By एकता | Sep 01, 2025
अक्सर हम फिल्मों और कहानियों में एक आदर्श शादी की कल्पना करते हैं, जहां सब कुछ हमेशा ठीक रहता है। लेकिन असल जिंदगी में रिश्ते उतार-चढ़ाव से भरे होते हैं। एक कपल के तौर पर हम कई ऐसी चीजें करते हैं, जो हमारे रिश्ते को या तो मजबूत बनाती हैं या कमजोर। ऐसा कोई 'नियम-कानून' नहीं है कि यह करोगे तो रिश्ता चलेगा और यह करोगे तो टूट जाएगा। फिर भी, कुछ ऐसी बातें हैं जो हर हेल्दी शादी में आम होती हैं। लाइसेंस प्राप्त मैरिज और फैमिली थेरेपिस्ट, ताकिशा ब्रुक्स, ने कुछ ऐसे ही सच बताए हैं, जो आपके रिश्ते को संतुलित बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
1. आप एक ही मुद्दे पर बार-बार लड़ना: शादी में कुछ मुद्दे बार-बार सामने आते रहते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि आपका रिश्ता खराब है। असल लक्ष्य सभी झगड़ों को ख़त्म करना नहीं, बल्कि उनसे निपटने के तरीके को बेहतर बनाना है।
2. भीड़ में भी अकेलेपन का एहसास होना: शादी हर भावनात्मक जरूरत को पूरा नहीं कर सकती। कभी-कभी आप अपने पार्टनर के साथ होते हुए भी अकेलापन महसूस कर सकते हैं। यह कोई गलत बात नहीं है, बस एक एहसास है।
3. अलग-अलग भावनात्मक जरूरतें होनी: हो सकता है कि आपमें से एक दूसरे से ज्यादा भावनात्मक जुड़ाव चाहता हो। यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। यह सिर्फ एक-दूसरे की बात करने और प्यार जताने के तरीके को समझने का एक मौका है।
4. निर्णयों को लेकर संघर्ष होना: आप दो अलग-अलग कहानियों और विचारों वाले लोग हैं। ऐसे में, निर्णय लेने को लेकर मतभेद होना आम है। एक स्वस्थ शादी में, कपल आपस में संघर्ष करते हैं, लेकिन अंत में साझेदारी ही चुनते हैं।
5. क्या हम बहुत अलग हैं, जैसे सवाल मन में आना: आप कभी-कभी सोच सकते हैं कि आप और आपका पार्टनर बहुत अलग हैं। याद रखें, 'संगति' का मतलब एक जैसा होना नहीं होता। यह प्यार से अपने मतभेदों को स्वीकार करने और उन्हें हल करने के बारे में है।
6. उम्मीदें टूटने पर दुख होना: हम सभी अपनी शादी को लेकर कुछ सपने देखते हैं। जब वो पूरे नहीं होते, तो दिल में एक छोटा-सा दर्द होता है। इस दुख का मतलब यह नहीं कि आपने गलत चुनाव किया। इसका मतलब है कि आप एक सच्चे रिश्ते को पनपने दे रहे हैं, न कि किसी कल्पना को।
7. कभी-कभी प्यार का काम जैसा लगना: किराना खरीदना, बिल भरना, रोजमर्रा के काम... सच्चा प्यार इन उबाऊ कामों में भी छुपा होता है। यह सिर्फ रोमांटिक डिनर तक सीमित नहीं है।
8. सिंगल दोस्तों से जलन होना: अपने सिंगल दोस्तों की आजादी देखकर कभी-कभी जलन महसूस होना स्वाभाविक है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप कृतघ्न हैं, बल्कि इसका मतलब यह है कि आप इंसान हैं और कभी-कभी आजादी की कमी महसूस कर सकते हैं।
9. अपनी क्षमता पर संदेह होना: कभी-कभी आप सोच सकते हैं कि क्या आप अपने पार्टनर की जरूरतों को पूरा कर पा रहे हैं। यह डर अक्सर पुरानी असुरक्षा से आता है। याद रखें, आप जितना सोचते हैं, उससे कहीं बेहतर कर रहे हैं।
10. जुड़ाव के पुराने तरीको का बदल जाना: शादी के शुरुआती दिनों में जो तरीका काम करता था, वह हमेशा काम नहीं करेगा। यह असफलता नहीं, बल्कि एक रिश्ते का विकास है। आपको साथ मिलकर नए तरीके खोजने होंगे।