Prabhasakshi News Updates: खुफिया एजेंसियों ने जारी किया आतंकी साजिश का अलर्ट, पढ़िए आज की अन्य बड़ी खबरें
गणतंत्र दिवस दिवस आने आने वाला है ऐसे में चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था काफी अलर्ट है। ताजा जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों को गणतंत्र दिवस पर एक संभावित आतंकी साजिश के बारे में अलर्ट मिला है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की जान को खतरा हो सकता है।
प्रभासाक्षी की खास खबरों में जानिए दिनभर की उन घटनाओं के बारे में जिनका सरोकार सीधे जनता से है।
गणतंत्र दिवस दिवस आने आने वाला है ऐसे में चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था काफी अलर्ट है। हाल की में दिल्ली की गाजीपुर फूलमंड़ी में मिले आइईडी ने पुलिस की नींद उड़ा रखी है कि आखिर विस्फोटक कैसे और कहा से आया। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने इसकी जिम्मेदारी ली है। इसके बाद पीएम की सूरक्षा मामले में चूक की जांच कर रही पूर्व जस्टिस इंदु मलहोत्रा को भी पीएम को दोबारा से रोकने की धमकी देने वाला कॉल आया है। अब ताजा जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों को गणतंत्र दिवस पर एक संभावित आतंकी साजिश के बारे में अलर्ट मिला है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की जान को खतरा हो सकता है।
ब्रिटेन की गुरुद्वारा समितियों ने खालिस्तानी ताकतों के खिलाफ खोला मोर्चा, PM मोदी को कहा- धन्यवाद
विदेशों से भारत विरोधी अभियान चलाने वाले खालिस्तानियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ब्रिटेन के किनारा कर लिया है। लंदन के साउथ हॉल में ब्रिटेन के अधिकांश प्रमुख गुरुद्वारों ने खालिस्तानी ताकतो से मुंह मोड़ते हुए इनका खुलकर विरोध शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया और उनकी जमकर प्रशंसा की।
तो UP में बीजेपी की ये है नई रणनीति, राजभर को काउंटर करेंगे संजय निषाद, सीटों पर बनी सहमति
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव किया है। बीजेपी की तरफ से अपनी सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी को ज्यादा से ज्यादा तवज्यो देने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी की योजना निषाद पार्टी को कुछ सीटें देकर पूर्वांचल के किले को फतेह करने की है। यूपी की सियासी तपिश और गड़बड़ाते समीकरण को लेकर बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। बीजेपी अपने सहयोगी दलों को अहमियत दे रही है और लगातार उनके साथ बैठक कर रही है। पूर्वांचल का किला मजबूत करने की कवायद में जुटी बीजेपी को निषाद पार्टी का ही सहारा है। यही वजह है कि अपना दल (एस) को तवज्यो देने के साथ ही संजय निषाद की पार्टी को राजभर से करीब दोगुना ज्यादा सीटें दे रही है। खुद संजय निषाद भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं।
26 जनवरी को क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस ? जानिए इससे जुड़ी हुई दिलचस्प बातें
गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हम हर साल 26 जनवरी को बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं। क्योंकि 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था और सही मायनों में इसी दिन से भारत प्रभुत्व सम्पन्न प्रजातंत्रात्मक गणराज्य बना था। इसी वजह से इस तारीख को संविधान के ‘प्रारंभ की तारीख’ भी कहा जाता है। भारत का संविधान लागू होने के बाद हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा। ऐसे में आज हम आपको 26 जनवरी से जुड़ी कुछ खास बातें बताने वाले हैं।
गणतंत्र दिवस को चार दिवसीय उत्सव बनाकर मोदी ने ऐतिहासिक कार्य किया है
हमारे गणतंत्र दिवस पर यों तो सरकारें तीन दिन का उत्सव मनाती रही हैं लेकिन इस बार 23 जनवरी को भी जोड़कर इस उत्सव को चार-दिवसीय बना दिया गया है। 23 जनवरी इसलिए कि यह सुभाषचंद्र बोस का जन्म दिवस होता है। सुभाष-जयंति पर इससे बढ़िया श्रद्धांजलि उनको क्या हो सकती है? भारत के स्वातंत्र्य-संग्राम में जिन दो महापुरुषों के नाम सबसे अग्रणी हैं, वे हैं— महात्मा गांधी और सुभाषचंद्र बोस। 1938 में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में गांधी और नेहरु के उम्मीदवार पट्टाभि सीतारम्मय्या को सुभाष बाबू ने हराकर इतिहास कायम किया था। वे मानते थे कि भारत से अंग्रेजों को बेदखल करने के लिए फौजी कार्रवाई भी जरूरी है।
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