By मिताली जैन | Aug 03, 2025
जैसे ही बारिश का मौसम आता है, स्किन को काफी कुछ झेलना पड़ता है। इस मौसम में बार-बार बारिश में भीगने का मन तो करता है, लेकिन इसकी वजह से अक्सर स्किन में चिपचिपापन व पिंपल्स की शिकायत शुरू हो जाती है। मानसून में ह्यूमिडिटी की वजह से ना केवल स्किन पर बहुत अधिक ऑयल बनने लगता है, बल्कि धूल-मिट्टी, बारिश का गंदा पानी और पसीना सब मिलकर चेहरे के पोर्स को बंद कर देते हैं। ऐसे में स्किन में डलनेस के साथ-साथ पिंपल्स, व्हाइटहेड्स व ब्लैकहेड्स आदि की शिकायत का सामना करना पड़ता है।
अमूमन इससे निजात पाने के लिए हम चेहरे को बार-बार धोती हैं, लेकिन कुछ असर नहीं होता। ऐसे में समझ में ही नहीं आता है कि क्या किया जाए। आपको बस थोड़ा समझदारी के साथ अपनी स्किन की क्लीनिंग करने की जरूरत है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
मानसून में अक्सर हम अपनी स्किन को ओवरवॉश करना शुरू कर देते हैं, जिसकी वजह से स्किन की समस्या बढ़ने लगती है। कोशिश करें कि आप दिन में दो बार अपना फेस क्लीन करें। सबसे पहले सुबह उठकर और दूसरा शाम को घर आकर। इसके लिए आप हल्के जेल बेस्ड फेसवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। जेल बेस्ड फेसवॉश स्किन को डीप क्लीन करता है, लेकिन उसे रूखा नहीं बनाता है।
मानसून में आप अपनी स्किन की जरूरतों को समझते हुए फेसवॉश का चयन करें। इस मौसम में नीम या टी ट्री बेस्ड फेसवॉश का इस्तेमाल करना अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह गंदगी के साथ-साथ बैक्टीरिया को भी चेहरे से दूर रखता है, जिससे पिंपल्स होने की संभावना काफी कम हो जाती है। अगर आप चाहें तो हफ्ते में एक बार नीम का पेस्ट भी चेहरे पर लगा सकते हो।
अगर आप सच में मानसून में अपनी स्किन की बेहतर केयर करना चाहती हैं तो रात में स्किन की डबल क्लीनिंग करना शुरू करें। इसके लिए पहले ऑयल बेस्ड क्लींजर या मिसेलर वॉटर से मेकअप और सनस्क्रीन हटाओ, फिर जेल फेसवॉश से चेहरा धो लो। दरअसल, मानसून के दिनों में हम सभी वाटरप्रूफ प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अपनी स्किन पर करते हैं, जो एक बार के फेसवॉश से नहीं हटते। अगर चेहरे पर प्रोडक्ट रह जाता है तो वो पोर्स को क्लॉग कर देता है, जिससे आपको पिंपल्स की समस्या हो सकती है।
- मिताली जैन