Delhi Police ने धोखाधड़ी के लिए ऐप तैयार करने के आरोप में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 12, 2025

दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई मामलों में इस्तेमाल किए गए ‘रिमोट-एक्सेस’ मोबाइल एप्लिकेशन को कथित तौर पर तैयार करने और ठगों को उपलब्ध कराने वाले एक व्यक्ति को झारखंड के जामताड़ा इलाके से हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, उमेश कुमार राजक (26) को पांच दिसंबर को देवघर से हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई दिल्ली के एक निवासी से 1.2 लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकायत के बाद शुरू हुई जांच के आधार पर की गई।

पुलिस उपायुक्त (मध्य) निधिन वाल्सन ने बताया, “मिंटो रोड निवासी शिकायतकर्ता को 29 जुलाई को एक व्यक्ति ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर फोन किया और चेतावनी दी कि उसका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। इसके बाद उसने ‘कस्टमर सपोर्ट’ नाम की एक एपीके फाइल भेजकर उसे फोन में इंस्टॉल करने को कहा।”

डीसीपी के अनुसार, फाइल इंस्टॉल होने के बाद ठगों ने पीड़ित के मोबाइल फोन का ‘रिमोट एक्सेस’ हासिल कर लिया, जिससे उन्होंने डिजिटल भुगतान ऐप के माध्यम से पीड़ित के खाते से रुपये अंतरित कर लिये।

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में पता चला कि यह ऐप एक एफयूडी (पूरी तरह से पता न चलने वाला) ‘कस्टमर सपोर्ट’ एपीके था। यह ऐसा ऐप है जिसे साइबर अपराधी सुरक्षा जांच से बचने और मोबाइल फोन पर पूरा नियंत्रण पाने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

पुलिस ने बताया कि जामताड़ा निवासी राजक विभिन्न क्षेत्रों के ठगों को यह ऐप करीब 15,000 रुपये प्रति फाइल की दर से उपलब्ध कराता था। वह इससे पहले भी मुंबई और रांची में बीएनएस की धारा 318 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत दर्ज दो मामलों में शामिल रह चुका है।

प्रमुख खबरें

Sarkari Naukari: 10वीं पास के लिए खुशखबरी! सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका, ₹56900 तक बेसिक सैलरी होगी

बिहार में राष्ट्रीय उत्साह, ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज स्पोर्ट्स मीट 2025–26 का भव्य आयोजन 13–15 दिसंबर तक पटना में

रणवीर की धुरंधर की कायल हुईं Iltija Mufti, फिल्म में महिला किरदारों को लेकर दिया खास संदेश

Vishwakhabram: PM Modi की Jordan, Ethiopia, Oman Visit का महत्व क्या है? किस दिशा में जा रही है भारत की विदेश नीति?