नयी दिल्ली। सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री
रविशंकर प्रसाद ने बुधवार कहा कि महामारी के दौरान ‘
डिजिटल इंडिया’की दक्षता और ताकत साबित हुई है। महामारी के दौरान ‘डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने ‘प्रभावी और उल्लेखनीय’नतीजे दिए हैं। प्रसाद ने कहा कि महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में इस कार्यक्रम ने डिजिटल अंतर को दूर करने में भूमिका निभाई और साथ ही समावेश में भी मदद की। आईटी मंत्री ने कहा, ‘‘डिजिटल इंडिया एक बदलाव लाने वाला कार्यक्रम है जिसकी शुरुआत 2015 में हुई। साढ़े पांच साल में महामारी ने डिजिटल इंडिया की दक्षता के ‘परीक्षण’का एक बड़ा अवसर दिया।’’
प्रसाद ने वर्चुअल तरीके से आयोजित डिजिटल इंडिया पुरस्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि सब कुछ असाधारण है, लेकिन डिजिटल इंडिया पारिस्थितिकी तंत्र ने प्रभावी और उल्लेखनीय तरीके से नतीजे दिए हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय बात है कि इस बार डिजिटल इंडिया पुरस्कार डिजिटल तरीके से दिए जा रहे हैं। महामारी के दौरान कारोबार क्षेत्र की निरंतरता में योगदान के लिए संचार एवं आईटी क्षेत्र की भूमिका की सराहना करते हुए प्रसाद ने कहा कि केंद्र, राज्यों, विभिन्न सरकारी एजेंसियों और जिला प्रशासन सभी ने सेवाओं की डिजिटल आपूर्ति सुनिश्चित की। सरकारी इकाइयों के 22 डिजिटल संचाल पहल/उत्पादों को छह श्रेणियों में डिजिटल इंडिया पुरस्कार-2020 दिए गए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीडिया कॉन्फ्रेंस के जरिये डिजिटल इंडिया पुरस्कार प्रदान किए।