Unlock 5 के 17वें दिन PM मोदी ने की हालात की समीक्षा, टीका वितरण के लिए पूरी तैयारी रखने के दिये निर्देश

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अंकित सिंह । Oct 17 2020 9:45PM

कोविड-19 का प्रभावी टीका विकसित करने के लिए दुनियाभर में जारी प्रयासों के बीच सरकार ने शनिवार को कहा कि भारत में वायरस के जीनोम संबंधी दो अध्ययनों में पाया गया है कि यह आनुवांशिक रूप से स्थिर है और इसके स्वरूप में कोई बड़ा बदलाव (म्यूटेशन) नहीं आया है।

नयी दिल्ली। प्रत्येक नागरिक के लिए टीकों की शीघ्र पहुंच सुनिश्चित करने के वास्ते पूरी तैयारी रखने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोजन की तरह टीका वितरण की ऐसी प्रणाली विकसित करने का शनिवार को सुझाव दिया जिसमें सरकारी और नागरिक समूहों के प्रत्येक स्तर की भागीदारी हो। कोविड-19 महामारी स्थिति और टीके के वितरण तथा प्रबंधन की तैयारी की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रतिदिन के मामलों और वृद्धि दर में लगातार गिरावट का उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने इस बीमारी के खिलाफ किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के खिलाफ चेताया और महामारी को नियंत्रित करने के प्रयासों को जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने त्यौहारों के आगामी मौसम में विशेष तौर पर कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन किये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि लोगों को इस महामारी के खिलाफ कोई ढिलाई नहीं बरतते हुए मास्क लगाना चाहिए, नियमित रूप से हाथों को धोना चाहिए और साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, वरिष्ठ वैज्ञानिक, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अधिकारी और विभिन्न अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए। पीएमओ ने एक बयान में कहा कि भारत में तीन टीके विकसित होने के उन्नत चरणों में है, जिनमें से दो टीके दूसरे चरण में और एक टीका तीसरे चरण में है। बयान में कहा गया है कि भारतीय वैज्ञानिक और अनुसंधान टीम पड़ोसी देशों जैसे अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल और श्रीलंका में सहयोग और अनुसंधान क्षमताओं को मजबूत कर रहे हैं। अपने देशों में क्लीनिकल परीक्षणों के लिए बांग्लादेश, म्यामां, कतर और भूटान से और अनुरोध मिले हैं। वैश्विक समुदाय की मदद करने के लिए प्रधानमंत्री ने निर्देश दिये कि हमें अपने पड़ोस में अपने प्रयासों को सीमित नहीं करना चाहिए बल्कि टीका, दवाइयां उपलब्ध कराने और टीका वितरण के वास्ते आईटी मंचों के लिए पूरी दुनिया तक पहुंच बनानी चाहिए। कोविड-19 टीके के प्रबंधन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने राज्य सरकारों और सभी संबंधित हितधारकों से परामर्श कर टीके के भंडारण, वितरण और प्रबंधन का एक विस्तृत खाका तैयार किया और प्रस्तुत किया है। मोदी ने निर्देश दिये कि देश के भौगोलिक फैलाव और विविधता को ध्यान में रखते हुए, टीके की पहुंच तेजी से सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वितरण और प्रबंधन में हर कदम ठोस तरीके से उठाया जाना चाहिए। बयान में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री ने निर्देश दिये है कि हमें देश में चुनाव और आपदा प्रबंधन के सफल आयोजन के अनुभव का उपयोग करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी तरीके से टीका वितरण और प्रबंधन व्यवस्थाओं को लागू किया जाना चाहिए।’’ पीएमओ ने बयान में कहा, ‘‘इसमें राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों/ जिला-स्तरीय पदाधिकारियों, नागरिक समाज संगठनों, स्वयंसेवियों, नागरिकों और विशेषज्ञों की भागीदारी होनी चाहिए। पूरी प्रक्रिया में एक मजबूत आईटी आधार होना चाहिए।’’ इसमें कहा गया है कि आईसीएमआर और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा भारत में सार्स-सीओवी-2 (कोविड-19 वायरस) के जीनोम पर दो अखिल भारतीय अध्ययनों से पता चलता है कि वायरस आनुवंशिक रूप से स्थिर है, इसमें कोई बड़ा परिवर्तन नहीं है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 74 लाख के पार चली गई है, वहीं संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या भी 65 लाख से अधिक हो गई है। इस प्रकार संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की दर 87.78 प्रतिशत हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी अद्यतन आंकडों के अनुसार कोविड-19 के 62,212 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 74,32,680 हो गए हैं वहीं संक्रमण से 837 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,12,998 हो गई है।

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भारत में कोविड-19 जीनोम अध्ययन के अनुसार वायरस के स्वरूप में नहीं आया कोई बदलाव: पीएमओ

कोविड-19 का प्रभावी टीका विकसित करने के लिए दुनियाभर में जारी प्रयासों के बीच सरकार ने शनिवार को कहा कि भारत में वायरस के जीनोम संबंधी दो अध्ययनों में पाया गया है कि यह आनुवांशिक रूप से स्थिर है और इसके स्वरूप में कोई बड़ा बदलाव (म्यूटेशन) नहीं आया है। कुछ विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि कोरोना वायरस के स्वरूप में बड़ा बदलाव होने से इसका प्रभावी टीका बनाने में बाधा पैदा हो सकती है। हालांकि, कुछ हालिया वैश्विक अध्ययनों में सामने आया है कि वायरस के स्वरूप में आने वाले हालिया बदलावों से कोविड-19 के लिए इस समय विकसित किए जा रहे टीकों पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए। कोविड-19 वैश्विक महामारी की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि भारत में तीन टीके विकास के उन्नत चरणों में हैं, जिनमें से दो टीके दूसरे चरण और एक टीका तीसरे चरण में है। पीएमओ ने कहा, ‘‘आईसीएमआर और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा सार्स-कोव-2 (कोविड-19 वायरस) के जीनोम पर किए गए दो अखिल भारतीय अध्ययनों में पाया गया है कि वायरस आनुवांशिक रूप से स्थिर है और इसके स्वरूप में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है।’’

भारत में डेढ़ महीने बाद इलाज करा रहे कोविड-19 मरीजों की संख्या आठ लाख से नीचे

भारत में पिछले डेढ़ महीने में पहली बार इलाज करा रहे कोविड-19 मरीजों की संख्या आठ लाख से नीचे आई है और यह संख्या देश में कुल मामलों का 10.70 फीसदी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। आंकड़ों के अनुसार अभी देश में कोविड-19 के 7,95,087 मरीजों का इलाज चल रहा है। मंत्रालय ने बताया कि इससे पहले कोरोना वायरस से संक्रमित इलाज करा रहे मरीजों की संख्या एक सितंबर को आठ लाख से नीचे थी। मंत्रालय ने बताया, ‘‘ देश में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज कोविड-19 से ठीक हो रहे हैं और इलाज करा रहे मरीजों की संख्या तेजी से कम हो रही है।’’ देश में अब तक 65,24,595 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आकंड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में कुल 70,816 मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसी अवधि में संक्रमण के 62,212 नए मामले सामने आए हैं।राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर बढ़कर 87.78 फीसदी हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि देश में चिकित्सकीय ढांचों में बढ़ोतरी, बचाव नियमों, डॉक्टरों, नर्सों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों के समर्पित कार्यों से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है और मृत्यु दर में कमी आई है।

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झारखंड में कोरोना वायरस के 473 नये मामले सामने आये

झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से चार और मरीजों की मौत होने से इस महामारी से मृतकों की कुल संख्या 824 पहुंच गई जबकि संक्रमण के 473 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 95,425 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अब तक 88,058 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। इसके अलावा 6,543 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके अनुसार बोकारो, गढ़वा, धनबाद और देवघर में एक-एक मरीज की मौत हुई।

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से 12 और मौत, 1992 नये मामले

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से शनिवार को 12 और लोगों की मौत हो गई जिससे राज्य में मृतकों का आंकड़ा 1735 तक पहुंच गया तथा 1992 नये मरीज सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 1,71,281 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम छह बजे तक के बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से 12 और मौत हुई हैं जिससे मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 1735 हो गयी। जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 348, जोधपुर में 164, बीकानेर में 128, अजमेर में 125, कोटा में 111, भरतपुर में 88 एवं पाली में 73 लोगों मौत हो चुकी हैं। 

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उत्तराखंड में एक नवम्बर से स्कूल फिर से खुलेंगे, कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर अभिभावक चिंतित

उत्तराखंड में सात महीनों से अधिक के अंतराल के बाद दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल एक नवम्बर को फिर से खुलने के लिए तैयार हैं। हालांकि ज्यादातर अभिभावक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि राज्य में अभी भी कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल प्रबंधनों का कहना है कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करते हुए कक्षाओं को फिर से शुरू करने के लिए वह तैयार हैं। इस प्रोटोकॉल में सामाजिक दूरी के लिए कक्षाओं में प्रतिदिन 50 प्रतिशत उपस्थिति को सीमित करना शामिल हैं। हालांकि, एहतियाती कदम उठाये जाने के बावजूद कोई छात्र संक्रमित हो जाता है, तो वे इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं हैं।

जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 610 नए मामले, छह मरीजों की मौत

जम्मू कश्मीर में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 610 नए मामले सामने आए और पिछले चौबीस घंटे के दौरान इस महामारी से छह और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही संघ शासित प्रदेश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 87,364 हो गई तथा मृतकों की संख्या 1,372 पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संक्रमण के नए मामलों में से 247 मामले जम्मू के और 363 मामले कश्मीर के हैं।

गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,161 नए मामले सामने आए

गुजरात में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,161 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,58,635 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इस दौरान कोविड-19 से नौ मरीजों की मौत हो गई।इसके साथ ही मृतकों की कुल संख्या 3,629 पर पहुंच गई है। विभाग के अनुसार शुक्रवार को 1,270 मरीज संक्रमण मुक्त हुए।राज्य में अब तक कोविड-19 के 1,40,419 मरीज ठीक हो चुके हैं। गुजरात में अभी 14,587 मरीज उपचाराधीन हैं।

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