रायपुर। भाजपा ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करके कांग्रेस सरकार पर पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के दौरान किये गए वादों को पूरा करने में असफल रहने का आरोप लगाया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मंत्रियों बृजमोहन अग्रवाल एवं राजेश मुनत और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता यहां बुधपारा में आयोजित प्रदर्शन में शामिल हुए। सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार का पिछले छह महीने में प्रदर्शन ‘‘खराब’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा 15 वर्षों तक शासन में रही और लोगों की उम्मीदों को पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से पूरा किया। छत्तीसगढ़ जिसेएक ‘‘बीमारू’’ राज्य माना जाता था वह कुछ विकसित राज्यों में से एक बन गया।’’
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उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यद्यपि कांग्रेस उन उम्मीदों को पूरा करने और उस विश्वास पर खरा उतरने में पूरी तरह से असफल रही जिसके लिए उसे सत्ता सौंपी गई थी।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी झूठे वादे करके चुनाव जीती और अब लोगों से धोखा कर रही है। उन्होंने कांग्रेस सरकार को ‘‘लुटेरों की सरकार’’ करार दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘स्थानांतरण और तैनाती (सरकारी अधिकारियों की) एक उद्योग बन गया है, उपयोग से अधिक बिजली वाला राज्य अंधेरे में डूब गया है, किसान, बेरोजगार युवा और महिलाओं को मुश्किल स्थिति में छोड़ दिया गया है।’’
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सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने नक्सल समस्या को लगभग समाप्त कर दिया था लेकिन अब उनकी मौजूदगी शहरी क्षेत्रों में भी महसूस की जा रही है और कहा जा रहा है कि नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाले सरकारी मशीनरी का हिस्सा बन गए हैं। प्रदेश भाजपा प्रमुख विक्रम उसेंदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता धर्मलाल कौशिक ने क्रमश: कांकेर और कोरबा में प्रदर्शनों में हिस्सा लिया।
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वहीं कांग्रेस ने कहा कि प्रदर्शनों का एकमात्र उद्देश्य ‘‘विपक्ष के तौर पर उसकी (भाजपा की) भूमिका दिखाना था।’’ कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘विपक्ष पूरी तरह से असफल रहा क्योंकि मुख्य विपक्षी पार्टी समर्थन जुटाने में असफल रही। यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं का भी मानना है कि बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति, सड़क और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार हुआ है।’’ त्रिवेदी ने दावा किया, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता स्वयं कांग्रेस द्वारा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, बिजली दरों में कमी और ऋण माफी जैसे वादों को पूरा करने से संतुष्ट प्रतीत होते हैं और इसलिए वे प्रदर्शन के समर्थन में नहीं आये।’’