By अभिनय आकाश | Sep 08, 2025
24 घंटे बाद दिल्ली में मोदी का असली नंबर गेम देखने को मिलेगा। कल ये पता चलेगा कि मोदी 400 से कितना आगे पहुंचते हैं या फिर ये पता चलेगा कि मोदी में अब भी कितना दम है और राहुल गांधी का चैलेंज कितना कम है। कल दिल्ली में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होगी और नरेंद्र मोदी कल दिनभर चुनाव की तैयारी करते रहे और राहुल गांधी दिखे ही नहीं। उपराष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट किस ओर करवट बैठेगा ये तो सबको पता है। इंतजार तो इस बात का है कि मोदी विरोधी खेमे के कितने नंबर टूटते हैं और कितने सांसद अंतरआत्मा की आवाज सुनते हैं। अब कल के बाद बिहार चुनाव की असली तैयारी भी शुरू होगी।
पिछले दो दशकों में उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत का मार्जिन लगातार बढ़ा है। वर्ष 2002 में भैरों सिंह शेखावत ने 149 वोट से जीत दर्ज की थी। वहीं, 2022 में धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को 346 वोट से हराया था। केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी गठबंधन इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस (रिटायर्ड) बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। आंकड़ों में एनडीए को स्पष्ट बढ़त है। हालांकि संसद में विपक्ष की मजबूती से पिछले दो दशक में पहली बार मुकाबला करीबी हो सकता है। खास बात यह है कि इस बार एनडीए ने तमिल प्रत्याशी देकर इंडिया गठबंधन के दल डीएमके सामने धर्मसंकट पैदा करने की कोशिश की तो इंडिया ने तेलुगु प्रत्याशी देकर एनडीए के घटक दल दोनों दलों ने कहा है कि वे अपने अपने गठनबंधन को वोट देंगे।
दिल्ली में भाजपा सांसदों की वर्कशॉप शुरू हुई। भाजपा सांसदों को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग की जानकारी दी जाएगी। दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन भी अपने सांसदों को मतदान प्रक्रिया समझाने के लिए सोमवार को मॉक पोल करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहयोगी दलों को डिनर देने की खबर आई थी। लेकिन शाम होते होते पता चला कि एनडीए के बाद अब इंडिया गठबंधन ने भी अपने सांसदों के लिए डिनर का आयोजन रद्द कर दिया है।
बीजेपी ने उपराष्ट्रपति चुनाव की रणनीति और तैयारी के लिए दिल्ली में सांसदों की एक विशेष कार्यशाला आयोजित की थी। इस कार्यक्रम की कार्यवाही आज सुबह से शुरू हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शुरुआत से ही हिस्सा लिया। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी जब वहां पहुंचे, तो उन्होंने आगे की सीट पर बैठने की बजाय पीछे की पंक्ति चुन ली। वह एक सामान्य कार्यकर्ता या सांसद की तरह बैठक में शामिल हुए और सभी चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया।
उपराष्ट्रपति पद के लिए लोकसभा व राज्यसभा के सदस्य वोट देते हैं। हालांकि इसके लिए व्हिप नहीं जारी हो सकती। सभी सांसद पार्टी लाइन पर वोट करें तो एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन के 439 और विपक्ष के रेड्डी के 324 वोट माने जा रहे हैं। हालांकि गुप्त मतदान में क्रॉस वोटिंग दोनों तरफ से समीकरण बिगाड़ सकती है। इसलिए दोनों ओर से पूरी तैयारी की जा रही है।
सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद भवन में वोटिंग, 6 बजे नतीजे
मतदान 9 सितंबर, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद भवन में होगा। वोटों की गिनती शाम 6 बजे से और तुरंत परिणाम घोषित होंगे।
हर सांसद को विशेष पेन से बैलेट पर पहली वरीयता दर्ज करनी होगी। ऐसा न करने पर वोट अमान्य होगा। हर वोट का मूल्य एक समान होगा।
2017 में 11 और 2022 में 15 वोट अमान्य हुए थे।