By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 05, 2019
बीजिंग। चीन ने अमेरिका के पेरिस जलवायु समझौते से अलग होने की सूचना औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र को देने के फैसले पर मंगलवार को ‘‘खेद’’ जताया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक जून 2017 को ही ऐतिहासिक पेरिस समझौते से अलग होने की घोषणा कर चुके थे लेकिन इसकी प्रक्रिया सोमवार को इसकी औपचारिक अधिसूचना के साथ शुरू हुई। अब अमेरिका चार नवंबर 2020 को इस समझौते से अलग हो जाएगा।
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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मंगलवार को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका और जिम्मेदारी ले सकता है और नकारात्मक ऊर्जा देने के बजाय बहुपक्षीय सहयोग प्रक्रिया में अधिक योगदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि जलवायु परिवर्तन मानव जाति के सामने एक साझा चुनौती है।
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चीन की यह टिप्पणी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों द्वारा जलवायु पर बुधवार को होने वाले समझौते से पहले आयी है। मैक्रों बीजिंग की राजकीय यात्रा पर हैं। गौरतलब है कि दुनिया में ग्रीनहाउस गैसों के सबसे बड़े उत्सर्जक चीन को जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।