By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 29, 2018
नयी दिल्ली। तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या में संभवत: इस्तेमाल में लाये गए हथियार को कथित अपराधियों ने इसलिए नष्ट नहीं किया क्योंकि वे उस हथियार को अपने लिए ‘भाग्यशाली’ समझते थे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि संभव है कि उसी हथियार का इस्तेमाल फरवरी 2015 में गोविंद पनसारे, अगस्त 2015 में एम एम कलबुर्गी और पिछले साल सितंबर में गौरी लंकेश जैसे वामपंथ की ओर झुकाव रखने वाले लोगों की हत्या में किया गया हो।
एजेंसी ने हालांकि कहा कि हथियार की बैलिस्टिक जांच के बाद ही इस बारे में कुछ भी पुष्ट तौर पर कहा जा सकेगा। सीबीआई ने हाल में औरंगाबाद के रहने वाले सचिन अंदुरे को पुणे से गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की है। वह 20 अगस्त, 2013 को दाभोलकर की हत्या में संलिप्त दो लोगों में कथित तौर पर शामिल था।