Assam Assembly Election | असम में BJP के लिए 2026 आसान नहीं! सत्ता-विरोधी लहर, पूर्वोत्तर का किला बचाने के लिए भाजपा का महामंथन

By रेनू तिवारी | Oct 10, 2025

 असम का राजनीतिक रंगमंच एक बार फिर अटकलों, रणनीति और बदलती निष्ठाओं से जीवंत हो उठा है क्योंकि राज्य मार्च और अप्रैल के बीच होने वाले 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है। 2021 में चुनी गई वर्तमान विधानसभा 2 मई, 2026 को अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उस चुनाव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को स्पष्ट बहुमत दिलाया, जिससे पूर्वोत्तर में भगवा लहर मजबूत हुई और हिमंत बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री बने। अब, पाँच साल बाद, ज़मीनी हक़ीक़त ज़्यादा जटिल नज़र आती है।

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भाजपा प्रमुख राजनीतिक ताकत बनी हुई है, फिर भी राज्य की राजनीतिक नब्ज़ असंतोष, सत्ता-विरोधी भावना और क्षेत्रवादी ऊर्जा के पुनरुत्थान से धड़क रही है। आगामी मुकाबला सिर्फ़ एक चुनावी लड़ाई नहीं है, बल्कि इस बात का जनमत संग्रह है कि असम एक शक्तिशाली, मुखर नेतृत्व के तहत निरंतरता को चुनता है या विपक्ष के चेहरे के रूप में उभरे कांग्रेस के गौरव गोगोई के रूप में बदलाव के साथ प्रयोग करता है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की असम इकाई 2026 के विधानसभा चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए आज यानी शुक्रवार को चर्चा जारी रखेगी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने यह जानकारी दी। शर्मा ने बताया कि पार्टी की राज्य इकाई की विस्तारित कार्यकारी समिति ने बृहस्पतिवार को डिब्रूगढ़ में एक बैठक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की। शर्मा ने कहा कि बैठक ‘‘काफी रचनात्मक रही और हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘हमने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति लगभग तय कर ली है।’’ कोर कमेटी और पदाधिकारियों, दोनों की बैठक बृहस्पतिवार को हुई। शर्मा ने कहा, ‘‘शुक्रवार को भी चर्चा जारी रहेगी और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप सैकिया दो दिवसीय बैठक में लिए गए फैसलों को लेकर मीडिया को संबोधित करेंगे।’’

बृहस्पतिवार को हुई बैठक के दौरान शर्मा और सैकिया दोनों ने पार्टी के भावी खाके की गहन समीक्षा की और विभिन्न संगठनात्मक मामलों पर चर्चा की। शर्मा और सैकिया के अलावा बृहस्पतिवार को बैठक में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पबित्रा मार्गेरिटा, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं सांसद कामाख्या प्रसाद तासा, राज्य प्रभारी हरीश द्विवेदी और प्रदेश महासचिव (संगठन) रवींद्र राजू भी शामिल हुए।

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