Unlock 4 के 19वें दिन कोरोना से स्वस्थ होने के मामले में दुनिया में शीर्ष पर पहुंचा भारत

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अहमदाबाद में शनिवार को कोविड-19 के 178 और मरीजों के मिलने के साथ ही यहां संक्रमित कुल लोगों की संख्या बढ़कर 34,758 हो गई। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आज तीन और मरीजों की मौत होने से जिले में महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,794 हो गई।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 रोगियों के स्वस्थ होने के मामले में ऐतिहासिक वैश्विक उपलब्धि हासिल करते हुए अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है और इस मामले में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक 42,08,431 कोविड-19 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं जो दुनिया के सभी देशों में संक्रमणमुक्त हुए रोगियों की सर्वाधिक संख्या है। देश में संक्रमण से स्वस्थ होने की दर करीब 80 प्रतिशत हो गयी है, वहीं संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.61 प्रतिशत रह गयी है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘अब भारत में दुनिया भर में संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों की करीब 19 प्रतिशत संख्या है। इसके कारण संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर मजबूती से सुधरकर 79.28 प्रतिशत हो गयी है।’’ उसने कहा कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में आक्रामक तरीके से जांच करके रोगियों की जल्दी पहचान करने के केंद्रित, क्रमबद्ध और प्रभावी उपायों, त्वरित निगरानी और मानकीकृत उच्च गुणवत्ता पूर्ण क्लीनिकल देखभाल के कारण इस वैश्विक उपलब्धि को हासिल किया जा सका है। मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे की अवधि में देश में 95,880 लोग कोविड-19 से उबर चुके हैं और स्वस्थ हुए 90 प्रतिशत मामले 15 राज्यों तथा एक केंद्रशासित प्रदेश से आये हैं। मंत्रालय ने कहा कि स्वस्थ हुए रोगियों के नये मामलों में करीब 60 फीसद मामले पांच राज्यों- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा उत्तर प्रदेश से आये हैं। इन्हीं पांच राज्यों में संक्रमण के सर्वाधिक मामले भी आये हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में 22 हजार से अधिक लोग (23 प्रतिशत) स्वस्थ हुए हैं, वहीं संक्रमणमुक्त होने के नये मामलों में आंध्र प्रदेश में 11,000 (12.3 प्रतिशत) लोग हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत बहुत अधिक संख्या में रोगियों के ठीक की दिशा में लगातार बढ़ रहा है। यह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशेष केंद्रित रणनीतियों के साथ समन्वित प्रभावी कार्रवाई का परिणाम है।’’ मंत्रालय के अनुसार देश में रेमडेसिविर, प्लाज्मा थैरेपी अैर टोसिलीजुमैब जैसी अनुसंधान आधारित पद्धतियों के तर्कसंगत इस्तेमाल की अनुमति दी गई और अन्य तरीकों को भी अपनाया गया। केंद्र सरकार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दी जा रही सहायता की नियमित समीक्षा कर रहा है। वह अस्पतालों तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर भी लगातार नजर रख रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 95,880 लोग संक्रमणमुक्त हो गए हैं। इसी अवधि में कोरोना वायरस संक्रमण के 93,337 नए मामले सामने आए जिसके साथ देश में कोविड-19 के कुल 53,08,014 मामले हो गए हैं। बीते 24 घंटे में 1,247 संक्रमितों की मौत हुई है जिसके साथ मृतक संख्या बढ़कर 85,619 हो गई।

गुजरात में 1,432 नए मरीज सामने आए

गुजरात में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक एक दिन में सर्वाधिक 1,432 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,21,930 तक पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। इसके मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 16 लोगों की मौत हो गई जिससे राज्य में इस महामारी से अब तक 3,305 मरीजों की मौत हो चुकी है। विभाग के मुताबिक, इसी अवधि में 1,470 मरीज ठीक हुए जो सामने आए 1,432 नए मामलों से अधिक संख्या है। राज्य में अब तक 1,02,571 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और फिलहाल 16,054 मरीज उपचाराधीन हैं। गुजरात में अब तक 37,39,782 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

कर्नाटक में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं

कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की कोई कमी नहीं है। मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि राज्य में आपूर्ति खत्म न हो, सरकार गुजरात से ऑक्सीजन टैंक मंगा रही है। आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, यहां से लगभग 70 किलोमीटर दूर तुमकुरु में सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज एवं अनुसंधान केंद्र में कोविड प्रयोगशाला का उद्घाटन करने के बाद मंत्री ने कहा कि न केवल सरकारी अस्पतालों, बल्कि निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रयोगशाला में प्रति दिन 2,000 नमूनों की जांच की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में, कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी, लेकिन संबंधित जिलों में औद्योगिक क्षेत्रों से सहयोग से मांग की पूर्ति की गई थी। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय कर रही है कि भविष्य में ऑक्सीजन की कोई कमी न हो।

हिंसा की घटनाओं में खासी कमी आयी

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को राज्यसभा में कहा कि एक अध्यादेश लाए जाने के बाद देश में स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में खासी कमी आयी। उस अध्यादेश में ऐसी गतिविधियों को गैर-जमानती अपराध बनाया गया है। सरकार ने 22 अप्रैल को एक अध्यादेश जारी कर महामारी कानून 1897 में संशोधन किया और कोविड-19 मरीजों का इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को गैर-जमानती अपराध बनाते हुए दंड का भी प्रावधान किया। ऐसे अपराधों में सात साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है। मंत्री ने उच्च सदन में महामारी (संशोधन) विधेयक, 2020 चर्चा के लिए पेश करते हुए कहा कि अध्यादेश के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ ऐसी घटनाओं में कमी आयी है। उन्होंने कहा, "हम सभी ने देखा है कि पूरे देश में स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में खासी कमी आयी है।’’ उन्होंने कहा कि अध्यादेश इसलिए लाया गया था क्योंकि कोरोना वायरस मरीजों का इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा और उन्हें परेशान किए जाने की घटनाओं की संख्या बढ़ रही थी। मंत्री ने कहा कि उन्हें अपने घरों या सोसाइटी में प्रवेश नहीं करने दिया गया और उनके साथ मारपीट की घटनाएं हुयीं। जब स्वास्थ्य कर्मी निगरानी के लिए गए तो उनके साथ बदसलूकी की गयी। इससे स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल कम हो रहा था।

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झारखंड में कोरोना से नौ और लोगों की मौत

झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से नौ और लोगों की मौत हो गयी जबकि इसी अवधि में प्रदेश में संक्रमण के 1538 नये मामले सामने आये, इसके बाद राज्य में मरने वालों तथा संक्रमित मरीजों की कुल संख्या क्रमश: 605 तथा 68638 हो गयी है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज दिन में जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटों में नौ और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी जिससे इस वायरस से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 605 हो गयी है। इसमें कहा गया है कि इसी अवधि में प्रदेश में संक्रमण के 1538 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 68,638 हो गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में 54,423 मरीज ठीक होकर अपने अपने घरों को लौट चुके हैं। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा 13610 संक्रमितों का इलाज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में जारी है।

उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 190 प्रतिशत की वृद्धि

राष्ट्रीय राजधानी में एक महीने में कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या में लगभग 190 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दौरान लगभग 84,087 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के विश्लेषण से पता चला है कि शहर में 18 अगस्त को कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या 11,068 थी जो रिकॉर्ड वृद्धि के बाद शुक्रवार को 32,250 हो गई। ऐसे ही आंकड़े जून में भी देखने को मिले थे जब 18 जून को उपचाराधीन रोगियों की संख्या 11,555 से बढ़कर 27 जून तक 28,329 हो गई थी। हालांकि 31 जुलाई तक यह कम होकर 10,705 रह गई थी। विश्लेषण के अनुसार चार अगस्त को यह और अधिक कम होकर 30 मई के बाद पहली बार 10 हजार से कम रह गई थी। 30 मई को उपचाराधीन रोगियों की संख्या 9,897 थी। हालांकि जब ऐसा लग रहा था कि उपचाराधीन रोगियों की संख्या में और गिरावट होगी, तब नए मामले सामने आने के साथ-साथ इसमें वृद्धि होती चली गई। दिल्ली में 29 अगस्त को उपचाराधीन रोगियों की संख्या 14,040 थी। एक सितंबर को यह बढ़कर 15,870 हो गई। ऐसे रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि होती गई और छह सितंबर को यह संख्या बढ़कर 20,909 तक पहुंच गई। विश्लेषण के अनुसार 10 सितंबर को उपचाराधीन रोगियों की संख्या 25,416 हो गई। 16 सितंबर को पहली बार इलाजरत मरीजों की संख्या 30 हजार के आंकड़े को पार कर 30,914 हो गई। दिल्ली में 18 अगस्त से कोविड-19 के 84,087 मामले सामने आ चुके हैं। प्रतिदिन औसतन 2,712 नए मामले सामने आए हैं। गत एक सितंबर से 61,768 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान प्रतिदिन औसतन 3,431 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के अनुसार जांच की संख्या में वृद्धि के चलते संक्रमण के मामले तेजी से सामने आए हैं।

बिहार में कोरोना वायरस से दो और लोगों की मौत

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान दो और लोगों की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या शनिवार को 861 पहुंच गयी जबकि 1616 नए मरीजों के सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढकर 166987 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बेगूसराय एवं सीतामढी जिले में एक—एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इसी के साथ इस रोग से राज्य में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढकर 861 हो गयी। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के 1616 नए मामले सामने आने के साथ प्रदेश में अबतक इस रोग से संक्रमित लोग बढकर 166987 हो गये हैं। बिहार में पिछले 24 घंटे में 1556 मरीज ठीक हुए। अब तक कुल 152956 मरीज ठीक हुए हैं। बिहार में वर्तमान में कोविड 19 के 13169 मरीज उपचाररत हैं और स्वस्थ हेाने की दर 91.60 फीसदी है। पिछले 24 घंटे के भीतर 124332 नमूनों की जांच की गयी।

उप्र में 5,287 नये मामले

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 5,287 नये मामलों के साथ शनिवार को कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,48,517 पहुंच गयी। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि अभी तक प्रदेश में कुल 4,953 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 66,874 है। उन्होंने बताया कि अभी तक 2,76,690 रोगी संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में ठीक होने वाले रोगियों की दर 79.39 प्रतिशत है। अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 6,596 रोगी ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को करीब एक लाख 54 हजार परीक्षण किये गये। प्रदेश में अब तक कुल 83 लाख परीक्षण किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश में इतने अधिक परीक्षण करने के लिये सराहना की है।

सिक्किम में तीन मंत्री और संक्रमित

सिक्किम की प्रेम सिंह तमांग सरकार के तीन मंत्री और भाजपा के दो विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि विधानसभा के सोमवार को प्रस्तावित एक दिवसीय सत्र से पहले शुक्रवार को एहतियात के तौर सभी विधायकों और विधानसभा के कर्मचारियों की कोविड-19 जांच कराई गई थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि सूचना एवं जन संपर्क मंत्री लोकनाथ शर्मा, वन एवं पर्यावरण मंत्री केएल भूटिया और ऊर्जा मंत्री एमएन शेरपा कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा भाजपा विधायक एफ तमांग और टीटी भूटिया भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। सिक्किम में शुक्रवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 2,304 मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमण से 25 रोगियों की मौत हो चुकी है।

एक करोड़ प्रवासी कामगार अपने राज्य वापस लौटे

सरकार ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 महामारी और उसके बाद लॉकडाउन के दौरान एक करोड़ से अधिक प्रवासी कामगार अपने राज्यों को वापस गए तथा प्रवासी कामगारों की कठिनाइयों को दूर करने के लिये कई उपाए किये गए हैं। लोकसभा में कनिमोई करूणानिधि के प्रश्न के लिखित उत्तर में श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने यह जानकारी दी। सदन में गृह राज्य वापस आये प्रवासी कामगारों की संख्या के बारे में पेश ब्यौरे के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 32,49,638 प्रवासी कामगार वापस आए। इसी प्रकार से बिहार में 15,00,612, पश्चिम बंगाल में 13,84,693 और राजस्थान में 13,08,130 प्रवासी कामगार वापस लौटे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 7,53,581 प्रवासी कामगार, झारखंड में 5,30,047, पंजाब में 5,15,642, असम में 4,26,441 प्रवासी कामगार वापस लौटे। गंगवार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की शिकायतों को हल करने के लिये मंत्रालय ने पूरे देश में 20 नियंत्रण कक्ष स्थापित किये। लॉकडाउन के दौरान इन नियंत्रण कक्षों के माध्यम से श्रमिकों के 15 हजार से अधिक शिकायतों का समाधान किया गया। उन्होंने बताया कि मंत्रालयों के हस्तक्षेप के कारण दो लाख से अधिक श्रमिकों को लगभग 295 करोड़ रूपये की राशि की मजदूरी का भुगतान किया गया था। मंत्री ने बताया कि अब तक 1.83 करोड़ निर्माण क्षेत्र के श्रमिकों को विभिन्न राज्यों द्वारा बनवाये जा रहे भवनों एवं अन्य निर्माण कर्मकार उपकर निधि से सीधे उनके बैंक खातों में 5000 करोड़ रूपये प्रदान किये गए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत प्रतिदिन की मजदूरी को 182 रूपये से बढ़ाकर 202 रूपये कर दिया गया। गंगवार ने कहा कि अपने गृह राज्य लौट चुके प्रवासी कामगारों के नियोजन को सुविधाजनक बनाने के लिये अभियान के तहत 116 जिलों में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना आरंभ की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों से प्रवासी कामगारों की आत्महत्या से संबंधित जानकारी एकत्र की जा रही है।

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मिजोरम में कोविड-19 के 14 नए मामले

मिजारेम में कोविड-19 के 14 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,548 हो गए। नए मामलों में छह सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नए मामलों में से आठ लोगों ने हाल ही में यात्रा की थी और अन्य छह संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने के बाद महामारी की चपेट में आए। उन्होंने बताया कि 14 नए मामलों में से आइजोल जिले में आठ, लुंगलेई में पांच और सेरछिप में एक मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि नए मामलों में असम राइफल्स के पांच और सीमा सुरक्षा बल का एक जवान भी शामिल है। अधिकारी ने बताया कि मिजोरम में अभी 575 मरीजों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है और 973 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में शुक्रवार तक 59,016 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई थी।

-नीरज कुमार दुबे 

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