By एकता | Nov 03, 2025
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहरसा और कटिहार में विशाल चुनावी सभाएं कीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और राजद (RJD) पर जमकर निशाना साधा और बिहार में एनडीए सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राजद में गहन अंदरूनी मतभेद हैं, जो उनके चुनावी पोस्टरों में भी साफ झलकते हैं। राजद अपने पुराने चेहरों को छिपा रही है, जिन्होंने बिहार में जंगलराज का दौर लाया था।
मोदी ने सीधे तौर पर सवाल उठाया, 'जिन्होंने बिहार में जंगलराज लाया, पोस्टर से उनकी तस्वीर गायब है। पिता का नाम छिपाने में शर्म क्यों? आखिर वह कौन सा पाप है जिसे छुपाना पड़ रहा है।'
उन्होंने महागठबंधन में अविश्वास का जिक्र करते हुए कहा कि राजद के नेता जो घोषणाएं करते हैं, कांग्रेस उन्हीं पर विश्वास नहीं करती। राजद के घोषणा पत्र पर कांग्रेस की चुप्पी इसका प्रमाण है। मीडिया के पूछने पर कांग्रेस नेता बोलते हैं कि 'राजद वाले बताएंगे।'
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 'नामदार' नेता ने छठ पूजा को 'ड्रामा' बताकर बिहार की संस्कृति का अपमान किया, ताकि बिहार के लोगों का गुस्सा राजद पर उतरे और महागठबंधन में फूट पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार से बाहर के कांग्रेस नेता बिहार और बिहारियों को गाली देते हैं, और पार्टी उन्हें प्रचार के लिए बुलाकर राजद का नुकसान करवाना चाहती है। मोदी ने भविष्यवाणी की, 'बिहार चुनाव के बाद राजद और कांग्रेस के बीच गालियां चलेंगी।'
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के निरंतर विकास के लिए 'डबल इंजन' की सरकार को अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने केंद्र सरकार की पक्के घर देने वाली योजना का उदाहरण दिया। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार गरीबों को पक्के मकान दे रही है, लेकिन जहां एनडीए की सरकार नहीं है, वहां यह योजना डब्बे में बंद है।
उन्होंने बताया कि जिन राज्यों में एनडीए की सरकार है, वहां तेजी से मकान बन रहे हैं। इसलिए बिहार को इस विकास की गति को बनाए रखने के लिए एनडीए का आशीर्वाद चाहिए।