By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 28, 2025
आजकल हेल्दी तरीके से कंसीव करने में काफी परेशानी आती हैं। तनाव, खराब जीवनशैली और गलत खानपान के कारण कई चीजों का असर महिलाओं के हार्मोंस, पीरियड साइकिल, ओव्युलेशन और क्वालिटी पर होता है, जिस वजह से मां बनने में काफी मुश्किल आती है। कई बार बढ़ती हुआ आयु के कारण भी कंसीव करने में समस्या होती है। यदि आप 35 की उम्र में प्रग्नेंसी का प्लान कर रही हैं, लेकिन नेचुरली तरीके से प्रेग्नेंट होने में काफी मुश्किल आ रही है, तो अपने हेल्थ पर ध्यान रखना जरुरी है। सही खान-पान और हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से आप बढ़ती उम्र में फर्टिलिटी को मजबूत कर सकती हैं। यदि आप मां बनने की योजना बना रही हैं, तो आज ही से अपनी डाइट पर इन फूड्स का सेवन करना शुरु कर दें।
घी खाएं
आयुर्वेद में घी को न्यूट्रिशन से भरपूर सुपरफूड माना गया है। घी खाने से रिप्रोडक्टिव टिश्यूज मजबूत बनाने में फायदेमंद मानी जाती है। यह शरीर को ताकत देता है, हार्मोनल बैलेंस में सुधार करता है। इसके साथ ही रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स के लिए एक लुब्रिकेंट की तरह काम करता है। घी के सेवन से फर्टिलिटी मजबूत होती है और कंसीव करने में आसानी होती है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, गाय के घी खाना फायदेमंद होगा। खाने के साथ ही घी ले सकते हैं या फिर गुनगुने पानी में एक टीस्पून घी डाल सकते हैं।
उड़द दाल
उड़द दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और इसकी तासीर भी गर्म होती है। यह रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सुधारने में मदद करता है। उड़द दाल खाने से ओवरी फंक्शन में काफी सुधार आता है और खून बनने में मदद करती है। इसके साथ ही वात और पित्त को बैलेंस करती है। यह फर्टिलिटी को बेहतर करता है।
काले तिल
35 के बाद कंसीव करने के लिए आप काले तिल का सेवन कर सकते हैं। काले तिल में मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे मिनरल्स से भरपूर होते हैं और ये हेल्दी हार्मोन प्रोडक्शन में मदद करते हैं। यह ओवरी फंक्शन को हेल्दी करता है और वात को कम करता है। कई बार वात दोष बढ़ने से प्रेग्नेंट होने में मुश्किल आती हैं। इसको आप भूनकर अपनी डाइट में एड कर सकती हैं।
बादाम
बादाम में हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, इसके साथ ही इसमें प्रोटीन और विटामिन ई से भरपूर होता है। बादाम खाने से पीरियड्स को रेगुलर होती और ओवरी फंक्शन सही करने में मदद करता है और एग क्वालिटी में सुधार होता है। रातभर में 5-7 बादाम को भिगोकर खाएं
खजूर खाएं
खजूर की तासीर गर्म होती है। यह यूट्रस को मजबूती और गर्माहट देते हैं, इससे एनर्जी लेवल में सुधार होता है और रिप्रोडक्टिव हार्मोन्स को रेगुलेट करने में मदद मिलती है। इसलिए कंसीव करने के लिए, शरीर में खून होना भी जरुरी है। रोजाना 2-3 खजूर को गुनगुने पानी में भिगोकर जरुर खाएं।