By एकता | Mar 02, 2025
महाराष्ट्र के जलगांव में केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे की बेटी से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। खडसे ने आरोपी युवकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि जलगांव जिले के मुक्ताईनगर इलाके में मेले के दौरान कुछ युवकों ने उनकी बेटी और उसकी सहेलियों से छेड़छाड़ की। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश में टीम रवाना कर दी गई है।
रक्षा खडसे ने रविवार को मुक्ताईनगर में पत्रकारों से कहा, 'हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर हमारे इलाके में संत मुक्ताई यात्रा निकाली जाती है। दो दिन पहले मेरी बेटी यात्रा के लिए गई थी। लड़कियों के झूले पर बैठने के बाद लड़के उनका वीडियो बनाने लगे। जब गार्ड ने यह देखा तो उसने लड़कों को रोका। जब गार्ड ने मोबाइल जब्त कर जांच की तो लड़कों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। ऐसी घटना तब हो रही है, जब लड़कियों के साथ पुलिस अधिकारी यूनिफॉर्म में है। मैंने मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को भी निर्देश दिए हैं।'
SDPO कृष्णत पिंगले ने बताया कि 28 फरवरी 2025 को मुक्ताईनगर तालुका के कोथली गांव में एक यात्रा थी। मुक्ताईनगर शहर के अनिकेत घुई और उसके 6 दोस्त यात्रा में भाग ले रहे थे। उसी यात्रा में अनिकेत घुई और उसके दोस्तों ने 3-4 लड़कियों का पीछा किया और उनके साथ छेड़छाड़ की। इसलिए, हमने पीछा करने, छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है और POCSO एक्ट के साथ-साथ IT एक्ट की धाराएँ भी लगाई हैं। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन टीमें भेजी गई हैं।
छेड़छाड़ की घटना पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'एक पार्टी के कुछ पदाधिकारी हैं जिन्होंने ऐसा काम किया है। यह घटिया हरकत है, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इस तरह की प्रताड़ना गलत है, उन्हें माफ नहीं किया जा सकता और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
पत्रकारों से बात करते हुए रक्षा के ससुर पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने कहा, 'पुलिस को पहले भी इन युवकों के खिलाफ कई शिकायतें मिल चुकी हैं। ये लड़के शातिर अपराधी हैं। महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। अपराधियों को पुलिस का डर नहीं है। लड़कियां शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आती हैं। माता-पिता का मानना है कि उनकी बेटियों के नाम का खुलासा नहीं किया जाना चाहिए। हमने शिकायत की क्योंकि हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था।'