By एकता | Mar 16, 2025
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर यमन में हूती विद्रोहियों पर शुरू किए गए हवाई हमलों में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों पर सिलसिलेवार हवाई हमले करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ईरान समर्थित हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे पर यात्रा करने वाले मालवाहक जहाजों पर अपने हमले बंद नहीं करते, तब तक वह 'पूरी ताकत से' हमले जारी रखेंगे।
यूएस सेंट्रल कमांड ने साझा की तस्वीरें
यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लड़ाकू विमानों द्वारा विमानवाहक पोत से उड़ान भरने और यमन में एक इमारत परिसर को नष्ट करने वाले बम की तस्वीरें और वीडियो साझा कीं। इसके साथ उन्होंने लिखा, '15 मार्च को, यूएस सेंट्रल कमांड ने अमेरिकी हितों की रक्षा, दुश्मनों को रोकने और नौवहन की स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए यमन में ईरान समर्थित हौथी ठिकानों पर सटीक हमले करने वाले कई ऑपरेशन शुरू किए।'
ट्रंप का आदेश
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक ‘पोस्ट’ में कहा, 'हमारे बहादुर सैनिक अमेरिकी जलमार्गों, वायु और नौसैन्य संपत्तियों की रक्षा करने तथा नौवहन की स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए आतंकवादियों के ठिकानों, उनके आकाओं और मिसाइल रक्षा तंत्र पर हवाई हमले कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'कोई भी आतंकवादी ताकत अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक पोतों को दुनिया के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से आने-जाने से नहीं रोक पाएगी।' ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी कि वह विद्रोही संगठन का समर्थन बंद कर दे अन्यथा उसे उसके कृत्यों के लिए 'पूरी तरह से जवाबदेह' ठहराया जाएगा।
एक अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया कि यह हूती ठिकानों पर हवाई हमलों की शुरुआत है तथा अभी और हमले किए जाएंगे।
हूती मीडिया कार्यालय के उप प्रमुख नसरुद्दीन आमेर ने कहा कि हवाई हमले उन्हें रोक नहीं पाएंगे और वे अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेंगे। हूती विद्रोहियों के एक अन्य प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में ट्रंप के इस दावे को 'झूठा और भ्रामक' बताया कि हूती अंतरराष्ट्रीय जल मार्गों को खतरा पहुंचाते हैं।