By अनन्या मिश्रा | Aug 18, 2025
पंजाबी संगीत की दुनिया में जब भी इंडी पॉप और भांगड़ा की बात होती है, तो दलेर मेहंदी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। आज यानी की 18 अगस्त को दलेर मेहंदी अपना 58वां जन्मदिन मना रहे हैं। दलेर मेहंदी अपनी गायकी, अनोखी शैली और एनर्जी के लिए जाने जाते हैं। उनका म्यूजिक इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम है। लेकिन उनका यह सफर इतना आसान नहीं रहा, लेकिन उन्होंने परिस्थितियों के सामने कभी हार नहीं मानी। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर दलेर मेहंदी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
पंजाब के पटियाला में 18 अगस्त 1967 को दलेर मेहंदी का जन्म हुआ था। उनको बचपन से ही म्यूजिक के साथ लगाव था। उन्होंने बचपन से ही गुरबानी और शास्त्रीय संगीत की शिक्षा हासिल की थी। लेकिन विद्रोही स्वभाव के कारण दलेर मेहंदी ने 11 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया और लुधियाना में एक तबला वादक के साथ रहने लगे। यह दलेर मेहंदी के जीवन का एक बड़ा कदम साबित हुआ, जिसने उनके लिए संगीत की दुनिया का रास्ता खोल दिया था।
1990 के दशक में दलेर मेहंदी ने भांगड़ा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम किया। वहीं साल 1995 में उनका एल्बल 'बोलो तारा रा' सुपरहिट रहा। लेकिन सिंगर को असली पहचान साल 1997 में गाने 'तुनक तुनक तुन' से मिली थी। दलेर मेहंदी का यह गाना दुनियाभर में वायरल हुआ और आज भी डांस के लिए चुने हुए गानों की लिस्ट में यह टॉप पर आता है।
हालांकि दलेर मेहंदी की प्रोफेशनल लाइफ जितनी अधिक ग्लैमरस रही, उनकी पर्सनल लाइफ उतनी ही ज्यादा विवादों भरी रही। दरअसल, साल 2003 में दलेर मेहंदी पर कबूतरबाजी का आरोप लगा था। जिसके कारण उनको कुछ रातें जेल में बितानी पड़ी थीं। बाद में वह इस विवाद से बरी हो गए थे। लेकिन इस घटना से दलेर की छवि को काफी ठेस पहुंची थी। हालांकि मुश्किल समय में भी उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने फिर खुद को साबित किया। सिंगर ने बॉलीवुड में 'रंग दे बसंती' और 'मिर्जया' जैसी फिल्मों में गाने गाकर अपना जादू चला दिया।