By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 14, 2017
आयकर विभाग ने कहा है कि नोटबंदी के बाद संदिग्ध जमाओं के मामले में उसने 18 लाख करदाताओं को एसएमएस, ईमेल भेजे थे जिनमें से 5.27 लाख करदाताओं ने अपने जवाब दाखिल कर दिए हैं। विभाग ने इस संदर्भ में बाकी करदाताओं को आगाह किया है कि वे अपने जवाब 15 फरवरी तक दें नहीं तो उनके खिलाफ ‘उचित कार्रवाई’ की जाएगी। विभाग के अनुसार 5.27 लाख करदाताओं में से 99.5 प्रतिशत ने यह स्वीकार किया है कि नोटबंदी की 50 दिन की अवधि में उन्होंने अपने बैंक खातों में नकदी जमा करवाई। यह अवधि 30 दिसंबर को समाप्त हो गई। ये जमाएं 7.41 लाख बैंक खातों में की गईं।
सीबीडीटी के बयान में कहा गया है, ‘इस कार्रवाई की अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली और 12 फरवरी 2017 तक 5.27 लाख से अधिक करदाताओं ने अपने जवाब पहले ही दाखिल कर दिए हैं।’ इसके अनुसार ‘आपरेशन क्लीन मनी’ के तहत भेजे गए एसएमएस: ईमेल सवालों के जवाब में करदाताओं ने 25,000 अतिरिक्त बैंक खातों की जानकारी दी है जिनमें नकदी जमा करवाई गई। उल्लेखनीय है कि ‘आपरेशन क्लीन मनी’ की शुरुआत 31 जनवरी को हुई। इसके तहत विभाग ने 18 लाख करदाताओं को एसएमएस, ईमेल भेजे और पांच लाख रुपये से अधिक की संदिग्ध नकदी जमाओं के बारे में पूछताछ की। इस बारे में जवाब देने की आखिरी तारीख बढ़रकर 15 फरवरी रखी गई है।