By अंकित सिंह | Aug 09, 2024
खेल पंचाट न्यायालय ने कहा कि विनेश फोगाट की अयोग्यता के खिलाफ उनकी याचिका पर फैसला ओलंपिक खेलों के समाप्त होने से पहले आने की उम्मीद है। पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किग्रा श्रेणी में स्वर्ण पदक मुकाबले से ठीक पहले अयोग्य ठहराए जाने के बाद कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने उनकी अपील स्वीकार कर ली थी, जिसके बाद भारतीय पहलवान विनेश फोगट की ओलंपिक रजत पदक जीतने की उम्मीदें अभी भी कायम हैं।
वजन मापने के दौरान उनका वजन मात्र 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिसके कारण उन्हें फाइनल से बाहर होना पड़ा। इस तकनीकी खामी के कारण न केवल उन्हें स्वर्ण पदक जीतने का मौका गंवाना पड़ा, बल्कि इसका मतलब यह भी हुआ कि वे बिना पदक के ही घर लौट जाएंगी, क्योंकि अयोग्य ठहराए गए एथलीट आमतौर पर पदक के लिए अयोग्य होते हैं। हालांकि सीएएस ने स्पष्ट किया कि वह विनेश के दूसरे वजन-मापन के अनुरोध को स्वीकार नहीं कर सकता या उसे स्वर्ण पदक मैच में फिर से शामिल नहीं कर सकता, लेकिन संगठन ने उसे संयुक्त रजत पदक देने की संभावना के बारे में उसके मामले को सुनने पर सहमति जताई।
इस कदम से विनेश की ओलंपिक पोडियम फिनिश की उम्मीदें बनी हुई हैं, क्योंकि कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। विनेश ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पहले राउंड में युई सुसाकी को हराकर अपनी मजबूत स्थिति बनाई। अगले राउंड में उन्होंने ओक्साना लिवाच को हराया और सेमीफाइनल में चिली की युस्नेलिस गुज़मैन को हराया। इसके बाद उन्हें यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ़ फ़ाइनल से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया।