Unlock 3 का 24वां दिनः तेज जाँच के बलबूते भारत कोरोना को हराने के बहुत करीब

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गुजरात में सोमवार को कोविड-19 के 1,067 नये मरीज सामने आने के साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 87,846 हो गई। इस अवधि में 13 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या 2,910 तक पहुंच गई। राज्य में 70,250 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं।

भारत में अब तक कुल 3.59 करोड़ लोगों की कोविड-19 जांच हो चुकी है और जांच की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में दस लाख की आबादी पर परीक्षण की संख्या बढ़कर 26,016 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत समय पर कोविड-19 रोगियों की पहचान और तेज जांच के बल पर महामारी से निपट रहा है। देश में संक्रमण से उबर चुके लोगों की संख्या 23 लाख से अधिक हो गई है, जिसके बाद ठीक होने की दर 75 प्रतिशत से अधिक हो गई है। जबकि मृत्युदर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है और अब यह 1.85 प्रतिशत रह गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा 'भारत समय पर कोविड-19 रोगियों की पहचान और तेज जांच के बल पर महामारी से निपट रहा है।' मंत्रालय ने कहा कि इससे लोगों के कोविड-19 से ठीक होने की दर में इजाफा और मृत्यु दर को कम करने में मदद मिली है। मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक कुल 3,59,02,137 नमूनों की जांच की जा चुकी है। रविवार को 6,09,917 नमूनों की जांच की गई। देशभर में जांच प्रयोगशालाओं के विशाल नेटवर्क के चलते जांच के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'इन ध्यानपूर्वक कार्रवाईयों के परिणामस्वरूप दस लाख की आबादी पर परीक्षण की संख्या बढ़कर 26,016 तक पहुंच गई है। इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।' भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रति दिन प्रति दस लाख की आबादी पर जांच की संख्या में भी इजाफा हुआ है। डब्ल्यूएचओ की सलाह है कि एक देश में प्रतिदिन प्रति दस लाख की आबादी पर 140 लोगों की जांच होनी चाहिये। देश में कोविड-19 प्रयोगशालाओं की तादाद में भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल देशभर में 1,520 प्रयोशालाओं में कोविड-19 की जांच हो रही है, जिनमें 984 सरकारी और 536 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में एक दिन में संक्रमण के 61,408 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या सोमवार को 31,06,348 हो गई। इसके अलावा बीते 24 घंटे में 836 रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 57,542 तक पहुंच गई है।

भारत में कोविड-19 के 61,408 नए मामले

भारत में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 61,408 नए मामले सामने आए, जबकि चीन में पिछले आठ दिन से महामारी का कोई स्थानीय मामला सामने नहीं आया है। नयी दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार भारत में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 61,408 नए मामले सामने आने के साथ ही महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की कुल संख्या 31 लाख से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में पिछले 24 घंटे में 836 रोगियों की मौत के बाद कोविड-19 से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 57,542 हो गई है। उधर, चीन में पिछले आठ दिन से कोविड-19 का एक भी नया स्थानीय मामला सामने नहीं आया है। देश में अब बीजिंग फिल्म महोत्सव और अन्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इस सप्ताह हो रहा फिल्म महोत्सव अप्रैल में होने वाला था, लेकिन महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया था। यह पहली बार है जब फिल्म महोत्सव ‘रेड कार्पेट’ के बिना हो रहा है। चीन में थिएटर फिर से खुल गए हैं और दो अगस्त को संपन्न हुए शंघाई फिल्म महोत्सव में डेढ़ लाख से अधिक लोग पहुंचे। देश में सोमवार को सामने आए कोविड-19 के 16 नए मामले विदेश यात्रा करने वाले लोगों से जुड़े हैं। हांगकांग में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए और एक व्यक्ति की मौत हो गई। दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या लगातार 11वें दिन तीन अंकों में रही। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को 266 नए मामलों में से अधिकतर सियोल महानगर क्षेत्र में सामने आए हैं। बुसान, दाईजिओन और सेजोंग में भी संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। रविवार को संक्रमण के मामलों की संख्या 397 थी। ये सात मार्च के बाद से एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं। दक्षिण कोरिया ने रविवार से अधिक संख्या में लोगों के एकत्र होने, नाइटक्लबों और चर्चों के खुलने पर रोक लगा दी है। वहीं, न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर में लॉकडाउन चार दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डेर्न ने कहा कि ऑकलैंड में दो सप्ताह चलने वाला लॉकडाउन बुधवार को खत्म होना था, लेकिन अब यह रविवार तक जारी रहेगा। ऑस्ट्रेलिया में महामारी से सर्वाधिक प्रभावित विक्टोरिया प्रांत में पिछले आठ सप्ताह में सोमवार को सबसे कम 116 नए मामले सामने आए और 15 लोगों की मौत हो गई।

एक सितंबर से मेट्रो ट्रेन सेवाएं हो सकती हैं बहाल

एक सितंबर से शुरू हो रहे लॉकडाउन में छूट के चौथे चरण ‘अनलॉक 4’ में सरकार द्वारा मेट्रो ट्रेन सेवाओं को परिचालन की अनुमति दिये जाने की संभावना है लेकिन स्कूलों और कॉलेजों के निकट भविष्य में खुलने की संभावना नहीं है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। बार संचालकों को भी अपने काउंटर पर शराब बेचने की अनुमति दी जा सकती है लेकिन यह इजाजत ग्राहकों द्वारा उसे घर ले जाने के लिए होगी। अब तक बार खोलने की अनुमति नहीं दी गयी है। एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस लॉकडाउन में क्रमिक छूट के चौथे चरण ‘अनलॉक 4’ की जब शुरुआत होगी तब एक सितंबर से मेट्रो रेल सेवाओं को परिचालन की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि राज्यों में त्वरित परिवहन नेटवर्क के परिचालन की अनुमति के बारे में संबंधित राज्य सरकार वहां की कोरोना वायरस महामारी की स्थिति के आधार पर निर्णय लेंगी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मार्च में मेट्रो सेवाएं निलंबित कर दी गयी थी। इस महामारी की वजह से देश में अब तक 31 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि तत्काल स्कूल और कॉलेज नहीं खोले जायेंगे लेकिन इस पर गहन विचार-विमर्श चल रहा है कि विश्वविद्यालय, आईआईटी और आईआईएम जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों को खुलने की अनुमति दी जाए या नहीं। एक अन्य अधिकारी का कहना था कि सिनेमाघरों को एक सितंबर से खुलने की अनुमति देने की संभावना करीब-करीब नहीं है क्योंकि फिल्मकारों या सिनेमाघर मालिकों के लिए एक दूसरे से दूरी बनाकर चलने के नियम का अनुपालन करते हुए अपना कारोबारी काम करना वाणिज्यिक रूप से व्यावहारिक नहीं होगा। अनलॉक 4 के दिशानिर्देशों में केंद्र सरकार केवल प्रतिबंधित गतिविधियों का जिक्र करेगी, बाकी बहाल हो सकते हैं। अधिकारी के अनुसार राज्य सरकारें उन अतिरिक्त गतिविधियों पर अंतिम निर्णय ले सकती हैं जिन पर अनलॉक 4 के दौरान भी पाबंदी जारी रहे। अनलॉक 4 के दिशानिर्देश इस सप्ताह के आखिर तक जारी किये जा सकते हैं। देशभर में निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन सख्ती से बना रहेगा। फिलहाल मेट्रो रेल सेवाएं, सिनेमाघर, स्वीमिंग पूल, मनोरंज पार्क, थियेटर, बार , ऑडिटोरियम, अन्य सभागार और ऐसे अन्य स्थान प्रतिबंधित गतिविधियों के अंतर्गत हैं। अगले महीने सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियां, खेलकूद, मनोरंजन,अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम एवं अन्य समागम पर पाबंदी बने रहने की संभावना है। एक जून से लॉकडाउन में छूट की ‘अनलॉक’ की प्रक्रिया शुरू हुई थी।

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महाराष्ट्र में कोविड-19 के 11,015 नये मरीज

महाराष्ट्र में सोमवार को कोविड-19 के 11,015 नये मरीज सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या सात लाख के करीब यानी 6,93,398 हो गई है। महाराष्ट्र में 17 अगस्त को कोविड-19 मरीजों की संख्या छह लाख के पार चली गई थी और मंगलवार को महामारी की चपेट में आने वालों की संख्या सात लाख के पार होने के आसार हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 से 212 और लोगों की मौत दर्ज की गई है जिन्हें मिलाकर महाराष्ट्र में अबतक 22,465 लोग अपनी जान इस महामारी में गंवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गत 24 घंटे में 14,219 मरीज ठीक हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या पांच लाख के पार यानी 5,02,490 तक पहुंच गई है। अधिकारी के मुताबिक इस समय राज्य में 1,68,126 मरीज उपचाराधीन हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को राजधानी मुंबई में 743 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई जबकि 20 कोविड-19 मरीजों की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि मुंबई में अबतक 1,37,096 लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से 7,442 लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में 18,267 मरीज उपचाराधीन हैं। अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर में 1,107 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 90,257 हो गई है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में शहर में 40 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई। पुणे में अबतक 2,345 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो चुकी है। अधिकारी के मुताबिक अब तक महाराष्ट्र में 36,63,488 लोगों की जांच की गई है।

‘मिशन कोविड सुरक्षा’ का प्रस्ताव

देश में कोविड-19 के टीके के विकास की प्रक्रिया को तेज करने और इसके सुरक्षित तथा प्रभावी तरीके से विनिर्माण के लिए सरकार ने ‘मिशन कोविड सुरक्षा’ का प्रस्ताव किया है। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसका गठन करीब 3,000 करोड़ रुपये के कोष के साथ किया जाएगा। सरकार का इरादा जनता तक कोविड-19 के टीके की सस्ते दाम पर सुगम पहुंच सुनिश्चित करने का है। सूत्रों ने बताया कि इस मिशन की अगुवाई जैवप्रौद्योगिकी विभाग कर रहा है। इसमें चिकित्सकीय परीक्षण के चरण से लेकर नियामकीय कार्य और विनिर्माण यानी टीका विकास की पूरी प्रक्रिया शामिल होगी। इस मिशन का मकसद कम से कम छह संभावित वैक्सीन का विकास तेज करना है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल के लिए इनकी लाइसेंसिंग की जाए और बाजार में उतारा जाए। हालांकि, इसके बारे में अभी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है लेकिन कई अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह अभी प्रस्ताव के चरण में है। मसौदा प्रस्ताव के मुताबिक मिशन की समयसीमा 12 से 18 माह रखने का प्रसताव है और इसके लिये करीब 3,000 करोड़ रुपये का बजट होगा। प्रस्तावित मिशन के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसके टीके का विनिर्माण पर्याप्त मात्रा में हो जो देश की जरूरत को पूरा कर सके। प्रतिरक्षण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की मंजूरी के बाद इसे स्वास्थ्य मंत्रालय की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में पेश किया जाएगा ताकि कोविड-19 संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके। प्रस्ताव के मसौदे में कहा गया है कि कोविड-19 टीके के विकास को प्रोत्साहन के लिए सर्वश्रेष्ठ समूहों को एक-साथ लाने के लिए कई प्रयास पहले से किए जा रहे हैं। ऐसे में अब यह जरूरी हो गया है कि टीके का विकास और विनिर्माण परियोजना के तौर पर नहीं बल्कि मिशन के रूप में आगे बढ़ाया जायेगा। मसौदे में कहा गया है कि अभी तक टीके के विकास के प्रयास अलग अलग स्तर पर किये जाते रहे हैं। इसमें कहा गया है, ‘‘ऐसे में अगले 12 से 15 माह के दौरान टीके की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मिशन बनाने की जरूरत है। इस मिशन में क्लिनिकल परीक्षण से लेकर टीके का विकास और विनिर्माण शामिल होगा। साथ ही इसमें प्राथमिकता वाले वैक्सीन कैंडिडेट के विकास को बढ़ाया जाएगा। इसमें सभी उपलब्ध और वित्तपोषित संसाधन उत्पाद के तेजी से विकास के लिए उपलब्ध होंगे।’’ इसी के तहत भारतीय कोविड-19 वैक्सीन विकास कार्यक्रम-मिशन कोविड सुरक्षा को शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है। मसौदे के अनुसार राष्ट्रीय मिशन देश के नागरिकों को कोविड-19 के टीके तक जल्द से जल्द सुरक्षित और सस्ती पहुंच उपलब्ध कराने पर काम करेगा। यह आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित होगा। इसके तहत सिर्फ देश ही नहीं दुनिया को टीका उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को पूरा किया जाएगा।

एसओपी सभी तरह के मीडिया प्रोडक्शन पर लागू

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को स्पष्ट किया कि फिल्मों और टीवी कार्यक्रमों की शूटिंग के लिए जारी मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) वेब सीरिज सहित सभी तरह के मीडिया प्रोडक्शन पर लागू होगा। मंत्रालय की ओर से यह स्पष्टीकरण फिल्म और टेलीविजन कार्यक्रमों की शूटिंग दोबारा बहाल करने के लिए जारी एसओपी के एक दिन बाद आया है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए जारी निर्देशक सिद्धांत और एसओपी ‘‘सभी तरह के मीडिया प्रोडक्शन जिनमें फिल्म, टेलीविजन कार्यक्रम, वेब सीरीज और सभी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के लिए तैयार होने वाली सामग्री की शूटिंग पर लागू होंगे।’’ उल्लेखनीय है कि मंत्रालय द्वारा शूटिंग लिए जारी निर्देशित करने वाले सिद्धांत और एसओपी में सामाजिक दूरी का अनुपालन, कैमरे के सामने आने वाले अभिनेता या व्यक्ति के अलावा शूटिंग में शामिल सभी लोगों के लिए मास्क पहनने का निर्देश आदि शामिल है।

मध्य प्रदेश में एक दिन में सर्वाधिक 1292 नए मामले

मध्य प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सर्वाधिक 1292 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या 54,421 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 17 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 1,246 हो गयी है। मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से इंदौर में चार, भोपल, ग्वालियर, मुरैना, उज्जैन, रतलाम, राजगढ़, रायसेन, बैतूल, भिंड, दमोह, दतिया, हरदा एवं अनूपपुर में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे अधिक 364 मौत इंदौर में हुई हैं। भोपाल में 263, उज्जैन में 77, सागर में 45, जबलपुर में 66, ग्वालियर में 35, बुरहानपुर में 25, खंडवा में 21 एवं खरगोन में 25 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में सोमवार को कोविड—19 के सबसे अधिक 247 नये मामले इंदौर जिले में आये हैं, जबकि भोपाल में 129, ग्वालियर में 88, जबलपुर में 103, अनूपपुर में 70 एवं अलीराजपुर में 39 नये मामले आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 54,421 संक्रमितों में से अब तक 41,231 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 11,944 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार को 841 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कुल 4,334 निषिद्ध क्षेत्र हैं।

दिल्ली में कोविड-19 के 1061 नए मामले

दिल्ली में कोविड-19 के 1061 नए मामले आने से सोमवार को संक्रमितों की संख्या 1.62 लाख से ज्यादा हो गयी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 13 मरीजों की मौत हो गयी। शहर में संक्रमण से मृतकों की संख्या 4,313 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में आरटी-पीसीआर, सीबीनेट, ट्रूनेट विधि से 3,826 नमूनों की जांच की गयी जबकि 8,084 जांच रैपिड एंटीजन पद्धति से की गयी। शहर में 1,46,588 मरीज ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 11,626 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से 6143 मरीज घर पर पृथक-वास में हैं। शहर में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 644 है।

केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक के ऑक्सीजन स्तर में कमी

केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक का ऑक्सीजन स्तर सोमवार को कम हो गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि एम्स दिल्ली के चिकित्सकों की एक टीम रात में उनके स्वास्थ्य का जायजा लेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि नयी दिल्ली के कमांड अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों का संयुक्त दल नाईक के स्वास्थ्य का जायजा लेने आज रात गोवा पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि टीम निर्णय करेगी कि नाईक को आगे के उपचार के लिए दिल्ली ले जाना है अथवा नहीं। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नाईक के स्वास्थ्य में दोपहर के समय ‘‘उतार-चढ़ाव’’ हो रहा था। सावंत ने कहा, ‘‘नाईक के स्वास्थ्य की स्थिति ठीक थी लेकिन सोमवार को उनका ऑक्सीजन स्तर कम हो गया जिसके बाद मेडिकल समीक्षा की गई।’’ उन्होंने कहा कि एम्स दिल्ली के चिकित्सकों की एक टीम ने नाईक के उपचार पर नजर रखने के लिए निजी अस्तपाल का दौरा किया था। केंद्रीय मंत्री के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद 12 अगस्त को उन्हें यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर संक्रमित

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए । खट्टर ने छह दिन पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था। शेखावत भी संक्रमित पाए गए थे। खट्टर ने ट्वीट किया, ‘‘मैं आज जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हूं। मेरी जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने अपने सहयोगियों और संबद्ध लोगों से अपील की है, ‘‘पिछले सप्ताह से मेरे संपर्क में आए लोग जांच करा लें। मैं करीबी संपर्क में आए सभी लोगों से तुरंत पृथक-वास में चले जाने का अनुरोध करता हूं।’’ नयी दिल्ली में सतलुज यमुना लिंक नहर मुद्दे पर शेखावत के साथ बैठक के बाद खट्टर ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 की जांच करायी थी लेकिन संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी। खट्टर ने एहतियात के तौर पर बृहस्पतिवार को तीन दिनों के लिए पृथक-वास में जाने का फैसला किया था। हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से दो दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और भाजपा के दो विधायक भी सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।

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20,000 प्रवासी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था कर रहे सोनू सूद

अभिनेता सोनू सूद ने सोमवार को कहा कि वह नोएडा में बीस हजार प्रवासी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को उनके घर भेजने में सहायता करने को लेकर प्रशंसा पाने वाले सूद ने यह खबर इंस्टाग्राम पर साझा की। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पहल ‘प्रवासी रोजगार’ के तहत इन श्रमिकों को नोएडा के कपड़ा कारखानों में रोजगार भी दिलाया गया है। सूद ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मुझे खुशी है कि अब 20,000 प्रवासी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था कर रहा हूं। इन श्रमिकों को प्रवासी रोजगार के तहत नोएडा के वस्त्र कारखानों में रोजगार भी दिलाया गया है। एनएईसी अध्यक्ष श्री ललित ठकराल की सहायता से हम सब मिलकर चौबीस घंटे प्रवासी रोजगार के लिए काम कर रहे हैं।” सूद ने यह भी आश्वासन दिया कि श्रमिकों को स्वच्छ आवासीय सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। सूद ने देश के विभिन्न हिस्सों में रोजगार हासिल करने में मदद के लिए हाल ही में एक ऐप भी जारी किया था।

उप्र में 61 और लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 61 और लोगों की मौत होने के साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,987 हो गई है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि 4,677 नये मामले सामने आये हैं, राज्य में अभी तक कुल 1,92,382 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 2,987 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, 49,288 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 1,40,107 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

मेघालय में 59 और लोग संक्रमित

मेघालय में सोमवार को 11 सुरक्षाकर्मियों समेत कम से कम 59 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई जिसके बाद राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,976 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य सेवा निदेशक अमन वार ने कहा कि नए मामलों में से 55 पूर्वी खासी हिल जिले से सामने आए और चार मामले री भोई से सामने आए। उन्होंने कहा, “सशस्त्र सेनाओं के 11 कर्मी संक्रमण के शिकार हुए हैं जिनमें से नौ पूर्वी खासी हिल जिले से हैं और दो री भोई जिले से हैं।” मेघालय में वर्तमान में कोविड-19 के 1,179 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक 789 मरीज ठीक हो चुके हैं। अब तक राज्य में कोविड-19 से आठ मरीजों की मौत हो चुकी है। वार ने कहा कि पूर्वी खासी हिल जिले में 769 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी गारो हिल में 223 और री भोई में 98 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वी खासी हिल जिले में कोविड-19 के जिन मरीजों का इलाज चल रहा है उनमें से 276 सुरक्षाकर्मी हैं।

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गुजरात में कोरोना की स्थिति "भयावह"

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति को "काफी भयावह’’ बताते हुए मुख्य सचिव को पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की एक समिति गठित करने का निर्देश दिया है। समिति उन सभी सिविल और सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार करेगी जहां इस बीमारी के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति जेबी परदीवाला की खंडपीठ ने एक आदेश में कहा कि समिति सभी सरकारी व सिविल अस्पतालों में कमियों को देखते हुए (यदि कोई हो) ऐसे अस्पतालों की मौजूदा स्थिति के बारे में एक व्यापक रिपोर्ट तैयार करेगी ताकि उन्हें (कमियों को) ठीक किया जा सके। पीठ ने कहा, ‘‘गुजरात राज्य में आज की तारीख में स्थितियों के संबंध में जो तस्वीर उभरती है, वह काफी भयावह है।’’ पीठ ने 17 अगस्त के अपने आदेश में कहा ‘‘ हालांकि कोविड-19 महामारी की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, फिर भी मशीनरी को दुरूस्त करने की जरूरत है और राज्य को सबसे खराब स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।" अदालत का यह आदेश सोमवार को उपलब्ध कराया गया। अदालत का यह आदेश उस जनहित याचिका पर आया है जिसमें राज्य में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए गुजरात सरकार की तैयारियों का विवरण दिए जाने का अनुरोध किया गया है। अदालत ने गुजरात के सभी सिविल अस्पतालों, विशेष रूप से वड़ोदरा, राजकोट, भावनगर और गांधीनगर के, की स्थिति के बारे में जानकारी देने को कहा। पीठ ने मुख्य सचिव को पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की टीम गठित करने का निर्देश दिया जो संयुक्त, अतिरिक्त सचिव स्तर से नीचे के नहीं होंगे। समिति पूरे गुजरात का दौरा कर सभी सरकारी अस्पतालों में मौजूदा स्थिति का जायजा लेगी।

जम्मू-कश्मीर में 428 नए मामले

जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 428 नए मामले सामने आने के बाद सोमवार को संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 33,000 के पार पहुंच गए। केन्द्र शासित प्रदेश में कोविड-19 से सात और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 624 पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में 274 नए मामले सामने आए और जम्मू क्षेत्र में 154 मामले सामने आए। उन्होंने कहा कि अब तक जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 33,075 मामले सामने आ चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर जिले में 78 और जम्मू में 65 नए मामले सामने आए। जम्मू कश्मीर में अब तक कोविड-19 के 25,205 मरीज ठीक हो चुके हैं और वर्तमान में 7,246 मरीजों का इलाज चल रहा है।

उत्तराखंड में सात और मरीजों की मौत

उत्तराखंड में सोमवार को कोविड—19 ने सात और मरीजों की जान ले ली जबकि 412 नए लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने से महामारी पीड़ितों का आंकड़ा 15,529 हो गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, तीन कोविड-19 मरीजों ने एम्स ऋषिकेश में दम तोड़ा जबकि तीन अन्य की मौत हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई। एक अन्य की मृत्यु देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में हुई। अब तक प्रदेश में महामारी से मरने वालों की संख्या 207 हो चुकी है। कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 131 ताजा मामले हरिद्वार जिले में मिले जबकि उधमसिंह नगर जिले में 124, नैनीताल में 66 और देहरादून में 27 मरीज सामने आए। प्रदेश में अब तक कुल 10,912 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या 4,355 है। प्रदेश में कोविड 19 के 55 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस से 86 मरीजों की मौत

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8600 से अधिक मामले सामने आने के साथ प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा सोमवार को 3,61,712 पर पहुंच गया। प्रदेश में एक जिले में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है जबकि तीन और जिलों में यह संख्या 30 हजार को पार कर गयी है। आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि हाल तक प्रदेश में संक्रमण दर सबसे कम थी जो अब बढ़ कर 10.99 फीसदी हो गयी है और यह 8.65 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से अधिक है। यह आंकड़ा दैनिक आधार पर बढ़ रहा है और सोमवार को सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,601 मामले सामने आये। बुलेटिन में कहा गया है कि हालांकि संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर में धीरे धीरे सुधार हो रहा है और यह 74.32 प्रतिशत है और राष्ट्रीय औसत 75.27 फीसदी से कम है। इसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में 8,741 और मरीजों को सफल उपचार बाद छुट्टी दे दी गयी और प्रदेश में कोविड—19 से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ कर 2,68,828 हो गयी है। बुलेटिन में कहा गया है कि आज 86 और मरीजों की मौत हो गयी जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 3,368 हो गयी है। प्रदेश में कोरोना मृत्युदर 0.93 प्रतिशत है। इसके मुताबिक पूर्वी गोदावरी जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 50 हजार को पार कर गयी है। सोमवार को जिले में 1441 नये मामले के साथ यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 50,686 पर पहुंच गया है जो राज्य में सर्वाधिक है। बुलेटिन में कहा गया है कि विशाखापत्तनम में 911 ताजा मामले सामने आये संक्रमितों की कुल संख्या 30,715 पर पहुंच गयी। चित्तूर में 495 नये मामले के साथ कोविड—19 के कुल मामले 30,325 हो गये हैं जबकि पश्चिम गोदावरी जिले में यह आंकड़ा 30,326 पर पहुंच गया है और यहां 466 नये मामले सामने आये हैं। इसमें कहा गया है कि इन तीनों जिलों में संक्रमितों का आंकड़ा आज 30 हजार को पार कर गया है। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा कुरनूल (39,319), अनंतपुरामु (35,726) और गुंटूर (30,859) अन्य जिले हैं जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 30,000 से अधिक है। कोरोना संक्रमितों के मामले में प्रदेश में कभी दूसरे स्थान पर रहा कृष्णा जिला अब सूची में नीचे (13 वां स्थान) चला गया है और यहां संक्रमितों की संख्या 14,029 है जिनमें से 2,024 मरीजों का उपचार ल रहा है।

प्लाज्मा थेरेपी अब भी 'प्रायौगिक'

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज के लिये रोगमुक्त हो गए लोगों के प्लाज्मा का इस्तेमाल अब भी एक 'प्रायौगिक' थेरेपी के तौर पर देखा जा रहा है और इसके जो प्रारंभिक परिणाम आये हैं उससे यह पता चलता है कि यह अभी 'अनिर्णायक' है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि पिछली सदी में विभिन्न संक्रामक बीमारियों के इलाज के लिये बीमारी से उबरे लोगों के प्लाज्मा का इस्तेमाल किया गया था और इसका परिणाम मिला जुला रहा था। स्वामीनाथन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन प्लाज्मा थेरेपी को अब भी प्रायोगिक ही मानता है, और इसका लगातार मूल्यांकन किया जाना चाहिये। सौम्या ने कहा कि इस उपचार को मानकीकृत करना कठिन है क्योंकि लोगों में अलग अलग स्तर का एंटीबॉडी बनता है और प्लाज्मा केवल उन्हीं लोगों से लेना होता है जो बीमारी से ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि छोटे स्तर पर अध्ययन हुए हैं और इनसे निम्न कोटि के साक्ष्य मिले हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक के वरिष्ठ सलाहकार डॉ ब्रूस एलवार्ड ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी के अनेक दुष्प्रभाव हो सकते हैं जिनमें हल्का बुखार और सर्दी से लेकर फेफड़ा संबंधी गंभीर बीमारी शामिल है।

कोरोना काल में पैकेजिंग उद्योग में वृद्धि

पैकेजिंग कंपनियों को चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान मात्रा के लिहाज से ऊंची वृद्धि और बेहतर कमाई हासिल हुई है। कोरोना वायरस महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन के दौरान पैकिंग वाले उत्पादों की मांग बढ़ने से उद्योग को फायदा हुआ है। यूफ्लैक्स, कास्मो फिल्म्स और एस्सल प्रोपैक को पैकिंग उत्पादों की मांग बढ़ने का फायदा मिला। हाथ धोने के उत्पादों और सेनेटाइजर उत्पादों की पैकिंग की मांग में तेजी रही। वहीं कुछ खाद्य उत्पादों के लिये पैकिंग सामग्री की मांग भी बढ़ी है। यूफ्लैक्स लिमिटेड ने पिछले सप्ताह ही जून तिमाही के परिणाम में अपने शुद्ध लाभ में दो गुने से अधिक की वृद्धि हासिल होने की जानकारी दी है। जून 2020 को समाप्त तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 196.54 करोड़ रुपये रहा। यूफ्लैक्स के वित्त एवं लेखा अध्यक्ष एवं मुख्य वित्त अधिकारी राजेश भाटिया के मुताबिक कोविड-19 के कारण व्यक्तिगत स्वच्छता वाले उत्पादों की मांग में कई गुणा वृद्धि हुई। इनमें हाथ धोने वाले उत्पाद के साथ साथ सेनेटाइजर और जरूरी खाद्य सामग्री वर्ग में मांग तेजी से बढ़ी है। कास्मो फिल्म्स के सीईओ पंकज पोद्दार ने कहा कि पिछली तिमाहियों की दबी मांग और बेहतर आपूर्ति के चलते अप्रैल-जून अवधि के दौरान मार्जिन में सुधार आया है। कंपनी ने निवेशकों के समक्ष दिये गये प्रस्तुतीकरण में कहा, ‘‘कंपनी को वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अन्य देयताओं से पूर्व (ईबीआईटीडीए) 93 करोड़ रुपये की कमाई हुई। विशेष उत्पादों की अधिक बिक्री और परिचालन मार्जिन बढ़ने से यह प्राप्ति हुई।’’ कास्मो फिल्म्स का शुद्ध लाभ जून तिमाही के दौरान 69.15 प्रतिशत बढ़कर 46.99 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एस्सेल प्रोपैक ने भी जून तिमाही में 77.56 करोड़ रुपये का कर पूर्व मुनाफा हासिल किया है। इस दौरान कंपनी ने 74.60 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है। कुल राजस्व 17.72 प्रतिशत बढ़कर 741.49 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी एफएमसीजी और दवा क्षेत्र के कई प्रमुख ब्रांड को पैकिंग सामग्री की आपूर्ति करती है।

-नीरज कुमार दुबे

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