By अभिनय आकाश | Jan 13, 2023
पाकिस्तान भर में आटा और खाद्य संकट की खबरों के बीच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) गिलगित बाल्टिस्तान एक बार फिर से सुर्खियों में है। पाकिस्तान सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों से वहां के रहवासियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान द्वारा कई दशकों से इस क्षेत्र का शोषण किए जाने के बाद गिलगित बाल्टिस्तान के लोग भारत में लद्दाख के साथ इसे मिलाने की मांग करते नजर आ रहे हैं। इंटरनेट पर वायरल हो रहे कई वीडियो निवासियों के बीच असंतोष की हद दिखाते हैं।
एक वीडियो में गिलगित-बाल्टिस्तान में एक विशाल रैली दिखाई गई, जिसमें कारगिल सड़क को फिर से खोलने और भारत में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में साथी बाल्टियों के साथ पुनर्मिलन की मांग उठाई गई। पिछले 12 दिनों से इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। निवासियों द्वारा गेहूं और अन्य खाद्य पदार्थों पर सब्सिडी की बहाली, लोड-शेडिंग, अवैध भूमि पर कब्जा, और क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के शोषण जैसे विभिन्न मुद्दों को उठाया गया है। पाकिस्तान का सैन्य प्रतिष्ठान गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र की भूमि और संसाधनों पर जबरदस्ती का दावा करता रहता है।
पाकिस्तान सेना और सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध भी देखा गया है। जमीन का मुद्दा दशकों से बना हुआ है, लेकिन 2015 से स्थानीय लोग यह तर्क दे रहे हैं कि जमीन जीबी के लोगों की है, क्योंकि यह क्षेत्र पीओके में है। हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि जमीन पाकिस्तानी राज्य से संबंधित किसी व्यक्ति को हस्तांतरित नहीं की गई है।