By निधि अविनाश | Jan 16, 2022
चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच सरकार ने अपने ही लोगों के लिए एक कठोर कदम उठाया है। बता दें कि, चीन के जियान में निवासियों को अपने अपार्टमेंट ब्लॉक तक ही रहने के आदेश जारी कर दिए गए। इस बीच लोगों को केवल किराने का सामान और जरूरत का सामान लेने के ही लोगों को बाहर निकलने की इजाजत दी गई थी। लेकिल अब जैसे ही कोरोना के मामले 2000 के पार हुए वैसे ही शहर के 13 मिलियन निवासियों को घर पर रहने के आदेश दे दिए गए। भारत के देव रतूड़ी भी इन निवासियों में से एक है जो आठ दिनों से अपने अपार्टमेंट से बाहर नहीं निकले हैं। वह चाहकर भी ऐसा नहीं कर सकते। देव के अलावा उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चें उनके साथ अंदर कमरे में ही सील है। बता दें कि, उनके दरवाजे के बाहर एक सफेद टेप चिपका दिया गया है और शनिवार शाम तक, उन्हें यह नहीं बताया गया कि वह कब अपने घर से निकल सकते है।
देव रतूड़ी
एक वीडियो में देव ने कहा कि, यह काफी मुश्किल रहा है। अपने अपार्टमेंट में सील होकर रहना। वहीं जो हमारे लिए हर दिन सब्जियां, चावल, भोजन पहुंचाने का काम कर रहे है उनके लिए भी यह आसान नहीं है। रतूड़ी का परिवार इस समय चीन के शहर जियान में रह रहा है जो कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक है। उत्तराखंड में जन्मे देव 17 साल पहले चीन चले गए थे और वहां वेटर का काम करने लगे। आज, वह जियान में पांच रेस्तरां के मालिक हैं और फिल्म में भी काम करते हैं, और कई चीनी टेलीविजन नाटकों और फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की है। देव ने 20 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्हें फिल्म माई रूममेट इज ए डिटेक्टिव से पहचान मिली। देव का अगला मिशन चीन के जियान में चीन का पहला भारतीय थीम वाला बुटीक होटल खोलना है।वह एक योग स्थान भी खोल रहे है और जियान के बाहर आधा दर्जन शहरों में अपने रेस्तरां को फिर से खोलने की योजना बना रहे है, जिन्हें अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था क्योंकि उनके सभी कर्मचारी भारत के लिए रवाना हो गए थे।
चीन के जीरो कोविड पॉलिसी से बढ़ रहा विवाद
बता दें कि, चीन के सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी पर एक बहस छिड़ गई है। लोगों को लोहे का बक्सों में बंद कर देना यह दर्शाता है कि तीन अपने लोगों के साथ कितना अत्याचार कर रहा है।