By अभिनय आकाश | Feb 12, 2025
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया। बेंगलुरु में एयर शो के दौरान रक्षा क्षेत्र की पीएसयू हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड के बारे में ये कहते सुने गए कि एचएएल पर उनका भरोसा लगातार कम हो रहा है। एयर चीफ ने कहा कि आपको हमारी चिंताएं दूर करनी होगी। हमें अधिक आश्वस्त करना होगा, फिलहाल हमें एचएएल पर भरोसा नहीं है। ये बहुत गलत बात है। एयर चीफ की नाराजगी की वजह लड़ाकू विमानों की डिलीवरी और अपग्रेड में होने वाली देरी है। ये पहली बार नहीं है जब वायुसेना प्रमुख ने समयसीमा का पालन न करने के लिए एचएएल की आलोचना की है। अब एचएएल की तरफ से इसको लेकर बयान भी सामने आ गया है।
एचएएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डी के सुनील ने कहा कि देरी केवल उद्योग में सुस्ती के कारण नहीं हुई है। उन्होंने एयरो इंडिया 2025 कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं, जिन्हें सुलझा लिया गया है। वायुसेना प्रमुख की चिंता जायज है। सुनील के अनुसार, विभिन्न स्तरों पर बैठकें हो चुकी हैं और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एचएएल जल्द विमान की आपूर्ति करेगा। तेजस मिलने में हो रही देरी को लेकर एचएएल ने कहा कि जो तकनीकी मुद्दे थे, वे ठीक हो गए हैं। साढ़े तीन साल में हम एयरफोर्स को 83 तेजस दे देंगे। एचएएल के चेयरमैन डी के सुनील ने कहा कि तीन LCA MK1-A ने एयरो इंडिया में उड़ान भरी है, इसके साथ ही दो और एलसीए MK1-A फाइनल स्टेज में हैं। 2 और फाइल स्टेज में हैं। इस साल के अंत तक ये मिल जाएंगे। इंजन वाला इश्यू ठीक हो गया है। सप्लाई चेन का मुद्दा हल हो गया है। उन्होंने कहा कि पहला इंजन मार्च में मिलेगा। 12 और इंजन इस वित्त वर्ष में मिल जाएगा।
एलसीए MK1-A मिलने में करीव एक साल की देरी हो चुकी है और एयरफोर्स की फाइटर स्क्वॉड्रन लगातार कम हो रही हैं। इस देरी को लेकर कई वार एयरफोर्स चीफ चिंता भी जता चुके हैं। एचएएल चेयरमैन ने कहा कि एयरफोर्स चीफ की चिंता हम समझते हैं। एयरक्रॉफ्ट का स्ट्रक्चर तैयार है, इंजन मिल जाएगा तो यह आगे वढ़ेगा। एयरफोर्स के लिए 83 LCA MK1-A का कॉन्ट्रैक्ट साइन हुआ है और 97 का एओएन (खरीद की जरूरत अप्रूवल करना) हुआ है। HAL चेयरमैन ने कहा हूं कि साढ़े तीन साल में 83 का ऑर्डर पूरा हो जाएगा और 2031 तक सभी 180 तैयार हो जाएंगे।