परमाणु बम का दंश झेलने वाले स्थल का दौरा करने वाले पहले ब्रिटिश PM बने सुनक, जापान के साथ किया ऐतिहासिक हिरोशिमा समझौता

By अभिनय आकाश | May 18, 2023

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति जी7 शिखर सम्मेलन के लिए गुरुवार को जापान पहुंचे। उन्होंने यूके-जापान आर्थिक, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग के लिए एक नया तथाकथित "हिरोशिमा समझौता" किया। इस नई यूके-जापान वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को इस क्षेत्र में चीनी प्रभुत्व के प्रति संतुलन के रूप में देखा जा रहा है और प्रमुख क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन को मजबूत करने के लिए महत्वाकांक्षी अनुसंधान एवं विकास सहयोग और कौशल विनिमय को आगे बढ़ाने के लिए एक सेमीकंडक्टर्स साझेदारी भी शामिल है।


इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी बीटी इस दशक के अंत तक 55,000 नौकरियां कम करेगी

यूके ने यह भी पुष्टि की कि उसका कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) युद्धपोत 2025 में भारत-प्रशांत क्षेत्र में वापस आ जाएगा, 2021 में भारत सहित इस क्षेत्र की पहली यात्रा के बाद, सुनक हिरोशिमा का दौरा करने वाला पहला ब्रिटिश प्रधान मंत्री बन गया है। द्वितीय विश्व युद्ध परमाणु बमबारी। ब्रिटिश-भारतीय नेता ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम के जापान के साथ संबंधों के इस ऐतिहासिक क्षण में टोक्यो और हिरोशिमा का दौरा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

इसे भी पढ़ें: Koh-i-Noor की घर वापसी की डेट आ गई! क्या है मोदी का विशेष प्लान, चलाया जाएगा ऐसा अभियान, सुनकर हो जाएंगे हैरान

प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और मैं हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की रक्षा करने और मुक्त और निष्पक्ष व्यापार सहित हमारे मूल्यों की रक्षा करने के महत्व पर निकटता से जुड़े हुए हैं। हिरोशिमा समझौते से हम अपने सशस्त्र बलों के बीच सहयोग बढ़ाएंगे, हमारी अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ विकसित करेंगे और हमारी विश्व-अग्रणी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता विकसित करेंगे। यह यूके और जापान की फलती-फूलती साझेदारी में एक रोमांचक अगले चरण का प्रतीक है।

प्रमुख खबरें

Election Commission ने AAP को चुनाव प्रचार गीत को संशोधित करने को कहा, पार्टी का पलटवार

Jammu Kashmir : अनंतनाग लोकसभा सीट के एनपीपी प्रत्याशी ने अपने प्रचार के लिए पिता से लिये पैसे

Mumbai में बाल तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, चिकित्सक समेत सात आरोपी गिरफ्तार

‘आउटर मणिपुर’ के छह मतदान केंद्रों पर 30 अप्रैल को होगा पुनर्मतदान