By मिताली जैन | Dec 28, 2025
आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति अपने बढ़े हुए वजन से परेशान है और इसे कम करने के लिए तरह-तरह की डिटॉक्स ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। जब वेट लॉस की बात होती है तो इसमें विनेगर और नींबू पानी को बहुत अधिक फायदेमंद माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये दोनों ड्रिंक्स फैट बर्निंग में मदद करते हैं और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं। जिसकी वजह से आपको फ्लैट टमी मिलता है। लेकिन अक्सर लोग इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि इन दोनों में से किसका सेवन किया जाए।
तो आज इस लेख में आसान शब्दों में समझेंगे कि विनेगर और नींबू पानी में क्या अंतर है, वजन घटाने के लिए कौन सी ड्रिंक बेहतर है, इसे कैसे और कब पीना चाहिए-
विनेगर आपकी भूख थोड़ी कम कर सकता है, जिससे आपको ज्यादा देर तक पेट भरा हुआ महसूस होगा। साथ ही, यह ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, जिससे आपको कम क्रेविंग होती है। यह डाइजेशन को भी बेहतर कर सकता है। विनेगर में एसिटिक एसिड होता है, जो फैट मेटाबॉलिज्म को भी हल्का सपोर्ट करता है।
एक चम्मच विनेगर को एक गिलास पानी में मिलाकर लिया जा सकता है। इसे खाने से पहले लेना सबसे अच्छा है। इसे कभी भी डायलूट किए बिना ना लें, क्योंकि यह एसिडिक होता है।
विनेगर आपके दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, इससे एसिड रिफ्लक्स, ब्लोटिंग, जलन हो सकती है। बीपी या शुगर की दवाओं के साथ यह दिक्कत कर सकता है। इसलिए अगर आपको गैस्ट्राइटिस, एसिडिटी, अल्सर है या आप बीपी या डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं, तो पहले डॉक्टर से पूछें।
नींबू पानी आपको हाइड्रेटेड रखता है, जिससे आप बेवजह की स्नैकिंग कम होती है। यह डाइजेशन में मदद करता है। यह आपको फ्रेश और हल्का महसूस कराता है। हाइड्रेशन से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, वॉटर रिटेंशन कम होता है और आप पतले लगते हैं।
गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़कर लें। आप इसे सुबह या कभी भी ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद भी डाल सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से ऑप्शनल है।
नींबू पानी से साइड इफेक्ट होने की संभावना काफी कम होती है। लेकिन सेंसिटिव लोगों में इससे एसिडिटी हो सकती है। इसका बहुत ज्यादा सेवन करने से दांतों का इनेमल खराब हो सकता है।
- मिताली जैन