Unlock 4 के 14वें दिन स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना से लड़ाई में भारत की उपलब्धियाँ गिनाईं

dr harshvardhan

गुजरात के अहमदाबाद जिले में सोमवार को कोविड-19 के 175 नए मामले सामने आए जिससे यहां महामारी की जद में अब तक आए लोगों की संख्या 33,900 हो गई है। जिले में महामारी से पीड़ित तीन और रोगियों की मौत के बाद अहमदाबाद जिले में मृतक संख्या 1,777 हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.  हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 रोगियों के लिए पुन: उपयोग में लाये जा सकने वाली दवाओं के 13 क्लीनिकल परीक्षण तथा आधुनिक चिकित्सा उपचार की पद्धति का इस्तेमाल करते हुए परंपरागत ज्ञान का उपयोग करके उपचार के विकल्पों की सूची तैयार की जा रही है। कोविड-19 महामारी और केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर लोकसभा में बयान देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में प्रमुख रूप से ध्यान कोविड-19 के टीके के विकास पर रहा है और 30 से अधिक टीकों को समर्थन दिया गया है जो विकास के विभिन्न स्तरों पर हैं। उन्होंने कहा कि ‘इम्युनोमॉड्यूलेटर सेप्सिवाक’ के दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा पहली जड़ी-बूटी आधारित (फाइटोफार्मास्युटिकल) दवा एसीक्यूएच का दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण चल रहा है। हर्षवर्धन ने कहा कि ‘अश्वगंधा’ का एक रोगनिरोधक परीक्षण और ‘गुडूची प्लस पिप्पली’, यष्ठिमधु तथा पॉलीहर्बल आयुष औषधि (आयुष-64) के तीन परीक्षण मामूली रूप से अस्वस्थ कोविड-19 रोगियों पर करने की योजना है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में प्रभावी टीका निश्चित ही कारगर साबित होगा। हर्षवर्धन ने यह भी कहा कि आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 के प्रबंधन और उसे कम करने के लिए अनेक उपायों के जरिये योगदान दिया है।

76,271 लोगों की मृत्यु हुई

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि भारत में 11 सितंबर तक नोवेल कोरोना वायरस के कुल 45,62,414 मामले आए और 76,271 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि संक्रमण से मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत है। हर्षवर्धन ने लोकसभा में कहा कि अब तक 35,42,663 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और यह संख्या कुल मामलों का 77.65 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण और उससे मौत के सर्वाधिक मामले मुख्यत: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात से आये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी राज्यों में मामलों की संख्या अलग-अलग एक लाख से अधिक है।’’ हर्षवर्धन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 2.79 करोड़ से अधिक है और संक्रमण से 9.05 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि दुनिया में संक्रमण से मृत्यु की दर 3.2 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरी सरकार और संपूर्ण समाज के सहयोग से कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के कारण भारत संक्रमण के मामलों और उससे जान गंवाने वाले रोगियों की संख्या को प्रति दस लाख आबादी पर 3,328 मामले और 55 लोगों की मौत तक सीमित रखने में सफल रहा है जो यह इसी तरह प्रभावित अन्य देशों की तुलना में दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के माध्यम और बिना लक्षण वाले संक्रमण जैसे महामारी के अनेक मानकों पर अब भी अनुसंधान किया जा रहा है। एक बार संक्रमण होने के बाद व्यक्ति को पहले दिन से लेकर 14 दिन के बीच कभी भी बीमारी के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मुख्य लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होना है। भारत में करीब 92 प्रतिशत मामले हल्के लक्षण वाले हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 को सर्वोच्च स्तर की राजनीतिक चुनौती के तौर पर लिया। भारत महामारी से निपटने के लिए सामूहिक तौर पर खड़ा हुआ और अनुमान है कि सरकार के लिये गये फैसलों से संक्रमण के करीब 14-29 लाख मामलों को रोकने में और 37,000-38,000 लोगों को मौत से बचाने में मदद मिली। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था जब पीपीई का स्वदेशी उत्पादन नहीं हो रहा था। आज हम इस मामले में आत्म-निर्भर हैं और निर्यात करने की भी स्थिति में हैं।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘मेरी अध्यक्षता में एक मंत्रिसमूह ने तीन फरवरी, 2020 को इसके गठन से लेकर अब तक 20 बार बैठक की हैं। इस मंत्रिसमूह में विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री हैं।’’ उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने देश में कोविड-19 प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर 10 मार्च को 11 अधिकार-प्राप्त समूहों का गठन किया था।

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झारखंड में 14 और संक्रमितों की मौत

झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 14 और लोगों की मौत हो गयी जबकि संक्रमण के 1014 नये मामले सामने आये। इसके साथ ही प्रदेश में वायरस संक्रमण से मरने वालों और संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर क्रमश: 558 तथा 61474 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 14 और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी जिन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 558 हो गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उपरोक्त अवधि में कोरोना वायरस संक्रमण के 1014 नये मामले सामने आये हैं जिससे प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 61474 हो गयी है। इसमें कहा गया है कि राज्य के 61474 संक्रमितों में से 46583 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार 14333 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है।

एंबुलेंस की तरह माना जाएगा

महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को आदेश जारी किया जिसके मुताबिक ऑक्सीजन ले जा रहे वाहनों को एंबुलेंस माना जाएगा ताकि कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों तक इस गैस की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इस संबंध में सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया कि एक साल तक केवल ऑक्सीजन लेकर जा रहे वाहनों को एंबुलेंस माना जाएगा। अधिसूचना में कहा गया, इसलिए महाराष्ट्र सरकार घोषाण करती है कि चिकित्सा जरूरतों के लिए ऑक्सीजन ले जाने के लिए अधिकृत वाहनों को ऐसी आपदा के मद्देनजर एक साल तक केवल ऑक्सीजन लदे होने पर एंबुलेंस माना जाएगा और इन वाहनों को आपातकाल सेवा या आपदा प्रबंधन ड्यूटी पर तैनात वाहनों की सुविधा मिलेगी।''

आयुष पद्धति शामिल की गईं

कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों के प्रबंधन प्रोटोकॉल में कई आयुष पद्धतियों को शामिल किया गया है। यह जानकारी सोमवार को एक आधिकारिक बयान में दी गई। आयुष मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रोटोकॉल कोविड-19 के रोगियों के लिए घर पर देखभाल के वास्ते एक एकीकृत समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है और यह बचाव तथा उपचारात्मक चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल के लिए नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान समय में जो मरीज गंभीर कोविड-19 बीमारी से ठीक हुए हैं, वे थकान, खांसी, गले में खराश जैसे कई लक्षणों की शिकायत कर रहे हैं। उसने कहा, ‘‘कोविड-19 के बाद के प्रोटोकॉल व्यक्तिगत स्तर पर मास्क का उचित इस्तेमाल जारी रखने, हाथ और श्वसन स्वच्छता, एक दूसरे से दूरी बनाये रखने आदि की सलाह देता है। आयुष चिकित्सा के एक योग्य चिकित्सक द्वारा पर्याप्त मात्रा में गर्म पानी और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने वाली आयुष दवाएं लेने की सलाह दी जाती है।’’ मंत्रालय ने साथ ही चिकित्सक के बताये अनुसार योगासन, प्राणायाम और ध्यान जैसे हल्की और मध्यम कसरत की भी सिफारिश की। साथ ही सुबह और शाम में सुविधा के अनुसार गति से टहलने की भी बात कही। उसने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा पहले से जारी की गई सलाह के अनुसार व्यक्तिगत स्तर पर प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने वाली आयुष दवाएं लेने की सलाह दी जाती है जो कि एक योग्य चिकित्सक के परामर्श के अधीन है। इनमें आयुष क्वाथ, गुनगुने पानी के साथ गिलोय पाउडर, अश्वगंधा और च्यवनप्राश जैसे आसानी से तैयार होने वाली चीजें लेना शामिल है। अन्य सिफारिशों में आंवला फल, मुलेठी पाउडर और हल्दी वाला दूध शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को उन मरीजों के लिए एक नया प्रबंधन प्रोटोकॉल जारी किया, जो कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। इस प्रोटोकॉल में दिए गए कुछ सुझावों में योगासन, प्राणायाम, ध्यान और च्यवनप्राश का सेवन शामिल है।

तमिलनाडु में कोविड-19 के 5,752 नये मामले

तमिलनाडु में सोमवार को कोविड-19 के 5,752 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,08,511 हो गई। वहीं 53 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 8,434 हो गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि नये मामलों में से 991 मामले चेन्नई में सामने आये जबकि अन्य मामले राज्य के अन्य स्थानों से सामने आये। राज्य में अभी तक सामने आये कोविड-19 के पांच लाख से अधिक मामलों में से चेन्नई में 1,49,583 मामले सामने आये हैं। मृतकों में 29 और 90 वर्ष के दो पुरुष, 33 वर्षीय एक महिला शामिल है और कुल मिलाकर 50 व्यक्तियों को अन्य बीमारियां भी थीं। इसमें कहा गया है कि 5,799 मरीजों को ठीक होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इस तरह से अभी तक ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या 4,53,165 है जबकि 46,912 मरीज उपचाराधीन हैं। 80,123 नमूनों की जांच की गई और अभी तक कुल 59,68,209 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

पंजाब ऑक्सीजन के उत्पादन में बढ़ोत्तरी करेगा

पंजाब में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि वे वर्तमान जरूरत को पूरा करने के लिए चिकित्सा ऑक्सीजन के स्थानीय उत्पादन में वृद्धि करें। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य के किसी भी संकट से निपटने के लिए ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़े, इसके मद्देनजर यह कदम उठाया गया। अब तक पंजाब अपनी ऑक्सीजन की आवश्यकताओं को अन्य राज्यों जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से पूरा कर रहा था। हालांकि, जैसे-जैसे मामले बढ़ रहे हैं और देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी की रिपोर्ट आ रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के भीतर ही उत्पादन के जरिए अतिरिक्त आपूर्ति उत्पन्न करने की आवश्यकता है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस निर्णय के तहत स्वास्थ्य विभाग ने अब तक एक औद्योगिक ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता को पंजाब में ही ऑक्सीजन का उत्पादन करने का लाइसेंस प्रदान किया है जबकि छह पैकिंग इकाइयों को चिकित्सा उपयोग के लिए ऑक्सीजन की पैकिंग की अनुमति दी गई है। इसके मुताबिक, भविष्य में ऑक्सीजन की मांग में वृद्धि होने पर अन्य राज्यों से होने वाली आपूर्ति और स्थानीय उत्पादन की सहायता से इससे निपटा जा सकेगा।

एकीकृत स्वास्थ्य प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 ने इस मान्यता को दोबारा पुष्ट किया कि अलग-अलग चिकित्सा विधाओं का स्वस्थ एकीकरण बीमारी के इलाज में सफलता की कुंजी है, अन्यथा किसी एक विधा से इलाज करने पर रोग का पूरी तरह से निदान नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में प्राप्त अनुभवों और अनुसंधान ने रेखांकित किया है कि कोविड-19 के इलाज एवं बचाव में मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और प्राकृतिक अवरोध अहम भूमिका निभाते हैं। कार्मिक मंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए सभी विधाओं में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की तकनीक चाहे वह आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी,योग और नेचुरोपैथी हो कोविड-19 महामारी की चपेट में दुनिया के आने के बाद से लोकप्रिय हुई हैं।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 से एकीकृत स्वास्थ्य प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित हुआ है। जितेंद्र सिंह ने यह बात ‘ब्रह्मर्षि बर्फानी अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान’ हरिद्वार के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान कही। कार्मिक मंत्रालय के बयान के मुताबिक प्रतिनिधिमंडल कोविड-19 पर नये होमियोपैथी अनुसंधान संबंधी प्रस्तुति देने आया था।

मनीष सिसोदिया कोरोना वायरस से संक्रमित

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को बताया कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। एक ट्वीट में 48 वर्षीय आम आदमी पार्टी नेता ने कहा कि वह पृथकवास में हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'हल्के बुखार के बाद आज कोविड-19 जांच करायी, जांच में संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। मैंने स्वयं को एकांतवास में रख लिया है। फिलहाल बुखार या अन्य कोई परेशानी नहीं है, मैं पूरी तरह ठीक हूँ। आप सब की दुआओं से जल्द ही पूर्ण स्वस्थ होकर काम पर लौटूंगा।' उन्होंने आज दिन में विधानसभा के एकदिवसीय सत्र में हिस्सा नहीं लिया था।

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केरल में कोविड-19 के 2,540 नए मामले

केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,540 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,10,818 हो गई। वहीं संक्रमण की वजह से 15 और लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर अब 454 हो गई। मुख्यमंत्री पी विजयन ने संवाददाताओं को बताया कि सोमवार को 2,110 लोग संक्रमण मुक्त हुए और 30,486 लोगों का इलाज अभी चल रहा है। वहीं अब तक 79,813 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण के नए मामलों में से 34 लोग विदेश से आए हैं और 73 लोग अन्य राज्यों से लौटे हैं। वहीं 2,346 लोग संपर्क से संक्रमित हुए हैं जबकि 212 लोगों के संक्रमित होने के स्रोत की जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 64 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित मरीजों में शामिल हैं, इनमें से 24 कन्नूर से हैं। मल्लापुरम से सबसे ज्यादा 482 संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसके बाद कोझिकोड से 382, तिरुवनंतपुरम से 332, एर्नाकुलम से 255 और कन्नूर से 232 मामले सामने आए हैं। वहीं वायनाड से 20 और पथनमथिट्टा से 16 मामले सामने आए हैं।

दिल्ली में स्थिति शीघ्र ही नियंत्रण में होगी

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को विश्वास व्यक्त किया कि कोविड-19 स्थिति शीघ्र ही नियंत्रण में होगी और लोगों को घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने यह दावा भी किया कि दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के मरीजों का घरों में पृथक-वास शुरू करने वाली ‘दुनिया में पहली’ है। जैन ने दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में कहा, ''कोविड-19 की स्थिति शीघ्र ही नियंत्रण में होगी। हम रोजाना 60,000 से अधिक परीक्षण कर रहे हैं। घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है और उन्हें इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए मास्क लगाना चाहिए और अन्य निर्देशों का पालन करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ''कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई मे हम जहां से भी, जो कुछ सीख सकते थे, हमने सीखा और पारदर्शिता बरती। दिल्ली सरकार घरों में पृथक-वास शुरू करने वाली दुनिया में पहली है। हमने पल्स ऑक्सोमीटर का इस्तेमाल शुरू किया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज निजी अस्पतालों की तुलना में किसी भी मायने में कम बेहतर नहीं है।''

दिल्ली में संख्या बढ़कर दो लाख 21 हजार से अधिक

दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,229 नए मामले सामने आने के बाद महामारी की जद में आए कुल लोगों की संख्या दो लाख 21 हजार से अधिक हो गई। वहीं, मृतकों की संख्या 4,770 हो गई है। दिल्ली सरकार के ताजा स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि बीते 24 घंटे में 26 रोगियों की मौत हुई है। इससे पहले, बीते पांच दिन में प्रतिदिन संक्रमण के चार हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। राजधानी में रविवार को 4,235, शनिवार को 4,321, शुक्रवार को 4,266, बृहस्पतिवार को 4,308 और बुधवार को 4,039 मामले सामने आए थे। दिल्ली में अब तक संक्रमित पाए गए 2,21,533 लोगों में से 1,88,122 लोग या तो ठीक हो गए हैं या किसी दूसरे राज्य में चले गए हैं।

केजरीवाल का आश्वासन

दिल्ली में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु की दर संभवत: विश्व में सबसे कम है तथा चिंता मामलों की संख्या की नहीं, वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘‘वर्तमान में दिल्ली में सबसे अधिक कोविड-19 जांच की जा रही है। लगभग 21 लाख जांच के साथ अब तक दिल्ली की 11 प्रतिशत जनसंख्या की जांच की जा चुकी है। चिंता वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए, मामलों की संख्या की नहीं। दिल्ली में मृत्यु दर पूरी दुनिया में शायद सबसे कम है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देशभर से लोग कोरोना वायरस के उपचार के लिए दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली में अब तक अन्य राज्यों के कुल 5,264 लोगों का इलाज किया गया है। यह एक मुश्किल समय है। मानव इतिहास में कभी भी इस तरह की महामारी नहीं देखी गई है। हमें मानव की भलाई के लिए काम करना है।’’ मुख्यमंत्री ने केंद्र को पीपीई किट, जांच किट और वेंटिलेटर की मदद के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं केंद्र को इसके लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि उसने जब भी जरूरत हुई पीपीई किट, जांच किट, वेंटिलेटर के साथ हमारी मदद की... हमारी कमजोरी यह है कि हमें नहीं पता कि राजनीति कैसे करनी है। यह हमारी सबसे बड़ी ताकत भी है।’’ केजरीवाल ने यह उल्लेखित किया कि पहला प्लाज्मा बैंक दिल्ली में ‘इंस्टीट्यूट आफ लिवर एंड बिलीरी साइंसेस (आईएलबीएस) में खुला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब तक 1,965 मरीजों को प्लाज्मा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि 1,965 लोगों की जान बची है।’’

कोविड-19 संक्रमित 62 और लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 62 और लोगों की मौत हो गई तथा 5208 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 62 और मौतों के साथ राज्य में अब तक मरने वाले कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4491 हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ में सबसे ज्यादा आठ लोगों की मौत हुई है, जबकि कानपुर नगर में छह, गोरखपुर, वाराणसी और शाहजहांपुर में तीन-तीन, प्रयागराज, मेरठ, देवरिया, हरदोई, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर-खीरी, पीलीभीत, संभल और फर्रुखाबाद में दो-दो जबकि मुरादाबाद, झांसी, बाराबंकी, अयोध्या, गाजीपुर, गोंडा, मथुरा, सीतापुर, सुल्तानपुर, चंदौली, बहराइच, सोनभद्र, बदायूं, कन्नौज, मऊ, ललितपुर, जालौन, औरैया, कानपुर देहात तथा बलरामपुर में कोविड-19 संक्रमित एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 5208 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। लखनऊ में सबसे ज्यादा 992 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि की गई है। इसके अलावा प्रयागराज में 346, कानपुर नगर में 341, गाजियाबाद में 278, मेरठ में 158 और वाराणसी में 154 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 5932 मरीज इस संक्रमण से उबर कर पूरी तरह ठीक हुए हैं। प्रदेश में इस वक्त कोविड-19 के 67287 मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी संक्रमित

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। सिंह के पौत्र और उत्तर प्रदेश के तकनीकी एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में कहा "पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं हमारे मार्गदर्शक श्रद्धेय बाबू जी श्री कल्याण सिंह जी के कोरोना संक्रमित होने की खबर मिली है। प्रभु श्री राम जी से आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। हम सबकी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।" सूत्रों के मुताबिक 88 साल के सिंह को लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया है।

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क्या मुंह या नाक के जरिए कारगर हो सकता है टीका ?

ब्रिटिश वैज्ञानिक यह देखने के लिए एक छोटा अध्ययन कर रहे हैं कि कोविड-19 के दो प्रायोगिक टीके क्या इंजेक्शन की जगह मुंह अथवा नाक के जरिए दिए जाने पर बेहतर काम कर सकते हैं। इंपीरियल कॉलेज लंदन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने एक बयान में कहा कि परीक्षण में शामिल 30 लोगों पर प्रयोग कर यह देखा जाएगा कि इन टीकों की बूंदों को मुंह में डालने से ये टीके बेहतर काम करेंगे या नहीं क्योंकि इस तरह ये टीके इन लोगों के श्वसन तंत्र को सीधे प्रभावित करेंगे। संबंधित दोनों टीके इंपीरियल कॉलेज लंदन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा ही विकसित किए गए हैं। दोनों संस्थानों का व्यापक अध्ययन पहले से ही जारी है, लेकिन छोटा अध्ययन यह देखने के लिए है कि टीकों को इंजेक्शन के जरिए शरीर में पहुंचाने की जगह क्या दवा को मुंह अथवा नाक में डालकर सीधे श्वसन तंत्र को प्रभावित कर बेहतर असर हो सकता है। इंपीरियल कॉलेज के डॉक्टर क्रिस चिऊ ने कहा, ‘‘हमारे पास साक्ष्य हैं कि इन्फ्लुएंजा टीके की दवा को नाक के जरिए दे कर फ्लू से लोगों की रक्षा की जा सकती है और बीमारी के प्रसार को रोकने में भी मदद मिल सकती है।’’ उन्होंने कहा कि अध्ययन यह देखने के लिए किया जा रहा है कि क्या ऐसा कोविड-19 के मामले में भी हो सकता है।

दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में संकुचन

एक वैश्विक विकास एजेंसी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अप्रैल से जून के दौरान अप्रत्याशित रूप से गिरावट दर्ज की गई है। पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने सोमवार को कहा कि जी- 20 समूह के देशों में अप्रैल से जून तिमाही के दौरान उनका सकल घरेलू उत्पाद 6.9 प्रतिशत की रिकार्ड दर से नीचे आया है। संगठन ने कहा है कि यह आंकड़ा 2009 की वित्तीय संकट के दौरान पहली तिमाही में आई 1.6 प्रतिशत की उस समय की रिकार्ड गिरावट के मुकाबले कहीं बड़ी गिरावट वाला है। ओईसीडी ने कहा कि इस साल अप्रैल से जून अवधि में भारत में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 25.2 प्रतिशत, ब्रिटेन में 20.4 प्रतिशत और मैक्सिको में 17.1 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं अमेरिका में इस दौरान 9.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ओईसीडी ने कहा है कि इस दौरान जी-20 समूह में केवल चीन एकमात्र देश रहा है जिसकी अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 11.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। संगठन ने कहा है कि इससे इस देश में महामारी के जल्द शुरू होने और उसके बाद सुधार को दर्शाता है।

-नीरज कुमार दुबे

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