By अभिनय आकाश | Jul 21, 2023
चीन में अमेरिकी राजदूत के साथ हैकिंग का मामला सामने आया है। चीनी हैकरों ने उनके ईमेल अकाउंट में सेंध लगाई है। हालांकि चीन ने अपना हाथ होने की बात से इनकार किया है। सीएनएन ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि बीजिंग द्वारा एक और सुरक्षा उल्लंघन में चीन स्थित हैकरों ने हाल ही में लक्षित खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के अभियान के तहत चीन में अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स के ईमेल खातों में सेंध लगाई। अधिकारियों के अनुसार, हैकरों ने पूर्वी एशिया के सहायक विदेश मंत्री डैनियल क्रिटेनब्रिंक के ईमेल खाते तक भी पहुंच बनाई, जिन्होंने हाल ही में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ चीन की यात्रा भी की थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इससे पहले, जून में राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन के बीजिंग दौरे से कुछ हफ्ते पहले चीनी हैकरों ने वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो और विदेश विभाग के अधिकारियों के ईमेल में भी सेंध लगाई थी। इससे पहले, माइक्रोसॉफ्ट ने खुलासा किया था कि अमेरिका की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के इरादे से चीनी हैकरों ने सरकारी ईमेल खातों तक पहुंच हासिल कर ली है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, सरकारी नेटवर्क में घुसपैठ के बारे में जानकारी देने वाले एक व्यक्ति के अनुसार, यह हमला लक्षित था।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में चीन के दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने ईमेल के जवाब में कहा कि चीन हर तरह के साइबर हमलों और चोरी का विरोध करता है और उनका मुकाबला करता है। हमारी इस मामले पर स्थिति साफ है। उन्होंने आगे कहा कि साइबर हमलों के सोर्स की पहचान करना एक जटिल तकनीकी मुद्दा है। हमें उम्मीद है कि संबंधित पक्ष निराधार अटकलें लगाने की जगह प्रोफेशनल तरीका अपनाएं।