अब डिजिटल माध्यमों से सुन सकेंगे टैगोर की कविताएं
गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 3,500 कविताओं के एक डिजिटल संग्रह को आज एक निजी पहल के तहत जारी किया गया। इस संग्रह में 15 कविताएं वह हैं जिनका पाठ टैगोर ने खुद किया था जबकि बाकियों का पाठ 245 वक्ताओं ने किया।
कोलकाता। गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 3,500 कविताओं के एक डिजिटल संग्रह को आज एक निजी पहल के तहत जारी किया गया। इस संग्रह में 15 कविताएं वह हैं जिनका पाठ टैगोर ने खुद किया था जबकि बाकियों का पाठ 245 वक्ताओं ने किया। संग्रह तैयार करने वाले पुर्णेंदु बिकास सरकार ने बताया कि कविताओं की प्रस्तुति के अलावा ‘रबिंद्र कोबिता आर्काइव’ में 110 रबिंद्र संगीत और 103 अंग्रेजी कविताओं को भी शामिल किया है।
सरकार ने बताया कि टैगोर की 60 सबसे लोकप्रिय कविताओं को “सबसे प्रसिद्ध कविताएं’ नामक एक अलग गैलरी में रखा गया है। उन्होंने पांच साल तक शोध करने के बाद इन कविताओं को संकलित कर उनका डिजिटल संग्रह तैयार किया। इस संग्रह में टैगोर से जुड़े कई विवरण मौजूद हैं जैसे उन्होंने किस उम्र में ये कविताएं लिखीं थीं या किस जगह इन्हें लिखा गया आदि।
सरकार ने कहा, “मैंने शोध के दौरान पाया कि टैगोर की 150 लोकप्रिय कविताओं के अलावा लोग अन्य के बारे में ज्यादा नहीं जानते। और ऐसी कविताएं लोकप्रिय कविताओं की तुलना में बहुत ज्यादा थीं।” उन्होंने कहा कि डिजिटल पहल के जरिए अब युवा पीढ़ी को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित टैगोर के कम ज्ञात कामों के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति सबुजकली सेन इस हफ्ते की शुरुआत में संग्रह लॉन्च करने के कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे। बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त तौफिक हसन ने कहा कि इस संग्रह के जरिए विश्वभर में रह रहे 25 करोड़ बंगालियों को टैगोर की कविताओं को सुनने का मौका मिलेगा। यह संग्रह 28 अगस्त को लॉन्च किए गए एक ऑनलाइन एप के जरिए डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।
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