CM गहलोत ने PM मोदी को लिखा पत्र, पीएम आशा योजना के प्रावधानों में बदलाव की मांग की

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 18, 2019

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री-अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम आशा) के तहत संचालित मूल्य समर्थन योजना के दिशा-निर्देशों में आवश्यक बदलाव की मांग केंद्र सरकार से की है। गहलोत ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से दलहन एवं तिलहन की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए भारत सरकार की इस योजना में संशोधन की मांग की है ताकि राज्य के किसानों को अधिकाधिक लाभ मिल सके।मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य में खरीफ की मूंग, उड़द, सोयाबीन व मूंगफली की खरीद प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है तथा इसके प्रस्ताव केन्द्र को भिजवाए जा चुके हैं। उन्होंने अनुरोध किया है कि दलहन व तिलहन के उत्पादन में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले राजस्थान के मेहनतकश किसानों के हित में इस योजना की बाधाओं को प्रधानमंत्री शीघ्र दूर करें।

इसे भी पढ़ें: अशोक गहलोत ने भाजपा की सोच को बताया फासीवादी, बोले- देश में लोकतंत्र को खतरा है

गहलोत ने पत्र में बताया कि वर्तमान में योजना के तहत दलहन व तिलहन के कुल उत्पादन की 25 प्रतिशत सीमा ही समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए निर्धारित की हुई है, इस कारण बहुत से किसानों की उपज की खरीद नहीं हो पाती है। उन्होंने समर्थन मूल्य पर खरीद की सीमा उत्पादन का 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि योजना में एक किसान से एक दिन में अधिकतम 25 क्विंटल उपज खरीदने की अधिकतम सीमा निर्धारित होने के कारण किसान को एक ही बार में अपनी उपज बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि योजना के दिशा-निर्देशों में एक किसान से प्रतिदिन खरीद की अधिकतम सीमा को हटाया जाए या इसमें वृद्धि की जाए।

प्रमुख खबरें

Jharkhand Lok Sabha Election 2024 Phase 5 | झारखंड में मतदान की तारीख, सीटों की संख्या, उम्मीदवार, पूरा कार्यक्रम

Does Peepal Tree Have Ghosts? पीपल के पेड़ पर क्या सच में रहते हैं भूत-प्रेत? शनिवार के दिन ही क्यों होती है पूजा?

Char Dham Yatra 2024| रजिस्ट्रेशन किए बिना नहीं मिलेगी यात्रा के लिए एंट्री, रह जाएंगे दर्शन करने से वंचित

केरल में बढ़ेगी बारिश, IMD ने कई जिलों के लिए ‘Orange Alert’ जारी किया