By अभिनय आकाश | Feb 03, 2023
पाकिस्तान में धुर-दक्षिणपंथी तहरीक-ए-लब्बैक संगठन के संदिग्ध सदस्यों ने कथित रूप से कराची में अहमदी मस्जिद में तोड़फोड़ की और उसे नष्ट कर दिया। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, अज्ञात लोगों ने कराची में अहमदी मस्जिद की मीनारों को तोड़ दिया और फरार हो गए। कथित तौर पर हेलमेट पहने कुछ लोग सीढ़ी के साथ आए और मस्जिद के ढांचे को नुकसान पहुंचाने के बाद फरार हो गए।
जमशेद रोड पर अहमदी जमात खाते की मीनारों को गिराए जाने के बाद एक महीने में यह इस तरह की दूसरी घटना है। पिछले तीन महीनों में यह पाँचवीं अहमदी मस्जिद है जिस पर हमला किया गया है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि ताजा घटना में हमलावर टीएलपी के थे।
तहरीक-ए-लबैक क्या है?
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, तहरीक-ए-लब्बैक (पैगंबर के अनुयायियों का आंदोलन) एक चरमपंथी सुन्नी इस्लामवादी समूह है जिसका मुख्य ध्यान पाकिस्तान के क्रूर ईशनिंदा कानूनों की रक्षा करना और निंदा करने वालों को दंडित करना है। आंदोलन का जन्म 2015 में मुमताज कादरी की रिहाई की मांग के लिए एक विरोध अभियान से हुआ था, एक पुलिस गार्ड जिसने 2011 में पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर की ईशनिंदा कानून में सुधार की मांग पर हत्या कर दी थी। कादरी को बाद में फाँसी दे दी गई।