राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया के जरिए 30 फीसदी मतदाताओं को किया प्रभावित

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रेनू तिवारी । May 8 2019 6:04PM

देश में मई 2019 तक 54 करोड़ लोग फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे थे। 50 से 55 करोड़ लोग व्हाट्सएप से जुड़े हैं। इसी तरह ट्विटर को भी करीब 40-45 करोड़ लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।

 लोकसभा चुनाव 2019 पहला ऐसा चुनाव साबित हो रहा हैं जिसमें सोशल मीडिया जबरदस्त भूमिका निभा रहा हैं। राजनीतिक दल और सभी पार्टियों के नेताओं को भी सोशल मीडिया की ताकत का अंदाजा हो गया हैं। इसी लिए हर छोटी से छोटी पार्टी सोशल मीडिया पर एक्टिव है। नेशनल पार्टी के कई नेताओं की तो फैन फॉलोइंग बॉलीवुड स्टार्स से भी ज्यादा हैं। इस चुनाव के दौरान अधिकतर ऐसा हो रहा है कि जब भी जुबानी जंग होती है, तो नेता ट्वीटर पर ट्वीट करके पलटवार कर देते हैं। इससे आरोपो का समय से जवाब भी दे दिया जाता हैं और सुर्खियां भी बन जाती है। राजनीतिक दल और नेता मतदाताओं तक पहुंच बनाने में सोशल मीडिया की भूमिका को अच्छी तरह से समझ चुके हैं। 

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30 फीसदी वोटर सोशल मीडिया से प्रभावित

लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी के प्रचार प्रचार में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है। पार्टी के कार्यकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश व वीडियो को मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं। रिसर्च के मुताबिक पार्टी से संबंधित ये पोस्ट और वीडियो मतदाताओं को लुभा रहे हैं और उनको मतदान करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। देश में कुल 90 करोड़ वोटर हैं और अनुमान है कि 30 प्रतिशत वोटर सोशल मीडिया के इस्तेमाल से प्रभावित हो सकते हैं। 

54 करोड़ वोटर मोबाइल यूजर, सब सोशल मीडिया पर एक्टिव

देश में मई 2019 तक 54 करोड़ लोग फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे थे। 50 से 55 करोड़ लोग व्हाट्सएप से जुड़े हैं। इसी तरह ट्विटर को भी करीब 40-45 करोड़ लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। देश ही सभी अहम सूचना और नेताओं के एक दूसरे से सवाल जवाब इसी माध्यम से आ रहे हैं। इनमें लगभग 60 फीसदी से ज्यादा एक से ज्यादा सोशल नेटवर्किंग साइट से जुड़े हैं,  इसलिए इस बार के चुनाव को कई मायनों में अलग करके देखा जा रहा हैं।

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इन राज्यों में सबसे ज्यादा देखे जाते हैं राजनीतिक वीडियो

रिसर्च के अनुसार उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्यप्रदेश हिंदी भाषी प्रदेशों में देखे जाते हैं सबसे ज्यादा राजनीतिक वीडियो। 

नेशनल पार्टियों के सोशल मीडिया नेटवर्क

डिजिटल माध्यम की ताकत को भाजपा ने 2014 के लोकसभा के चुनाव के दौरान ही भांप लिया था। भाजपा के उत्तरी राज्यों में पार्टी के पास 25000 वाट्सएप ग्रुप हैं। सोशल मीडिया यूजर्स को प्रभावित करने में भाजपा दूसरे दलों से सबसे आगे मानी जा रही हैं। कांग्रेस और आप अभी सोशल मीडिया की रफ्तार के अनुसार पीछे हैं। 

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