By रितिका कमठान | May 07, 2024
चिलचिलाती धूप ने अभी से ही लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। चुभती गर्मी के मौसम में लोगों का हाल बेहाल होने लगा है। हर बीतते दिन के साथ पारा बढ़ता जा रहा है, जिस कारण लोग परेशान रहने लगे है। दोपहर के समय में घर या ऑफिस से बाहर निकलना लोगों के लिए दुभर हो गया है। खासतौर से लगातार बढ़ता पारा लोगों को परेशान करने लगा है।
भारतीय मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी है की जून के महीने तक लगातार गर्मी का प्रकोप लोगों को झेलना पड़ेगा। गर्मियों के दौरान हीटवेव होना काफी आम होता है। हीटवेव ऐसी समस्या है जिससे व्यक्ति पीड़ित भी हो जाता है मगर इसके बारे में पता नहीं चलता है। आमतौर पर हीटवेव के कारण कई समस्याएं होने लगती है। हालांकि ये भी सामने आया है कि हीटवेव के कारण सिर्फ शरीर पर ही नहीं बल्कि दिल पर भी काफी नकारात्मक असर देखने को मिलता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हीटवेव और दिल के बीच का कनेक्शन काफी मजबूत है। आमतौर पर हीटवेव अधिक तापमान होने के कारण होती है, जिसमें कार्डियोवस्कुलर सिस्टम पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है। दबाव अधिक होने पर दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी अधिक हो सकता है। अधिक समय तक अधिक तापमान के संपर्क में रहने से शरीर का तापमान नियंत्रित करना मुश्किल होने लगता है। ऐसे में दिल की धड़कन अधिक बढ़ जाती है। गर्मी से निजात पाने के लिए शरीर में ब्लड फ्लो भी बढ़ने लगता है।
इन लोगों पर होता है अधिक खतरा
बुजुर्ग या किसी अन्य बीमारी का शिकार लोगों को अधिक खतरा होता है कि हीटवेव के कारण उनके दिल पर नकारात्मक असर देखने को मिलेगा। वहीं हीटवेव के कारण डीहाइड्रेशन की समस्या सबसे आम होती है। डीहाइड्रेट रहने के कारण खून गाढ़ा होने लगता है, जिससे दिल के लिए खून को पंप करना कठिन होता है। ऐसी स्थिति होने पर भी दिल का दौरा पड़ने का खतरा होता है।
गर्मी में ऐसे रखें दिल का ख्याल