एक दस्तावेज ने मचाया पूरे पाकिस्तान में बवाल, अचानक ट्रंप के पास क्यों पहुंची मुनीर की पत्नी

By अभिनय आकाश | Sep 10, 2025

पाकिस्तान की राजनीति और सेना में एक पुरानी बीमारी घर कर चुकी है। अपनी मिट्टी से मोहब्बत कम और विदेशों की गोद में जाकर आराम फरमाने का लालच ज्यादा रहता है। जनरल से लेकर जर्नलिस्ट तक, सियासी लीडर से लेकर उनके परिवार तक हर कोई मेड इन पाकिस्तान तो जरूर होता है। लेकिन उनका दिल, उका भरोसा उनकी पूंजी और उनके बच्चे ज्यादातर विदेशों में ही होते हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान का सिस्टम, पाकिस्तान की राजनीति और पाकिस्तान की सेना तीनों की जड़ें खोखली होती जा रही हैं। पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों और नेताओं का लगाव अपने ही मुल्क से कम और विदेशों से ज्यााद दिखाई देता है। रिटायरमेंट के बाद ये अक्सर दूसरे देशों में जाकर बस जाते हैं। इनके बच्चे भी बाहर ही पढ़ते हैं। सोशल मीडिया पर एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने सभी को चौंका दिया है। दावा किया गया है कि पाकिस्तान की आर्मी चीफ की पत्नी अमेरिका पहुंच गई है।

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भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, मुनीर ने परिवार को बाहर शिफ्ट कराया

पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की पत्नी शईदा इरम को लेकर बड़ी चर्चा चल रही है। आपको बता दें कि जिस वक्त भारत की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था और पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को नेस्तोनाबूद किया गया था। उस वक्त पाकिस्तान के कई एलिट क्लास लोगों ने अपने परिवार को देश से बाहर भेज दिया था। उनमें से एक पाकिस्तान के फेल्ड मार्शल आसिम मुनीर भी थे, जिन्होंने अपने परिवार को बाहर शिफ्ट करा दिया था। उस वक्त खबर आई थि कि उनकी पत्नी अमेरिका में जाकर छुप गई थी। 

अमेरिका पहुंची मुनीर की पत्नी

जून के पहले हफ्ते में इन्होंने अमेरिका की नागरिकता के लिए अप्लाई किया था। 22 जून को सारे जरूरी डॉक्यमेंट जमा करा आए। 22 अगस्त को आसिम मुनीर की पत्नी को अमेरिका की नागरिकता मिल गई। आसिम मुनीर की पत्नी का नाम शाहिदा इरम है और उनके तीन बच्चे हैं। आप तौर पर अमेरिका की नागरिकता पाने के लिए लोगों को कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। सालों लग जाते हैं। लेकिन मुनीर की पत्नी को तीन महीने भी नहीं लगे और अमेरिका की नागरिकता मिल गई। यानी सुपरफास्ट सर्विस के साथ। 

कैसे मिल सकती है नागरिकता

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान का कोई ऐसा आर्मी चीफ नहीं है जो अभी पाकिस्तान में रहता हो। अशफाक कियानी, राहिल शरीफ से लेकर निर्वतमान आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा तक सभी पाकिस्तान से बाहर हैं। यानी पाकिस्तान के आर्मी चीफ रिटायरमेंट के बाद अपना देश छोड़ देते हैं। ये 100 % का ट्रैक रिकॉर्ड है। अब ऐसे में आसिम मुनीर की तरफ से परंपरा, प्रतिष्ठा और अनुशासन को कैसे तोड़ा जा सकता था। पहले परिवार को शिफ्ट कराया और फिर रिटायर होने के बाद खुद भी वहां की ओर रवाना होना पाकिस्तान के आर्मी चीफ का पुराना ढर्रा रहा हो। नवाज शरीफ तो ब्रिटेन में कई सालों से जमे बैठे हैं। वहीं मरियम नवाज से लेकर बिलावल तक सभी के पास ब्रिटेन की नागरिकता है। 

ट्रम्प के क्रिप्टो बिजनेस का नया ठिकाना बना पाकिस्तान

अमेरिका ने सीजफायर कराने का दावा किया और आसिम मुनीर ने ट्रंप को नोबेल प्राइज के लिए नॉमिनेट करने की बात कह डाली। इसके बाद स्टीफ विटकॉफ के बेटे जैक विटकॉफ आकर क्रिप्टोकरेंसी पुल को लेकर डील हुई थी। दुबई में बनी एक संदिग्ध ब्लॉकचेन फर्म हाईलैंड सिस्टम्स के जरिए यह सारा नेटवर्क खड़ा किया जा रहा है। हाईलैंड सिस्टम्स की मदद से पाकिस्तान सरकार ब्लॉकचेन और क्रिप्टो माइनिंग तकनीक विकसित करेगी। कंपनी में ट्रम्प के बेटे एरिक ट्रम्प और पाकिस्तान के टॉप मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर्स भी साझेदार हैं। आर्थिक अस्थिरता और सरकार की अमेरिका के साथ संबंध सुधारने की तत्परता जैसे कारण पाकिस्तान को ट्रम्प के कुनबे के लिए क्रिप्टो हब बनाने के लिए एक आदर्श देश बना रहे हैं। अब ऐसे में पाकिस्तान ने ट्रंप का फायदा करा दिया। अब ट्रंप को भी फायदा कराना था। पैसों के अलावा परिवार के फ्यूचर पर मुनीर ने जोर दिया। 

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पाक सेना के 50 से ज्यादा ट्रस्ट, इससे मोटी कमाई

पाकिस्तानी सेना दुनिया की पहली 'बिजनेस आर्मी' है। पाकिस्तानी सेना 50 से ज्यादा ट्रस्ट और फाउंडेशन चलाती है। इनमें आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट, फौजी फाउंडेशन, शाहीन फाउंडेशन, बहरिया फाउंडेशन और डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (डीएचए) प्रमुख हैं। इनके तहत विभिन्न उद्योगों में कार्यरत कंपनियां शामिल हैं। इसका मुनाफा सीधे पाकिस्तानी आर्मी को जाता है। पाकिस्तानी सेना सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपर मानी जाती है। डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (डीएचए) के पास राजधानी इस्लामाबाद में 16,000 एकड़, कराची में 12,000 एकड़ और लाहौर में 60,000 एकड़ शहरी जमीन का नियंत्रण है। फौजी फाउंडेशन फौजी सीमेंट नामक ब्रांड चलाता है। उर्वरक (फौजी फर्टिलाइजर), गैस (फाउंडेशन गैस) और चीनी मिल (फौजी शुगर मिल्स) जैसे व्यवसाय भी हैं। इसकी संपत्ति का कुल मूल्य लगभग 35 मिलियन डॉलर बताया जाता है।


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