By नीरज कुमार दुबे | Dec 07, 2022
दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच इतना करीबी मुकाबला देखने को मिल रहा है कि यह किसी टी20 मैच जैसा रोचक हो चला है। निगम की 250 सीटों के लिए हुए चुनाव में बहुमत के लिए 126 सीटें चाहिए और इस मैजिक नंबर तक पहुँचने के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी कड़ा संघर्ष कर रही हैं। कभी भाजपा दो-तीन सीटों से आगे हो जा रही है तो कभी आम आदमी पार्टी। कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि वह खाता खोलती नजर आ रही है और करीबन 6 सीटों पर आगे चल रही है। निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी दिल्ली में बड़ी संख्या में अपना चुनावी भाग्य आजमाया था लेकिन उन्हें सफलता हाथ मिलती नहीं लग रही है। हम आपको बता दें कि अन्य इस समय करीब 5 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम चुनाव इस मायने में पिछले चुनाव से अलग था कि पिछली बार जहां तीन नगर निगम थे वहीं इस बार इन्हें आपस में मिलाकर पहले की तरह एक नगर निगम बना दिया गया है। साथ ही सभी निगम वार्डों का फिर से परिसीमन किया गया है। इस तरह नये परिसीमन के साथ यह दिल्ली नगर निगम के पहला चुनाव थे। पिछले चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो साल 2017 में हुए निगम चुनाव में भाजपा ने 270 में से 181 पर जीत दर्ज की थी। उस समय प्रत्याशियों के निधन के कारण दो सीट पर मतदान नहीं हो सका था। 2017 में आम आदमी पार्टी ने 48 वार्डों और कांग्रेस ने 27 वार्ड जीते थे। उस साल करीब 53 प्रतिशत मतदान हुआ था।
हम आपको यह भी बता दें कि दिल्ली नगर निगम के 250 वार्ड के लिए चार दिसंबर को मतदान हुआ था जिसमें 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है। चुनाव में इस बार 50.48 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतगणना के लिए 42 केंद्र बनाए गए हैं जहां कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना का काम किया जा रहा है। चुनाव पूर्व अनुमानों यानि एक्जिट पोलों की बात करें तो अधिकांश सर्वेक्षणों में आम आदमी पार्टी की जीत का पूर्वानुमान लगाया गया था। एक्जिट पोलों में भाजपा दूसरे और कांग्रेस तीसरे स्थान पर बतायी गयी थी लेकिन जो रुझान सामने आ रहे हैं वह दर्शा रहे हैं कि भाजपा आगे चल रही है। ताजा रुझानों की बात करें तो भाजपा 125 और आम आदमी पार्टी 115 सीटों पर आगे चल रही है।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया है कि हमें 180 से ज्यादा सीटें मिलने वाली हैं। उन्होंने कहा कि अगर वोटर का आशीर्वाद रहा तो हमें 230 सीटें भी मिल सकती हैं। वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि दिल्ली नगर निगम में उसकी एक बार फिर से वापसी हो रही है। भाजपा का कहना है कि निगम में मेयर हमारा ही होगा। पार्टी की दिल्ली इकाई के नेताओं ने कहा कि अभी रुझान आ रहे हैं लेकिन जब परिणाम आयेंगे तो पूरी दिल्ली में कमल ही खिलेगा।