By रेनू तिवारी | Aug 07, 2025
बिहार पुलिस ने गुरुवार को पटना में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) परीक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। एसटीईटी परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र जेपी गोलंबर पर जमा हुए थे।
बृहस्पतिवार को यहां डाक बंगला चौराहे पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पुलिस ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-5) से पहले माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) आयोजित करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। पुलिस अधीक्षक, पटना (मध्य), दीक्षा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “प्रदर्शनकारी डाक बंगला चौराहे के पास जमा हो गए और यातायात को बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को लांघने की कोशिश भी की।
सुरक्षाकर्मियों के बार-बार अनुरोध के बावजूद, उन्होंने सड़कें खाली करने से इनकार कर दिया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया।” प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए, जिसे अधिकारियों ने नकार दिया। राहुल कुमार नाम के एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमने बस यही मांग की थी कि बिहार लोक सेवा आयोग की टीआरई-5 से पहले एसटीईटी आयोजित हो।
परीक्षा कैलेंडर के अनुसार, एसटीईटी साल में दो बार आयोजित होनी थी। हालांकि, अभी तक एक भी दौर आयोजित नहीं हुआ है, जिससे बीएड पूरा कर चुके उम्मीदवार प्रभावित हो रहे हैं। अगर टीआरई-5 का आयोजन एसटीईटी से पहले होता है, तो हजारों पात्र अभ्यर्थी परीक्षा में बैठने से वंचित रह जाएंगे।
विरोध का कारण?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में शिक्षक भर्ती के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा-4 (टीआरई-4) और टीआरई-5 की घोषणा की, जिसमें अधिवास नीति लागू करने का आश्वासन दिया गया था। हालाँकि, जिन अभ्यर्थियों ने अभी तक टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है, वे इस अवसर से वंचित रह जाएँगे।
इसके मद्देनजर, अभ्यर्थी एसटीईटी परीक्षा की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पहले कहा था कि टीईटी परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।
इससे पहले सोमवार को, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया था कि 2025 में होने वाली आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-4) से शिक्षक भर्ती में अधिवास निवासियों को प्राथमिकता दी जाए।