छत्तीसगढ़ में अटल के नाम पर चुनाव, भतीजी ने कहा- तिलिस्म टूट गया

By अनुराग गुप्ता | Aug 24, 2018

रायपुर। चुनाव करीब आते ही छत्तीसगढ़ में योजनाओं का नाम अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर तब्दील किया जा रहा है। ऐसे में राजनैतिक गलियारों में हल-चल मचना तो स्वाभाविक था। लेकिन, इस मामले में अब अटलजी की भतीजी करुणा शुक्ला कूद गई है और वह लगातार अलग-अलग चैनलों के माध्यम से छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री रमन सिंह पर निशाना साध रही है और सवाल पूछ रही है कि पिछले 9 सालों में उनके नाम पर किसी योजना का नाम क्यों नहीं रखा गया?

बता दें कि नवंबर के आखिरी में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं और ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थि कलश यात्रा निकालकर भारतीय जनता पार्टी चुनावों के लिए अपना वोट बैंक मजबूत करने में लगी हुई है। इस मामले को लेकर करुणा शुक्ला ने कहा कि बीजेपी अटलजी को देश के कण-कण तक पहुंचाना चाहती है, जबकि वाजपेयीजी तो देशवासियों के रग-रग में बसे हुए हैं।

इसी बीच उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साढ़े 4 सालों से अमित शाह अध्यक्ष हैं ऐसे में उन्हें चुनावों के दौरान यह सब सूझ रहा है। इससे पहले जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह बिगुल बजाकर जनता के बीच पहुंचे थे और उन्हें लगता था कि वही बीजेपी है। लेकिन, पिछले 10 सालों से राजनीति से दूर रहने के बावजूद अटलजी के निधन की खबर जैसे ही देशवासियों को मिली तो सारा हुजूम एम्स अस्पताल पहुंचा। इसको देखकर मोदीजी और अमित शाह का तिलिस्म टूट गया, जिसके बाद अब हर योजनाओं में अटलजी का जिक्र करके यह चुनाव को अपनी तरफ मोड़ने में लगे हुए हैं। 

गौरतलब है कि डॉ. रमन सिंह ने बताया था कि प्रदेश के निर्माण में अटलजी के योगदान को देखते हुए नया रायपुर का नाम अटल नगर किया जाएगा। इसी के साथ अटलजी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज और बिलासपुर विश्वविद्यालय का नाम भी अटल के नाम पर होगा। रमन सिंह ने आगे कहा था कि रायपुर के सेंट्रल पार्क का नामकरण भी अटलजी के नाम पर और नया रायपुर में अटल स्मारक इत्यादि बनाए जाएंगे।

करुणा शुक्ला की ओर से लगाए गए आरोपों पर भला बीजेपी कहा चुप बैठने वाली थी, ऐसे में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य में पर्यटन मंडल के उपाध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि करुणा शुक्ला की अगर वाजपेयी के प्रति श्रद्धा होती तो वह उनकी पार्टी नहीं छोड़ती। इसी के साथ केदारनाथ ने करुणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संबंधों को भी दरकिनार कर दिया। छत्तीसगढ़ में अटल विहार और अटल आवास योजना तो बरसों से लागू है। इसीलिए यह कहना सही नहीं है कि वाजपेयी को छत्तीसगढ़ ने भुला दिया। 

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