पोर्ट मोरेस्बी। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच (एपीईसी) की शिखर बैठक से पहले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि संरक्षणवादी कदम अदूरदर्शी है और ये नाकाम साबित होने वाले हैं। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मध्य व्यापार में बढ़ते तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि व्यापार मोर्च पर युद्ध या शीत युद्ध से किसी की जीत नहीं होगी।शिखर सम्मेलन से इतर शी ने कारोबारियों से कहा, "व्यापारिक इतिहास और अर्थशास्त्र के नियमों के खिलाफ काम करके करीबी आर्थिक संबंधों को काटने और व्यापार बाधायें खड़ा करने का प्रयास किया गया है। इस तरह के कदम अदूरदर्शी हैं और यह नाकाम साबित होंगे।"
डोनाल्ड ट्रंप सरकार की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति पर तीखी टिप्पणी करते हुये उन्होंने कहा, "हमें सरंक्षणवाद और एकतरफावाद को बढ़ावा देने से बचना चाहिये।"एपीईसी के सदस्य देश अमेरिका और चीन के बीच व्यापार मोर्चे पर टकराव बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापार युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये खतरनाक हो सकता है।
दोनों देशों ने एक-दूसरे के यहां से आयातित उत्पादों पर भारी भरकम शुल्क लगाया है। चिनफिंग ने कहा कि दुनिया भर के देशों को विश्व व्यापार संगठन की बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था में बने रहने चाहिये, जो कि आर्थिक वैश्वीकरण को सभी के लिये अधिक मुक्त, समावेशी, संतुलित और लाभदायक बनाते हैं। उन्होंने कहा, "इतिहास बताता है कि चाहे शीत युद्ध हो या फिर व्यापार युद्ध- इससे कभी कोई विजेता बनकर नहीं निकला है।" चिनफिंग ने कहा, "हमारा मानना है कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं है, जिसे देश विचार-विमर्श के माध्यम से नहीं सुलझा सकते हैं।"