By अभिनय आकाश | Jun 23, 2025
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची की मॉस्को में महत्वपूर्ण मुलाकात हुई है। एएफपी की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि रूस ईरान का महत्वपूर्ण समर्थक रहा है, लेकिन 13 जून को इजरायल द्वारा हमले शुरू करने और ईरान द्वारा मिसाइलों और ड्रोन से जवाब देने के बाद से उसने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। ऐसे में अराघची राष्ट्रपति पुतिन के लिए ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की एक चिट्ठी भी लेकर पहुंचे हैं। एक वरिष्ठ सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची, पुतिन को खामेनेई का एक लेटर सौंपने वाले हैं, जिसमें पुतिन से समर्थन मांगा गया है।
अमेरिकी कार्यवाई की पुतिन ने की निंदा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरानी परमाणु सुविधाओं पर हाल ही में किए गए अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की और उन्हें बिल्कुल अकारण आक्रमण और अनुचित बताया। मास्को में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची के साथ बैठक के दौरान बोलते हुए पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि मध्य पूर्व में बढ़ते संकट के बीच रूस ईरानी लोगों का समर्थन करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। यह टिप्पणी ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों पर समन्वित अमेरिकी और इजरायली हवाई हमलों की पृष्ठभूमि में आई है, जो तेहरान के साथ मास्को के बढ़ते गठबंधन को दर्शाता है। पुतिन ने रूस की अपने सहयोगियों के प्रति वफादारी पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को जवाब देते हुए ऐसी चिंताओं को भड़काऊ बताया। उन्होंने अरब और इस्लामी देशों के साथ रूस के ऐतिहासिक रूप से मैत्रीपूर्ण संबंधों को रेखांकित किया और बताया कि रूस की 15 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है।
रूस के तटस्थ रुख के पीछे कारण
ईरान के साथ दशकों के घनिष्ठ संबंधों के बावजूद, पुतिन ने तटस्थ रहने और प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से बचने के रूस के फैसले को स्पष्ट किया। सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में बोलते हुए, उन्होंने रूस के इज़राइल के साथ महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय संबंधों पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि लगभग दो मिलियन रूसी भाषी लोग वहां रहते हैं। पुतिन ने कहा कि यह आज लगभग रूसी भाषी देश है। उन्होंने कहा कि यह तथ्य रूस की विदेश नीति के विचारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।