By अभिनय आकाश | Sep 22, 2025
जब दुनिया का सबसे ताकतवर देश अपनी वीजा पॉलिसी बदलता है तो असर पूरी दुनिया पर पड़ता है। लेकिन इस बार अमेरिका को दो बार सोचना पड़ेगा। जिस देश को ये पाबंदियां सबसे ज्यादा निशाना बना रही है वो भारत ही है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले टैरिफ लगातार भारत को झटका दिया और अब अपने देश के एच1बी वीजा प्रोग्राम पर कड़े कदम का प्रस्ताव रखा। नई पाबंदियां विदेशी प्रोफेसनल्स स्किल्स के लिए अमेरिका में नौकरी पाना और मुश्किल बना देगी। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि इससे अमेरिकी नागरिकों के लिए नौकरियों के लिए मौके बढ़ जाएंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज न्यूयॉर्क में संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात करेंगे। मामले से अवगत लोगों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान होने वाली यह उच्च स्तरीय बैठक भारत-अमेरिका संबंधों में हाल में हुए सुधार को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। उन्होंने आगे कहा कि यह बैठक दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने और हाल के महीनों में पैदा हुई दूरियों को पाटने के प्रयासों का एक और हिस्सा होगी। रुबियो और जयशंकर की पिछली मुलाकात वाशिंगटन में जुलाई की शुरुआत में और इस साल की शुरुआत में जनवरी में हुई थी। हालाँकि, यह दोनों नेताओं के बीच पहली आमने-सामने की मुलाकात होगी, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए व्यापार शुल्कों को लेकर भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है।
ट्रंप ने कहा कि भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क, जिसमें 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है, रूसी तेल खरीद के कारण लगाए गए हैं। कूटनीतिक बदलाव के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हुआ है। दोनों पक्षों ने रुकी हुई व्यापार वार्ता भी फिर से शुरू कर दी है, और ट्रंप ने विश्वास व्यक्त किया है कि उन्हें किसी समझौते पर पहुँचने में कोई कठिनाई नहीं होगी। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सोमवार को अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।