By प्रीटी | Jul 03, 2025
जम्मू और कश्मीर के प्रमुख जिलों में से एक अनंतनाग (Anantnag), अपनी ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। श्रीनगर से लगभग 53 किलोमीटर दक्षिण में स्थित यह क्षेत्र कश्मीर घाटी के सबसे पुराने बसे इलाकों में से एक माना जाता है। यहाँ का नाम "अनंतनाग" संस्कृत शब्दों अनंत (अर्थात अनंत या असीम) और नाग (अर्थात जलस्रोत या झरना) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है — "अनंत झरनों की भूमि"।
अनंतनाग को "झरनों का शहर" भी कहा जाता है। यहाँ कई ऐसे प्राकृतिक जलस्रोत हैं जो इसकी सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।
यह झेलम नदी का उद्गम स्थल है। मुग़ल शैली में बना यह स्थल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहाँ का बाग़ और झील सैलानियों को आकर्षित करती है।
यह एक सुंदर बाग़ और झरनों का संगम है। यहाँ का पानी औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। परिवारों और पिकनिक के लिए यह आदर्श स्थान है।
यह मुग़ल कालीन बाग़ अपनी सुंदर नहरों, झरनों और फूलों के लिए प्रसिद्ध है। इसे नूरजहाँ ने बनवाया था।
अनंतनाग हिन्दू, मुस्लिम और सिख समुदायों के लिए धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अमरनाथ गुफा: यह विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थान अनंतनाग ज़िले के पहलगाम क्षेत्र में स्थित है। यहाँ हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यात्रा पर आते हैं।
मार्तंड सूर्य मंदिर: यह प्राचीन हिन्दू मंदिर है जो सूर्य भगवान को समर्पित है। इसकी स्थापत्य कला और वास्तुकला अद्भुत है।
खीर भवानी मंदिर (तुलगाम): यह एक प्रसिद्ध देवी मंदिर है जहाँ हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
अनंतनाग ज़िले का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन। यहाँ लिद्दर नदी, घुड़सवारी, ट्रेकिंग और गोल्फ कोर्स का आनंद लिया जा सकता है।
पहलगाम से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ये सुंदर घाटियाँ स्थित हैं, जहाँ फिल्म शूटिंग भी होती रही है। यहाँ की हरियाली, बर्फीली पहाड़ियाँ और शांत वातावरण सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
अनंतनाग की संस्कृति कश्मीरी परंपराओं से जुड़ी है। यहाँ के लोग गर्मजोशी से पर्यटकों का स्वागत करते हैं। खाने में कश्मीरी वज़वान, रोगनजोश, यखनी, मोदुर पुलाव, और कहवा ज़रूर चखना चाहिए।
हवाई मार्ग: श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम है।
रेल मार्ग: अनंतनाग रेलवे स्टेशन से जम्मू और श्रीनगर के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग: श्रीनगर से अनंतनाग तक टैक्सी और बस सेवा उपलब्ध है। यात्रा में लगभग 1.5 घंटे लगते हैं।
मार्च से अक्टूबर का समय अनंतनाग घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है। सर्दियों में बर्फबारी होती है, जो एक अलग अनुभव देती है, खासकर पहलगाम क्षेत्र में।
अनंतनाग केवल एक शहर नहीं, बल्कि कश्मीर की आत्मा है। यह जगह प्रकृति, इतिहास, धर्म और संस्कृति का ऐसा संगम प्रस्तुत करती है जो हर यात्री के मन को छू जाता है। अगर आप कश्मीर की गहराई से पहचान करना चाहते हैं, तो अनंतनाग की यात्रा अवश्य करें — यह अनुभव आपको हमेशा के लिए याद रहेगा।
-प्रीटी