By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 02, 2018
पुणे। विश्व रैंकिंग पर छठे स्थान पर काबिज मारिन सिलिच का कहना है कि रोजर फेडरर और राफेल नडाल समय की मांग के अनुसार सामंजस्य बिठाने की काबिलियत रखते हैं, यही चीज इन खिलाड़ियों को विशेष बनाती है। वर्ष 2016 के अंत में चोटों के कारण दोनों के करियर को काफी नुकसान पहुंचा, जिसमें न तो महान स्विस स्टार और न ही स्पेनिश खिलाड़ी ने कोई ग्रैंडस्लैम अपने नाम किया लेकिन 2017 में दोनों ने मजबूत वापसी की और मिलाकर चार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट अपने नाम किये।
सिलिच जहां विम्बलडन के फाइनल में फेडरर से हारे तो स्टेन वावरिंका और केविन पीटरसन को क्रमश: फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन के फाइनल्स में नडाल से पराजय का मुंह देखना पड़ा। सिलिच ने टाटा ओपन महाराष्ट्र के मौके पर कहा, ‘‘आप उनसे खेल के प्रति जुनून और प्रतिस्पर्धा करने का जुनून सीख सकते हो। वे जब भी कोर्ट पर उतरते हैं तो हमेशा तैयार रहे हैं, वे आसानी से हार नहीं मानते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत क्षमता के अलावा उनकी सामंजस्य बिठाने की काबिलियत, विशेषकर राफा की उन्हें अलग बनाती है। पिछले कुछ वर्षों में हमने उनकी तकनीक में कई बदलाव देखे हैं। सर्विस से फोरहैंड तक, अब वे थोड़ी अलग शैली को अपना रहे हैं जो थोड़ी ज्यादा आक्रामक होना है।'