Unlock 5 के 20वें दिन PM मोदी ने कहा- लापरवाह होने का समय नहीं, लॉकडाउन भले खत्म हो गया पर कोरोना नहीं

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अंकित सिंह । Oct 20 2020 8:45PM

भारत में करीब तीन महीने बाद कोविड-19 के दैनिक नए मामले 50,000 से कम आए। कोरोना वायरस संक्रमण के नये दैनिक मामले कम होकर अब 46,790 पर आ गये। इन नये मामलों के साथ देश में अब संक्रमण के कुल मामले 75,97,063 हैं।

नयी दिल्ली। पर्व और त्योहारों के मौसम की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को कोरोना वायरस संक्रमण के अब भी मंडरा रहे खतरे के प्रति आगाह करते कहा कि यह समय लापरवाह होने या यह मान लेने का नहीं है कि कोरोना से कोई खतरा नहीं है। कोविड-19 महामारी के बाद अपने सातवें राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन भले खत्म हो गया है लेकिन कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जब तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को सफलता नहीं मिल जाती तब लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि जब तक इस महामारी का टीका नहीं आ जाता तब तक कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है। मोदी ने कहा, ‘‘समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकतर लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए,फिर से जीवन को गति देने के लिए,रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो,वायरस नहीं गया है।बीते 7-8 महीनों में,प्रत्येक भारतीय के प्रयास से,भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं,हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कठिन समय से निकलकर देश आगे बढ़ रहा है और थोड़ी सी लापरवाही इस गति को रोक सकती है। उन्होंने लोगों का याद दिलाया कि कैसे अमेरिका और यूरोप के दूसरे देशों में कोरोना के मामले कम होने के बाद अचानक से फिर बढ़ने लगे। उन्होंने कहा, ‘‘थोड़ी सी लापरवाही हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है।जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनों साथ-साथचलेंगे, तभी जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।’’ प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में विभिन्न माध्यमों से आई तस्वीरों और कुछ वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ये ठीक नहीं है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं,बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आज देश में कोरोना से ठीक होने की दर अच्छी है, इससे होने वाली मौती की दर कम है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में जांच की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि ‘‘सेवा परमो धर्म’’ के मंत्र पर चलते हुए डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं और इन सभी प्रयासों के बीच ये समय लापरवाह होने का नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है।’’ मोदी ने कहा कि बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है और अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिक भी टीके के लिए ‘‘जी-जान’’ से जुटे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में अभी कोरोना की कई टीकों पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। कोरोना का टीका जब भी आएगा, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक यह पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।’’ फिर से लोगों को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘याद रखिए,जब तक दवाई नहीं,तब तक ढिलाई नहीं।

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ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में भारत ‘बहुत अच्छी स्थिति’ में :स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में पिछले 10 महीने में ऑक्सीजन की कमी नहीं रही और सितंबर तक दैनिक उत्पादन क्षमता बढ़कर 6,862 मीट्रिक टन हो गयी है जिसके अक्टूबर के अंत तक 7,191 टन हो जाने का अनुमान है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र सरकार ने पहले चरण में 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 246 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू की है जिनमें से 67 पूर्ण होने के विभिन्न स्तर पर हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ऐसे 150 संयंत्र और लगाये जाएंगे। भूषण ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में भारत काफी अच्छी स्थिति में है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 महीने में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रही। इस समय भी कोई कमी नहीं है। हम काफी अच्छी स्थिति में हैं।’’ भूषण ने बताया कि आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों पर मरीजों की संख्या एक सितंबर को 43,022 थी जो उस महीने के तीसरे सप्ताह में बढ़कर 75,000 हो गयी। इसके बाद यह संख्या कम होने लगी और मंगलवार को यह 57,000 से अधिक थी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा, ‘‘गिरावट आई है, लेकिन एक सितंबर की तुलना में यह अब भी अधिक है। हालांकि यह चिंता की बात नहीं है क्योंकि हमारी क्षमता और भी ज्यादा है।

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हर्षवर्धन ने सीएसआईआर की देखरेख वाली दवाओं पर जानकारी के लिए वेबसाइट की शुरुआत की

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा वैकल्पिक उद्देश्यों के लिए बनाई जा रही दवाओं और इनके परीक्षण की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देने के लिए मंगलवार को एक ऑनलाइनन पोर्टल की शुरुआत की। कोविड-19 की शुरुआत के समय से ही सीएसआईआर विषाणु रोधी दवाओं के विभिन्न मिश्रणों के परीक्षण करती रही है। यह आयुष दवाओं के परीक्षण के लिए आयुष मंत्रालय के साथ भी काम करती रही है और इसने वनस्पति आधारित तत्वों से निर्मित औषधियों के प्रभाव और सुरक्षा को लेकर परीक्षण किए हैं। ‘क्युर्ड’ नाम की वेबसाइट सीएसआईआर द्वारा वैकल्पिक उद्देश्यों के लिए लाई गईं दवाओं और इनके परीक्षण की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देने के साथ ही इसके चिकित्सकीय निदान परीक्षणों और उपकरणों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराती है। आ

कोरोना वायरस के सह-संक्रमण पर नजर रखें अस्पताल: दिल्ली स्वास्थ्य विभाग

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों और जिला अधिकारयों को पत्र लिखकर कहा है कि वे मौसमी बीमारियों के साथ कोरोना वायरस के सह-संक्रमण को लेकर सतर्क रहें तथा इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप चिकित्सकीय प्रबंधन संबंधी कदम उठाएं। सर्दियों की शुरुआत के साथ डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया और मौसमी इन्फ्लुएंजा तथा अन्य रोगों के मामलों में वृद्धि होने की आशंका है। कुछ मामले ऐसे आए हैं जिनमें कोविड-19 रोगी डेंगू से भी पीड़ित पाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करनेवाले स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने महामारी का रूप ले सकने वाली मौसमी बीमारियों के साथ कोरोना वायरस के सह-संक्रमण के प्रबंधन के लिए हाल में दिशा-निर्देश जारी किए थे। दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों और जिला अधिकारियों को सोमवार को भेजे गए पत्र में लिखा है, ‘‘दस्तावेज डेंगू, मलेरिया, मौसमी इन्फ्लुएंजा (एच1एन1), लेप्टोस्पायरोसिस, चिकुनगुनिया, स्क्रब टाइफस जैसे रोगों और जीवाणु सह-संक्रमण इत्यादि के साथ कोविड-19 के सह-संक्रमण की रोकथाम और उपचार के बारे में स्पष्ट दिशा-निर्देश उपलब्ध कराता है।’’

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भारत में कोविड-19 के 46,790 नये मामले सामने आए; करीब तीन महीने बाद दैनिक मामले 50,000 से कम

भारत में करीब तीन महीने बाद कोविड-19 के दैनिक नए मामले 50,000 से कम आए। कोरोना वायरस संक्रमण के नये दैनिक मामले कम होकर अब 46,790 पर आ गये। इन नये मामलों के साथ देश में अब संक्रमण के कुल मामले 75,97,063 हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में कुल 46,790 नये मामले सामने आए, जबकि पिछले 24 घंटे के अंतराल में बीमारी से 587 और मौतें होने से देश में अब इस महामारी में मरने वाले लोगों की संख्या 1,15,197 हो गई। देश में इससे पहले कोविड-19 के 50,000 से कम नये मामले 28 जुलाई को आए थे, जिस दिन 47,703 नए मामले सामने आए थे। देश भर में कोविड-19 से एक दिन में होने वाली मौतों की संख्या लगातार दूसरे दिन 600 से कम रही। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 67 लाख के पार हो गई, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार चौथे दिन आठ लाख से नीचे रही। आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,48,538 है, जो कुल मामलों का 9.85 प्रतिशत है। देश में अब तक कुल 67,33,328 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 88.63 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.52 प्रतिशत है। 

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जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 589 नए मामले, नौ मरीजों की मौत

जम्मू कश्मीर में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 589 नए मामले सामने आए और पिछले चौबीस घंटे के दौरान इस महामारी से नौ और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही संघ शासित प्रदेश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 88,958 हो गई तथा मृतकों की संख्या 1,397 पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संक्रमण के नए मामलों में से 241 मामले जम्मू और 348 मामले कश्मीर के हैं। उन्होंने कहा कि अभी 8,124 मरीज उपचाराधीन हैं और अब तक 79,437 मरीज ठीक हो चुके हैं।

उत्तराखंड में कोरोना के 241 नए मामले सामने आए

उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 241 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 58601 हो गयी। इसके अलावा 13 और मरीजों की इस बीमारी से मौत हो गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमण के सर्वाधिक 90 नए मामले देहरादून जिले में मिले जबकि हरिद्वार में 37 और नैनीताल में 23 मरीज मिले। मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 13 और मरीजों की जान चली गयी। महामारी से अब तक प्रदेश में 946 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश में अब तक कुल 51862 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मरीजों की संख्या 5364 है। प्रदेश में कोविड-19 के 429 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।

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झारखंड में कोरोना से तीन और मौत, 520 नये मामले सामने आए

झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से तीन और लोगों की मौत हो गयी जिससे राज्य में इस बीमारी के कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 842 हो गयी। इस बीच राज्य में संक्रमण के 520 नये मामले सामने आये जिन्हें मिलाकर यहां संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 96872 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। राज्य के 96872 संक्रमितों में से अब तक 89780 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। इसके अलावा 6250 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है। 

 

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 975 नए मामले, 25 मरीजों की मौत

मध्यप्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 975 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित मिले लोगों की कुल संख्या 1,62,178 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 25 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे मरने वालों की संख्या 2,811 हो गयी है। मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से भोपाल में पांच, इंदौर में तीन, सागर, राजगढ़ व विदिशा में दो-दो, ग्वालियर, खरगोर, धार, शहडोल, सतना, दमोह, मंदसौर, अनूपपुर, हरदा, श्योपुर एवं डिण्डोरी में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 662 मौतें इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 456, उज्जैन में 97, सागर में 119, जबलपुर में 194 एवं ग्वालियर में 154 लोगों की मौत हुई हैं।  

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