Unlock 5 के 65वें दिन PM मोदी ने दी खुशखबरी, कहा- कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है कोरोना का टीका

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मोदी ने विभिन्न दलों के नेताओं को बताया कि भारत ने एक विशेष सॉफ्टवेयर ‘को-विन’ भी बनाया है जिसमें संबंधित समस्त जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि भारत ने जिस तरह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, वह प्रत्येक देशवासी की अदम्य इच्छाशक्ति को दर्शाता है।

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविड-19 का टीका कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है और वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलते ही देश में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर डटे अन्य कर्मियों तथा पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्ग लोगों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी। इस डिजिटल बैठक में विपक्षी नेताओं ने भी अपनी राय रखी।

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारियों से देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है और ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर नीतियां तय करने वालों को इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटना चाहिए। आजाद ने इस बात पर जोर दिया कि कोरोना वायरस का टीका किफायती दर पर और जल्द हासिल करने के लिए देश को तैयारी करनी चाहिए। कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद संक्रमण के हालात पर चर्चा करने के लिए सरकार की ओर से आयोजित यह दूसरी सर्वदलीय बैठक थी। बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रस्तुति थी। उसने कहा कि टीका आने के बाद पहले सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र में काम करने वाले करीब एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा और फिर अग्रिम मोर्चे पर डटे करीब दो करोड़ कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। मोदी ने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले भारत में टीका बनाने का प्रयास कर रहे वैज्ञानिकों के दल से काफी देर तक मेरी सार्थक बातचीत हुई। भारत के वैज्ञानिक अपनी सफलता को लेकर बहुत आश्वस्त हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विशेषज्ञ मानकर चल रहे हैं कि कोविड-19 के टीके के लिए अब बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा और माना जा रहा है कि यह कुछ सप्ताह में तैयार हो सकता है।’’ मोदी ने बताया कि जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी भारत में कोविड-19 टीकाकरण का अभियान शुरू कर दिया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीकाकरण के पहले चरण में टीका किसे लगाया जाएगा, इसे लेकर भी केंद्र सरकार, राज्य सरकारों से मिले सुझावों के आधार पर काम कर रही है। इसमें प्राथमिकता कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर डटे अन्य कर्मियों तथा पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्ग लोगों को दी जाएगी।’’ मोदी के मुताबिक, जहां तक कोविड-19 रोधी टीके की कीमत की बात है तो इस बारे में फैसला जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए किया जाएगा और राज्य सरकारों की इसमें पूरी सहभागिता होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की नजर कम कीमत वाले सबसे सुरक्षित टीके पर है और यह स्वाभाविक है कि पूरी दुनिया की नजर भारत पर भी है। उन्होंने कहा कि भारत के पास टीका वितरण की विशेषज्ञता और क्षमता भी दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बहुत बेहतर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पास टीकाकरण के लिए दुनिया का बहुत बड़ा और अनुभवी नेटवर्क भी मौजूद है जिसका पूरा लाभ उठाया जाएगा। मोदी ने कहा, ‘‘आप एक तरह से मानकर चलिए कि सभी कमर कस कर तैयार बैठे हैं। करीब-करीब आठ ऐसे संभावित टीके हैं जो परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं और जिनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत के अपने तीन अलग-अलग टीकों का परीक्षण अलग-अलग चरणों में है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बार अफवाहें फैल जाती हैं जो जनहित और राष्ट्रहित के खिलाफ होती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी जागरुकता फैलाने की है।

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मोदी ने विभिन्न दलों के नेताओं को बताया कि भारत ने एक विशेष सॉफ्टवेयर ‘को-विन’ भी बनाया है जिसमें संबंधित समस्त जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि भारत ने जिस तरह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, वह प्रत्येक देशवासी की अदम्य इच्छाशक्ति को दर्शाता है। विकसित देशों, अच्छे स्वास्थ्य देखभाल ढांचे वाले देशों की तुलना में भी भारत ने इस लड़ाई को कहीं बेहतर तरीके से लड़ा है और अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों की जान बचाई है। मोदी ने कहा, ‘‘हम भारतीयों का संयम, हम भारतीयों का साहस, हम भारतीयों का सामर्थ्य, इस पूरी लड़ाई के दौरान अतुलनीय रहा है, अभूतपूर्व रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज उन देशों में शामिल है जहां पर प्रतिदिन जांच बहुत ज्यादा हो रही है। भारत आज उन देशों में शामिल है जहां पर संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर भी बहुत ज्यादा है। भारत उन देशों में भी शामिल है जहां पर कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मृत्यु दर इतनी कम है।’’ मोदी ने कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि की ओर इशारा करते हुए कहा कि कोई नहीं जानता कि भविष्य कैसा होगा। उन्होंने ऐसे में वायरस से बचने के लिए मास्क पहनने तथा सामाजिक दूरी बनाकर रखने जैसे नियमों का पालन करने की जरूरत बताई। बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि राज्य सरकारें कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ सहयोग करती आ रही हैं तथा वे संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उपायों के साथ भी सामने आ रही हैं। बैठक में संसद में विभिन्न दलों के सदन के नेताओं ने भाग लिया। कांग्रेस की ओर से अधीर रंजन चौधरी और गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस की ओर से सुदीप बंधोपाध्याय, राकांपा से शरद पवार और सपा के रामगोपाल यादव ने इसमें शिरकत की। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी भी बैठक में उपस्थित थे।

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तृणमूल नेता ने सर्वदलीय बैठक में कहा, राज्य कोविड-19 से निपटने में कर रहे हैं केंद्र का सहयोग

तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि राज्य सरकारें कोविड-19 से निपटने में और कई अन्य मामलों में केंद्र का सहयोग कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकारें महामारी से निपटने के कई नई उपाय लेकर सामने आ रही हैं। देश में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए सरकार ने ऑनलाइन बैठक बुलाई थी और इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘हम सभी कोविड-19 से लड़ रहे हैं।, राज्य सरकारें केंद्र सरकार का इस बीमारी से लड़ने और कई अन्य मामलों में सहयोग कर रही हैं।” उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में महामारी से निपटने के लिए उचित प्रयास किए जा रहे हैं।’’ टीएमसी नेता ने कहा कि राज्य सरकार ने महामारी से लड़ने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं और इनमें कोविड अस्पतालों, प्लाज्मा बैंकों की स्थापना से लेकर टेली काउंसलिंग, मुफ्त एम्बुलेंस, विशेष हेल्पलाइन सेवाएं आदि शामिल हैं।

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भारत में कोविड के इलाजरत रोगियों की संख्या घट कर कुल मामलों का 4.35 प्रतिशत हुई :स्वास्थ्य मंत्रालय

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के इस समय इलाज करा रहे रोगियों की संख्या अब तक सामने आये संक्रमण के कुल मामलों का 4.35 प्रतिशत हो गयी है, जबकि बृहस्पतिवार को यह 4.44 प्रतिशत थी। मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पिछले सात दिन से जारी प्रवृत्ति के अनुरूप ही पिछले 24 घंटे में संक्रमण के दैनिक नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले रोगियों की संख्या अधिक रही। उसने कहा कि इसकी वजह से रोजाना उपचाराधीन रोगियों की संख्या कम हुई है जो शुक्रवार को 4,16,082 रही। मंत्रालय ने कहा कि भारत में 24 घंटे की अवधि में 36,595 लोग कोविड-19 से संक्रमित मिले, वहीं इसी अवधि में स्वस्थ हुए संक्रमितों की संख्या 42,916 रही। उसने कहा कि प्रति दस लाख आबादी पर संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत दुनिया के सबसे कम मामले वाले देशों में से एक है। यहां प्रति दस लाख आबादी पर संक्रमण के मामलों की संख्या पश्चिमी के कई अन्य देशों से बहुत कम है। देश में अब तक 90,16,289 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और संक्रमण से उबरने वाले लोगों की दर 94.2 प्रतिशत हो गयी है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या और इलाज करा रहे रोगियों की संख्या में अंतर निरंतर बढ़ रहा है और इस समय यह 86,00,207 है।’’ उसने बताया कि स्वस्थ हुए नये रोगियों में से 80.19 प्रतिशत 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। वहीं संक्रमण के नये मामलों में से 75.76 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से देश में 540 लोगों की मौत हो गयी जिनमें से 77.78 प्रतिशत लोग 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तुलना करें तो प्रति दस लाख आबादी पर संक्रमण से मृत्यु के मामलों की संख्या बहुत कम है और यह 101 है।

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केरल में कोविड-19 के 5,718 नए मरीज सामने आए, 5,496 मरीज स्वस्थ हुए

केरल में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 5,718 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 6,25,767 हो गई। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 5,496 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 61,401 मरीज उपचाराधीन हैं। राज्य में अब तक कुल 5,61,874 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। यहां जारी एक बयान में मंत्री ने कहा कि 29 और कोविड मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या बढ़कर 2,358 हो गई है। बयान के अनुसार राज्य में अबतक 64,96,210 नमूनों की कोरोना वायरस के लिए जांच की जा चुकी है। नए मरीजों में 60 स्वास्थ्यकर्मी हैं और 95 लोग यात्रा कर राज्य लौटे हैं जबकि 4,991 मरीज संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान करने के दौरान मिले।

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कोविड-19 टीकाकरण: दिल्ली सरकार ने चिकित्सा केन्द्रों से स्वास्थ्य कर्मियों का ब्यौरा मांगा

दिल्ली सरकार ने कोविड-19 के टीकाकरण के लिए विभिन्न अस्पतालों, नर्सिंग होम्स और अन्य केन्द्रों से स्वास्थ्य कर्मियों का ब्यौरा एकत्रित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक राष्ट्रीय दैनिक समाचार में प्रकाशित एक सार्वजनिक नोटिस के अनुसार यह जानकारी ‘अपलोड’ करने के लिए ‘दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन’ की वेबसाइट पर एक लिंक दिया गया है। दिल्ली में सरकारी और निजी स्वास्थ्य केंद्रों में सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मी (एचसीडब्ल्यू) कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं और कई अब भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। नोटिस में कहा गया, ‘‘ दिल्ली सरकार ने कोविड-19 के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण शुरू कर दिया है,कई पंजीकृत नर्सिंग होम्स और अस्पताल व कुछ छोटे अपंजीकृत क्लीनिक अपना ब्यौरा दे चुके हैं। ’’ इसमें कहा गया है कि दिल्ली सरकार उन सभी शेष स्वास्थ्य केन्द्रों को अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों के नाम मुहैया कराने का आग्रह करती है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, कोरोना वायरस का टीका आने पर उसे एक विशेष कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बांटा जाएगा। टीकाकरण में स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को 70 हजार से अधिक नमूनों की कोविड-19 जांच के बाद 3,734 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोविड-19 के कुल 5,82,058 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, मरीजों के ठीक होने की दर 93 प्रतिशत से अधिक है।

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राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 1934 नए मामले, 19 मरीजों की मौत

राजस्थान में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1934 नए मामले सामने आए। इससे अब तक राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,76,420 हो गई है। वहीं, राज्य में संक्रमण से 19 और लोगों की मौत हो गई, जिससे संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 2389 तक पहुंच गई। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम छह बजे तक के बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से 19 और मौत हुई हैं। संक्रमण से अब तक जयपुर में 448, जोधपुर में 248, अजमेर में 194, बीकानेर में 163, कोटा में 142, भरतपुर में 110, उदयपुर में 102, और पाली में 92 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को राज्य में 3141 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए हैं। इससे राज्य में अब तक कुल 2,49,713 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। राज्य में फिलहाल 24,318 रोगी उपचाराधीन हैं। नए मामलों में जयपुर में 548, जोधपुर में 295, कोटा में 128,अजमेर में 111, उदयपुर में 95,नागौर में 68, डूंगरपुर में 66 मामले शामिल हैं।

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मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1324 नए मामले, 14 लोगों की मौत

मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1324 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,11,698 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 14 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 3,314 हो गयी है। मध्यप्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से इंदौर में पांच, ग्वालियर एवं सागर में दो-दो और भोपाल, रायसेन, झाबुआ, हरदा एवं टीकमगढ़ में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 776 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 525, उज्जैन में 100, सागर में 144, जबलपुर में 226 एवं ग्वालियर में 184 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को कोविड-19 के 526 नये मामले इंदौर जिले में जबकि भोपाल में 321, ग्वालियर में 48 और जबलपुर में 27 नये मामले सामने आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 1,94,743 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 13,641 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को 1,556 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

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