By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 08, 2018
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ‘‘बहुदलीय लोकतंत्र’’ के प्रतीक हैं क्योंकि उन्होंने हमेशा ही सबको साथ लेकर चलने में यकीन किया। आरएसएस के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में प्रकाशित वाजपेयी के साक्षात्कारों के एक संग्रह का विमोचन करते हुए सिंह ने कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री नेता नहीं होते, तो एक विश्व स्तरीय कवि होते। उन्होंने कहा, ‘‘बहुदलीय लोकतंत्र का दूसरा नाम अटल बिहारी वाजपेयी है।’’
सिंह ने वाजपेयी के साथ अपने करीबी एवं पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा कि उन्हें एक भी ऐसा इंसान नहीं मिला है, जो उनसे नाराज हो। उन्होंने कहा, ‘‘विचारों का मतभेद हो सकता है लेकिन कोई भी उनसे नाराज नहीं है।’’ बीजू जनता दल (बीजद) नेता भातृहरि महताब ने पूर्व प्रधानमंत्री को भारतीय राजनीति की ‘‘कद्दावर हस्ती’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘जीवन के हर कदम पर उन्होंने एक मिसाल कायम की। यह किताब उनकी जिंदगी पर सही से रोशनी डालेगी।’’
कांग्रेस सांसद आर आनंद भास्कर ने कहा कि वह वाजपेयी के ‘‘राजधर्म’’ का पालन होता देखने को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने ज्यादा विवरण देते हुए कहा, ‘‘वाजपेयी के राजधर्म का विश्लेषण करना अब जरूरी है। हम जमीन पर इसका उपयुक्त पालन किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।’’