By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 16, 2023
देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) अल्पावधि में उठापटक के दौर से गुजरने के बावजूद अनुसंधान एवं नवाचार, कार्यालय स्थल और प्रौद्योगिकी ढांचा में निवेश की रफ्तार को बरकरार रखेगी। टीसीएस के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी के सामान्य वेतन वृद्धि जारी रखने के वादे से जून तिमाही में परिचालन मुनाफा मार्जिन पर 1.70-1.75 प्रतिशत तक का अतिरिक्त असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रमुख आंकड़ा नए वित्त वर्ष में आगे जाकर स्थिर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि कंपनी आम तौर पर अनुसंधान और नवाचार में 1,200-1,500 करोड़ रुपये खर्च करती है और 3,000-4,000 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के रूप में काम और कार्यालय स्थल के लिए आवश्यक ‘बैक-एंड’ प्रौद्योगिकी पर खर्च करती है, और इसे आगे भी जारी रखना चाहिए। सेकसरिया ने पीटीआई-से कहा, “...हम प्रतिभा, अनुसंधान, नवाचार, छवि-सुधार और सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश जारी रखेंगे। मुझे नहीं लगता कि हमें कोई नई प्रक्रिया अपनानी चाहिए।”
कंपनी को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नौकरियां घटने और अमेरिका के सिलकॉन वैली बैंक (एसवीबी) की विफलता के बाद कमजोर हुई धारणा के कारण व्यापार को उसके सबसे बड़े बाजार उत्तर अमेरिका में बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। सेकसरिया ने वित्त वर्ष 2022-23 में राजस्व में 13.7 प्रतिशत वृद्धि को अच्छी वृद्धि बताया जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में कंपनी ने लगभग 15 प्रतिशत की दर से वृद्धि की थी। सकसरिया ने कहा कि कंपनी को नए साल की शुरुआत से हालात में सुधार की उम्मीद है। हालांकि सेकसरिया ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्व वृद्धि या लाभ मार्जिन के लिए कंपनी की योजना का खुलासा नहीं किया।