By अभिनय आकाश | Jul 02, 2025
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने हासन जिले में दिल के दौरे से होने वाली मौतों में अचानक वृद्धि को कोविड टीकों से जोड़ने वाली उनकी टिप्पणी पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की आलोचना की। विजयेंद्र ने मुख्यमंत्री के बयान को "निराधार और बेकार" बताते हुए उन पर बिना सबूत के दहशत फैलाने का आरोप लगाया। विजयेंद्र ने कहा कि क्या वैक्सीन केवल हासन में दी जाती है? 80 करोड़ से अधिक लोगों ने इसे लिया है। एक दशक से अधिक समय से कई लोग दिल के दौरे से मर चुके हैं। अध्ययनों से पता चला है कि यह टीकों की वजह से नहीं है। मुख्यमंत्री को बेकार के बयान देना बंद कर देना चाहिए।
विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने भी सोशल मीडिया पर सिद्धारमैया पर निशाना साधा और कांग्रेस सरकार पर जवाबदेही लेने के बजाय दोष मढ़ने का आरोप लगाया। अशोक ने एक्स पर पोस्ट किया, शोकग्रस्त परिवारों को जवाब देने के बजाय, सीएम सिद्धारमैया खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं, बिना किसी वैज्ञानिक सबूत के वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्वीकृत कोविड टीकों को दोष दे रहे हैं।
मंत्रालय ने कहा कि देश में कई एजेंसियों के माध्यम से अचानक और अस्पष्ट कारणों से मौत के मामलों की जांच की गई है और इन अध्ययनों से यह निर्णायक रूप से स्थापित हो गया है कि कोविड-19 टीकाकरण और अचानक मौतों की रिपोर्ट के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। उसने कहा कि आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) द्वारा किए गए अध्ययनों से पुष्टि होती है कि भारत में कोविड-19 टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं तथा इनके गंभीर दुष्प्रभाव के मामले बेहद कम हैं। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि अचानक हृदयाघात के पीछे आनुवांशिक कारण, जीवनशैली, पहले से मौजूद बीमारियां और कोविड के बाद की जटिलताएं जैसे कई कारण हो सकते हैं। आईसीएमआर और एनसीडीसी खासकर 18 से 45 वर्ष के वयस्कों में अचानक और अस्पष्ट कारणों से मौत की वजहों को समझने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। इस उद्देश्य के लिए दो पूरक अध्ययन किए गए।