प्यार भरी नोकझोंक इस तरह रिश्तों में और गर्माहट लाती है
वेलेंटाइन डे के बारे में आजकल सभी लोग जानते हैं कि कितना खास है ये दिन और कब आता है? अब तो बूढ़े लोगों से लेकर बच्चे तक लगभग-लगभग सभी लोग जानते हैं वेलेंटाइन डे के बारे में। फिर भी प्यार और इज़हार दोनों के लिए वक्त नहीं देखा जाता।
पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले झूठा ही सही- वेलेंटाइन डे के बारे में आजकल सभी लोग जानते हैं कि कितना खास है ये दिन और कब आता है? अब तो बूढ़े लोगों से लेकर बच्चे तक लगभग-लगभग सभी लोग जानते हैं वेलेंटाइन डे के बारे में। फिर भी प्यार और इज़हार दोनों के लिए वक्त नहीं देखा जाता। क्या है इसका इतिहास, ये बहुत गहरी और विवादित बात है, लेकिन जब बात हो प्यार की है तो विवाद क्यों और काहे का !!!! चलो इसे किनारे करते हैं और प्यार भरे इस महीने का लुत्फ़ लेते हैं। प्यार भरी नोक झोंक, रूठना मनाना, छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना और अगर याद ना आये तो उन्हीं बातों पर रूठना और लड़ पड़ना। यही पल है जो किसी प्यार करने वाले के बीच के लम्हों को ख़ास करते हैं और आपसी प्यार को और बढ़ा देते हैं। फिर चाहे बात दो प्यार करने वाले की हो या फिर शादीशुदा जोड़े की हो। हर प्यार करने वाले के लिए हर पल हर दिन ख़ास होता है पर बात प्यार की हो तो उनका प्यार किसी दिन का मोहताज़ नहीं होता है। कुछ न कुछ करके छोटी छोटी बातों में और यहाँ तक की नोक झोंक में भी प्यार निकाल ही लेते हैं।
मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया-
दिखावा नहीं बस प्यार होता है, जो सच्चे मन से हो और समर्पित भावना से किया जाये। हर पल के पीछे कोई ना कोई भावना छिपी होती है। उसको समझकर इस दिन इज़हार किया जा सकता है, फिर चाहे बात दोस्ती निभाने की हो या फिर प्यार निभाने का वादा हो। आम तौर पर यह देखा भी गया है। प्यार को शब्दों के इज़हार में बाँध दिया गया है कि अगर प्यार है तो जताना भी जरुरी है पर मैंने ऐसे कई जोड़े देखे हैं जो प्यार को सिर्फ महसूस करने में विश्वास रखते हैं ना की उसका दिखावा करने में, पर अगर अब कोई जताएगा ही नहीं तो प्यार का अहसास कैसे होगा। ऐसा नहीं है मैंने कई ऐसे जोड़ों से जाना जिसमें से कुछ शादी शुदा और कुछ प्रेमी जोड़े हैं उनका कहना यही है कि जब आप किसी से प्यार करते हैं तो उनको हर बात बताने या जताने की जरुरत नहीं होती। आपस की समझदारी उस स्तर तक पहुंच जाती है कि बिन कहे ही आपका पार्टनर आपकी सब बात समझ लेता है। छोटी छोटी बातों पर उलझना और एक दूसरे को परेशान करना इन सब में प्यार का आनंद लेते हैं और शादी के बाद यही प्यार और भी गहरा हो जाता है।
जनम-जनम का साथ है हमारा तुम्हारा-
प्यार की भाषा का कोई शब्द नहीं होता है ये मैंने अपने मम्मी और पापा को देखकर जाना। ऐसा नहीं है कि अगर लव मैरिज ही की जाये तब ही आपसी प्यार होता है बिलकुल भी नहीं, अरेंज मैरिज में भी वैसा ही प्यार और समर्पण की भावना होती है जो कि एक प्रेमी जोड़े में होती है और इसका सही और सटीक उदाहरण मैं अपने मम्मी पापा को मानती हूँ जिनका प्यार आज भी 30 साल के होने के बाद भी वैसा ही है जैसा पहले था बल्कि जैसे जैसे समय बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे ये प्यार और गहराता जा रहा है और इसका प्रमाण यही है कि वो दोनों एक दूसरे की बात इतनी अच्छे से समझते हैं कि एक बात दूसरा बिना बोले ही समझ जाता है। पापा को कितनी परेशानी आने के बाद भी मम्मी ने उनका साथ नहीं छोड़ा हमेशा एक सहारे की तरह खड़ी रहीं और आज भी हर कदम पर साथ देती हैं।
कब तक रूठेगी चीखेगी चिल्लाएगी दिल कहता है एक दिन हसीना मान जाएगी-
बात बात पर लड़ाई उसके बाद भी एक साथ होना, ये ऐसा दूसरा जोड़ा है जिसे मैंने हर छोटी-छोटी बात पर लड़ते देखा है, बात बात पर लड़ाई करना।
अगर लड़के ने बात नहीं मानी तो लड़की गुस्सा और बात तक बंद हो गई है कई बार तो ऐसा भी देखा है कि एक हफ्ते तक बात नहीं की। फिर कुछ दिन के बाद वैसे ही जैसे कुछ हुआ ही नहीं था इस रिश्ते को काफी समय से देख रही हूँ जो एक प्रेमी जोड़ा है। बच्चों की तरह दोनों लड़ते हैं और एक दूसरे को मना भी लेते हैं। एक दूसरे के परिवार और एक दूसरे की जरुरत को समझते हैं कि कैसे सबको समय दिया जाए। एक बहुत ही ख़ास चीज़ देखी मैंने इस रिश्ते में की दोनों ने कभी ऐसे कीमती उपहार की कोई अपेक्षा नहीं रखी जबकि दोनों को मिले बहुत-बहुत समय तक हो जाता है लेकिन दोनों के प्यार में वो प्यार बरकरार देखा जो कि दोनों में पहले दिन था।
गाता रहे मेरा दिल तू ही मेरी मंजिल-
महंगे उपहार नहीं बस प्यार की पुकार और कुछ पुराने गाने हैं किसी को मनाने के उपहार। हाल ही में मैंने हमारे एक सीनियर से जाना की बहुत ही आसान पर सबसे अलग तरीका है उनकी रूठी हुई जीवन साथी को मनाने का। उनसे पता चला कि वो अपनी जीवन संगिनी को जब कभी वो रूठती हैं तो बस बहुत ही प्यार से उनके नाम को और प्यारा बना देते हैं या फिर पुराने समय के गाने लगा देते हैं और उनकी संगिनी मान जाती हैं।
मेरे सपनों की रानी कब आयगी तू-
सभी का निचोड़ करके मुझे तो बस एक ही बात समझ आती है कि प्यार चाहे शादी से पहले का हो या शादी के बाद का दोनों में ही समर्पण की भावना चाहिए और ये भी कि रूठे को हमेशा मना लेना चाहिए, फिर चाहे गलती आपकी खुद की ही क्यों ना हो क्योंकि एक छोटी सी ज़िन्दगी और वो भी हम लोग आपस में लड़ झगड़ कर निकाल दें, बिलकुल भी नहीं। लड़ें जरुर पर प्यार को बनाये रखने तक ना कि किसी तकरार में बदलने के लिए। प्यार का महीना है आप भी अपने इस महीने को किसी अपने के साथ ख़ास बनाइये और उन्हें बताइए कि आपके लिए वो क्यों ख़ास हैं। बस सोचिये मत और कह डालिए आपका इज़हार किसी का दिन ख़ास कर सकता है और शायद आपका भी !!!!
रोज़ डे- प्यार की खुशबु का अहसास
प्रोपोज़ डे- दिल ए इज़हार
चाकलेट डे- प्यार की मिठास दिल की गहराइयों तक
टेडी डे- नम्र नम्र यादों के साथ का गुलदस्ता
हग डे - प्यार की गर्माहट
किस डे - प्यार का अहसास
वेलेंटाइन डे- सब दिनों पर भारी अपने साथी का साथ प्यार के अहसास के साथ
- प्राची थापन
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