआ है। 1970 में गांधीनगर में राजधानी स्थानांतरित होने से पहले अहमदाबाद ही गुजरात की राजधानी हुआ करता था। अहमदाबाद को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है।

अक्षरधाम मंदिर

अक्षरधाम मंदिर गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित विशाल मंदिर है। यह मंदिर स्वामीनारायण सम्प्रदाय द्वारा निर्मित है। अक्षरधाम मंदिर गुजरात के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्रों में से एक माना जाता है। इस मंदिर की स्‍थापना 1992 में हुई थी। भगवान स्वामीनारायण को समर्पित इस मंदिर में उनकी सोने की करीब 7 फीट ऊंची मूर्ति रखी है। इस मंदिर की जटिल नक्काशीदार दीवारों पर गुलाबी पत्थर लगा है जो दिन में सूरज की रोशनी में चमकता रहता है। 

हठीसिंह जैन मंदिर

सजावट के साथ जटिल नक्काशी इस मंदिर की प्रमुख विशेषता है। इस मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर पर किया गया है। हाथीसिंह जैन मंदिर अहमदाबाद के प्रमुख जैन मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में रिचजन मर्चेंट ने किया था। इस मंदिर को उन्होंने जैनों के 15वें गुरु धर्मनाथ को समर्पित किया था।

केलिको संग्रहालय

इस संग्रहालय में पुराने और आधुनिक ढंग की बुनाई की कारीगरी प्रदर्शित की गई है। इसके अलावा यहां कुछ पुरानी बुनाई मशीन भी रखी गई हैं। इस संग्रहालय में संग्रहित सामान 17वीं शताब्दी से भी पहले के हैं। इसके अतिरिक्त यहां बुनाई से सम्बन्धित एक पुस्तकालय भी मौजूद है।

चंदोला झील

चंदोला झील भी यहां के ऐत‍िहास‍िक स्‍थलों में ही ग‍िनी जाती है। यह झील देखने में बेहद खूबसूरत लगती है। इसका न‍िर्माण मुगल सुल्‍तान अहमदाबाद ताज खान नारी अली की पत्नी ने कराया था। यह उस समय एक जलाशय के रूप में बनाया गया था, जबकि‍ आज यह एक झील में परिवर्तित हो गया। चंदोला झील की यात्रा करने वालों के ल‍िए इसके आस-पास ठहरने की व‍िशेष व्‍यवस्‍था की गई है। 

अहमद शाह मस्जि‍द

अहमदाबाद में बनी यह अहमद शाह मस्जि‍द भी आकर्षण का केंद्र है। इस प्राचीन मस्जि‍द का नाम अहमदाबाद के संस्थापक सुल्तान अहमद शाह के नाम पर रखा गया है। शहर में सबसे पुरानी मस्जिदों में से गिनी जाने वाली यह मस्जि‍द अपनी शानदार वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। 1414 ई.पू. में स्थापित इस मस्जि‍द को काले और सफेद संगमरमर से खूबसूरत बनाया गया है। 

दादा हरीर वाव

दादा हरीर वाव अहमदाबाद का एक कुंआ है। इसकी बनावट जबरदस्‍त है। 1501 में महमूद बेगडा के शासनकाल के दौरान बनाया गया यह स्‍थल दादा हरि की कब्र के पीछे है। इस संरचना को देखकर लगता है कि इसका निर्माण कितना जटिल रहा होगा। यहां पत्‍थरों पर बनी सीढ़ियां पयर्टकों को अपनी ओर आकर्षि‍त करती हैं। दिन की रोशनी में इस कुएं की सैर करने में काफी मजा आता है।

साबरमती आश्रम

गांधीनगर में साबरमती नदी के तट पर स्थित, साबरमती आश्रम भी घूमने की जगह है। इसकी स्‍थापना महात्‍मा गांधी जी ने 1915 में की थी। गांधी जी इस आश्रम में करीब 12 साल तक रहे थे। गांधी जी ने इस आश्रम से अपने सत्‍याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी। आज यह आश्रम एक संग्रहालय, पुस्तकालय, ऐति‍हास‍िक सभागार के रूप में देखा जाता है। यहां बड़ी संख्‍या में पयर्टक आते हैं। 

टीन दरवाजा

अहमदाबाद में ही एक टीन दरवाजा यानी कि किशोर दरवाजा बना है। यह दरवाजा यहां के ऐतिहासिक स्‍थलों में गिना जाता है। यह अहमदाबाद का सबसे पुराना और सबसे लंबा प्रवेश द्वार है। यह 141 ईस्वीं में अहमदाबाद शहर के संस्थापक सुल्तान अहमद शाह द्वारा बनवाया गया था। इस किशोर दरवाजे की प्राचीन दीवारों और खंभों पर बनी नक्‍काशी उस दौर की कठिन कला को प्रदर्शि‍त करती है। 

कमला नेहरू प्राणी उद्यान

अहमदाबाद का कमला नेहरू प्राणी उद्यान भी यहां घूमने की खास जगहों में है। इसे कांकरिया चिड़ियाघर के रूप में भी जाना जाता है। 31 एकड़ क्षेत्र में फैले इस उद्यान में बाघ, हाथियों, नीलगाई, एनाकोंडा, स्पॉट डियर, इंडियन स्टार कछुए, बीयर, सिल्वर पियिएन्ट्स, निकोबार कबूतर, व्हाइट पीकॉक्स की दुर्लभ प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यहां खिलौना ट्रेन भी चलती हैं।

मानेक चौक

अहमदाबाद में जाने के बाद अगर यहां के फेमस बाजार मानेक चौक न घूमा जाए तो फिर यात्रा का मजा अधूरा रह जाएगा। यह चमकदार गहने और वस्त्रों के लिए शहर का सबसे बड़ा बाजार है। इस बाजार की दिन में तीन बार तस्‍वीर बदलती है। सुबह यह बाजार वनस्पति बाजार के रूप में दिखता है। दोपहर में गहनों और कपड़ों के बाजार के रूप में और शाम को भोजन बाजार के रूप द‍िखाई देता है। 

नाइट लाइट

अहमदाबाद की नाइट लाइट भी काफी चर्चित है। यहां पर रिवाइंड द डिस्क जैसे कई ऐसे फेमस लाउंज हैं जहां पर शाम‍ के समय पूरे दिन की थकावट को म‍िटाया जा सकता है। इन लाउंज में लाइव संगीत के साथ धीमी रोशनी में समय बिताने का एक अलग ही मजा है। स्नैक्स या स्ट्रीट फूड के साथ इन लाउंज में पसंदीदा पेय का आनंद ले सकते हैं। यहां पर डि‍स्‍को डांस भी किया जा सकता है।

- रेनू तिवारी

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