अकाल तख्त ने गुरुद्वारों से लाउस्पीकरों की आवाज कम करने को कहा
सिखों की श्रेष्ठ धार्मिक संस्था अकाल तख्त ने आज सभी गुरुद्वारों को निर्देश दिया कि वे अपने लाउस्पीकरों की आवाज कम रखें जिससे आसपास के लोगों को परेशानी नहीं हो।
अमृतसर। सिखों की श्रेष्ठ धार्मिक संस्था अकाल तख्त ने आज सभी गुरुद्वारों को निर्देश दिया कि वे अपने लाउस्पीकरों की आवाज कम रखें जिससे आसपास के लोगों को परेशानी नहीं हो। अकाल तख्त जत्थेदार गुरबचन सिंह ने न्यूजीलैंड के रेडियो प्रस्तोता हरनेक सिंह नेकी को धर्म से बहिष्कृत किए जाने की भी घोषणा की जिन पर धार्मिक भजनों के प्रति असम्मान प्रकट करने का आरोप है। अकाल तख्त ने सभी गुरुद्वारा प्रमुखों को भेजे निर्देश में कहा कि दैनिक कथा (प्रवचन) और कीर्तन के दौरान लाउडस्पीकर की आवाज उच्च स्तर पर नहीं होनी चाहिए। कई संगठनों ने अतीत में अकाल तख्त से संपर्क कर शिकायत की थी कि लाउडस्पीकर की ऊंची आवाज से छात्रों और बुजुर्गों को परेशानी हो रही है।
जत्थेदार ने गुरु ग्रंथ साहिब के साथ बेअदबी की घटनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि अधिकतर मामलों में ग्रंथी और गुरुद्वारा समितियों की लापरवाही शामिल थी। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे मामले फिर से होते हैं तो जिम्मेदार लोगों को पवित्र ग्रंथ की प्रतियां नहीं दी जाएंगी और उन्हें धार्मिक दंड का भी सामना करना पड़ेगा। अकाल तख्त ने हरनेक सिंह नेकी को स्पष्टीकरण देने के लिए समन किया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए।
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