By अनुराग गुप्ता | Feb 05, 2021
उन्होंने कहा कि अगर हमें 2025 तक 25 बिलियन डॉलर के डोमेस्टिक डिफेंस प्रोडक्शन और 5 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट के लक्ष्य को हासिल करना है, तो इसमें एयरोस्पेस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दिसंबर 2020 में सरकार द्वारा दिए गए 48,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के 83 एलसीए एमके 1ए का आदेश घरेलू विनिर्माण और विशेष रूप से विमानन उद्योग को एक बड़ा बढ़ावा देगा। यह नई और लचीला आपूर्ति श्रृंखलाओं को फैलाएगा।
उन्होंने बताया कि भारत में रक्षा से संबंधित वस्तुओं के विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हमारा प्रयास 2022 तक रक्षा आयात को कम से कम 2 बिलियन डॉलर तक कम करने का लक्ष्य है। इसके अलावा 2016 और 2019 में घरेलू विनिर्माण के लिए 37 बिलियन डॉलर से अधिक के 138 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है।